अब दो बड़े फैसलों को तैयार चेयरपर्सन अंजू अग्रवाल
ऐतिहासिक होगी नगरपालिका परिषद् की कल होने जा रही बोर्ड मीटिंग, भाजपा में जाने से अंजू अग्रवाल को मिली नई ताकत, 29 प्रस्तावों के एजेंडे को लेकर सदन में बढ़ा चेयरपर्सन का समर्थन, पूरे बोर्ड में नहीं रहा अब कोई विरोधी, 30 पुराने साथियों में अब जुड़े 24 भाजपाई सभासद।;
मुजफ्फरनगर। बुधवार को नगरपालिका परिषद् में शहरी विकास को गति देने के लिए बोर्ड मीटिंग होने जा रही है। इसके लिए तय एजेंडे में कुल 29 प्रस्ताव शामिल किये गये हैं, जिन पर सदन में चर्चा के बाद अनुमोदन कराया जायेगा। इसमें एक विशेष प्रस्ताव भी शामिल है। पालिकाध्यक्ष अंजू अग्रवाल के भाजपा में ज्वाइनिंग के बाद हो रही इस बोर्ड बैठक में कई बड़े निर्णय होने की संभावना है। इसके साथ ही बोर्ड मीटिंग शहरी विकास के मामले में ऐतिहासिक होगी। इसमें पालिकाध्यक्ष अंजू अग्रवाल दो बड़े फैसलों को लेने की तैयारी कर चुकी हैं। यह फैसले शहर में विकास की एक नई तस्वीर पेश करने का काम करेंगे।
गौरतलब है कि नगरपालिका परिषद् के वर्तमान बोर्ड में पालिकाध्यक्ष अंजू अग्रवाल का विरोध करने वाला अब कोई नहीं रहा है। पहले ही बोर्ड में उनको 30 सभासदों का समर्थन हासिल था और अब भाजपा में ज्वाइनिंग के बाद उनकी ताकत और भी अधिक बढ़ जाने से पूरा बोर्ड ही उनके समर्थन में नजर आता है। भाजपाई चोला ओढ़ने के बाद भाजपा के 24 सभासद भी पालिकाध्यक्ष के समर्थन में हैं। पालिका बोर्ड 54 सदस्यों का ही है। 24 जुलाई 2020 की बोर्ड मीटिंग में जहां भाजपा के सभासदों ने पालिका अध्यक्ष अंजू अग्रवाल के कुछ फैसलों का खुलकर विरोध किया था, वहीं 7 अक्टूबर को प्रस्तावित पालिका बोर्ड मीटिंग में भाजपा के यही सभासद उनके प्रस्तावों पर अपनी स्वीकृति की मुहर लगाते हुए नजर आयेंगे।
नगरपालिका परिषद् में 50 निर्वाचित और 5 नामित सभासदों का बोर्ड है। इनमें भाजपा सभासद सुनील शर्मा का निधन हो जाने के कारण वर्तमान में बोर्ड में 54 सदस्य हैं। इस संख्या में 20 महिला सभासद शामिल हैं। इनमें से 19 निर्वाचित और 5 नामित सभासदों के साथ भाजपा के 24 सदस्य हैं, 18 मुस्लिम सभासद हैं और शेष अन्य निर्दलीय व दूसरी पार्टियों के सदस्य इस बोर्ड को पूरा करते हैं। पालिकाध्यक्ष अंजू अग्रवाल को कांगे्रस चेयरमैन होते हुए कांग्रेस, सपा और निर्दलीय को साथ मिलाते हुए कुल 30 सभासदों का समर्थन हमेशा ही मिलता रहा है। इनमें 18 मुस्लिम सभासद साथ रहे। इसी वजह से वह भाजपा खेमे पर बोर्ड मीटिंग में हमेशा ही हावी नजर आयी और अपने प्रस्ताव बहुमत के आधार पर पारित कराने में सफल रही। उनके भाजपाई होने के बावजूद भी मुस्लिम सभासदों का उनको साथ मिल रहा है। 7 अक्टूबर की बोर्ड मीटिंग कई मायनों में ऐतिहासिक होने जा रही है। यह बैठक उनकी 12 दिसम्बर 2017 की पहली बोर्ड मीटिंग के उत्साह से भी दोगुने जोश से लबरेज नजर आयेगी। सूत्रों के अनुसार इस बोर्ड मीटिंग में पालिकाध्यक्ष अंजू अग्रवाल शहरी विकास को लेकर दो बड़े ऐतिहासिक फैसले करने जा रही हैं। इन फैसलों को शहरवासी हमेशा ही याद रखेगे। इसके लिए उनको सभासदों का भी पूर्ण सहयोग मिल रहा है।
