अफगानिस्तान में हैं छह हजार अमेरिकी सैनिक, हमला हुआ तो देंगे मुंहतोड जवाबः जो बाइडेन
वाशिंगटन में, कई सांसदों ने बिडेन प्रशासन से काबुल हवाई अड्डे के बाहर सुरक्षा घेरे का विस्तार करने का आह्वान किया ताकि अधिक से अधिक लोग उड़ान के लिए हवाई अड्डे तक पहुंच सकें।
नई दिल्ली। काबुल से भाग रहे अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने दावा किया है कि अफगानिस्तान में फंसे अमेरिकी नागरिकों को घर पहुंचाने के लिए तमाम प्रयास करने का वादा करते हुए कहा है कि अगर तालिबान द्वारा इस प्रक्रिया में कोई हमला किया जाता है तो उसका मुंह तोड जवाब दिया जाएगा।
अफगानिस्तान के हालात पर देश को संबोधित करते हुए बाइडन ने कहा कि इस वक्त दुनिया के सामने बड़ा संकट खड़ा है। व्हाइट हाउस में एक संवाददाता सम्मेलन में उन्होंने शुक्रवार को कहा कि अफगानिस्तान में 6 हजार अमेरिकी सैनिक ग्राउंड पर हैं, अगर हम पर हमला हुआ तो जवाब देंगे। गौरतलब है कि अमेरिका काबुल हवाई अड्डे से अमेरिकियों और अन्य लोगों को तालिबान से बचाने के लिए बड़े पैमाने पर अभियान चला रहा है। हवाई अड्डे के बाहर अराजक और हिंसक माहौल है और लोग अंदर सुरक्षित पहुंचने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। इस स्थिति को लेकर बिडेन को तीखी आलोचना झेलनी पड़ रही है। बाइडन ने पिछले सप्ताह को 'दिल दहला देने वाला' बताया, लेकिन उन्होंने जोर देकर कहा कि उनका प्रशासन लोगों की निकासी को सुचारू और गति देने के लिए कड़ी मेहनत कर रहा है। उन्होंने कहा, 'मुझे नहीं लगता कि हम में से कोई भी इन तस्वीरों को देख सकता है और मानवीय स्तर पर उस दर्द को महसूस नहीं कर सकता है।' बाइडन ने कहा, 'लेकिन अब मैं इस काम को पूरा करने पर ध्यान केंद्रित कर रहा हूं।'अमेरिकी अधिकारियों ने कहा कि काबुल हवाई अड्डे पर निकासी उड़ानें शुक्रवार को कई घंटों के लिए रुकी हुई थीं। हालांकि, दोपहर बाद फिर से उड़ानें फिर से शुरू करने का आदेश दिया गया। एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर कहा कि अगले कुछ घंटों में काबुल से तीन उड़ानें बहरीन जा रही हैं और शायद 1,500 लोगों को ले जाने की उम्मीद है। वाशिंगटन में, कई सांसदों ने बिडेन प्रशासन से काबुल हवाई अड्डे के बाहर सुरक्षा घेरे का विस्तार करने का आह्वान किया ताकि अधिक से अधिक लोग उड़ान के लिए हवाई अड्डे तक पहुंच सकें।