बोर्ड मीटिंग को लेकर पालिकाध्यक्ष का कहना है कि हमने विकास किया है, विकास करेंगे के वादे के साथ जनता के बीच जाकर उनको समर्थन पाया। अब हम अपने इसी लक्ष्य में पीएम मोदी और सीएम योगी की सबका साथ-सबका विकास और सबका विश्वास की नीति को साथ लेकर शहर में बिना भेदभाव के विकास कराने के लिए और अधिक प्रतिबद होकर काम करेंगे। भाजपा ने हमेशा ही जनहित को लेकर काम किया है। पंडित दीन दयाल जी के एकात्म मानववाद और पंक्ति के अंतिम व्यक्ति तक विकास पहुंचाने की सोच को हम पूरा करने का काम करेंगे। उन्होंने कहा कि इसमें उनको सभी का सहयोग मिल रहा है। भाजपा सभासद भी हमारे साथ हैं। हम मिलकर सभी के सहयोग से शहर को नये आयाम देने में और तेजी से आगे बढ़ेगे। बोर्ड मीटिंग में जो प्रस्ताव लाये गये हैं, सदन की स्वीकृति के बाद उन पर तेजी से काम किया जायेगा। शहर के हित में कुछ अहम निर्णय भी इस बोर्ड मीटिंग में किये जायेंगे।
मुस्लिम सभासद करेंगे भाजपाई चेयरमैन का स्वागत, टाउनहाल में जमकर बजेगा
मुजफ्फरनगर। 30 सितम्बर को जब नगर पालिका अध्यक्ष अंजू अग्रवाल ने भाजपा ज्वाइन की, तो उनको 2017 में जमकर वोट डालने वाले मुस्लिम समाज को एक धक्का लगा था, पालिका में अब तक उनके साथ रहे मुस्लिम सभासद भी पशोपेश में थे कि अब उनको लेकर कौन सी रणनीति पालिका में होगी, लेकिन जब यह सभासद भाजपा ज्वाइनिंग के बाद पालिकाध्यक्ष से मिले तो अंजू अग्रवाल ने अपनी नीति स्पष्ट करते हुए भाजपा के सबका साथ सबका विकास के आधार पर शहर में काम कराने का विश्वास जगाया। अब यह मुस्लिम सभासद पालिकाध्यक्ष अंजू अग्रवाल का 7 अक्टूबर को टाउनहाल में बोर्ड मीटिंग से पहले ही भव्य स्वागत करेंगे। टाउनहाल के मुख्य गेट से ही
बोर्ड मीटिंग में इस बार नजर नहीं आयेगा खाकी का पहरा
मुजफ्फरनगर। नगरपालिका परिषद् की बोर्ड मीटिंग में पालिकाध्यक्ष अंजू अग्रवाल के विरोध को देखते हुए पालिका प्रशासन द्वारा अधिकांश बोर्ड मीटिंग में भारी पुलिस बल का प्रबंध किया जाता रहा है, लेकिन अब जबकि वह भाजपा में शामिल हो चुकी हैं और पालिका के वर्तमान बोर्ड में उनको शत प्रतिशत समर्थन हासिल होने के दावे किये जा रहे हैं तो ऐसे में 7 अक्टूबर की बोर्ड मीटिंग संभवतः बिना पुलिस के ही आयोजित करायी जायेगी। पालिका सूत्रों का कहना है कि इस बार पालिकाध्यक्ष की ओर से भी पुलिस अफसरों को फोर्स का प्रबंध कराने के लिए कोई चिट्ठी नहीं भेजी गयी है।