नयी दिल्ली. कृषि कानूनों को लेकर संपूर्ण विपक्ष की मदद से किसानों का भारत बंद शुरू हो गया है. दिल्ली में गाजीपुर बार्डर समेत कई स्थानों पर किसान सड़क पर जमे हुए हैं.
बंद को भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी), भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी, ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक, रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी जैसी वामपंथी पार्टियों ने अपना समर्थन दिया है. कांग्रेस, आम आदमी पार्टी (आप), समाजवादी पार्टी (सपा), तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा), जनता दल (सेक्युलर), बहुजन समाज पार्टी (बसपा), राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी), द्रविड़ मुनेत्र कड़गम जैसे कई अन्य दल (डीएमके) ने भी सोमवार को भारत बंद के आह्वान का समर्थन किया है.
किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि सभी व्यापारियों और दुकानदारों को बंद का समर्थन करना चाहिए, उन्होंने ये भी कहा कि रास्ते बंद रहेंगे, लेकिन अगर कोई डॉक्टर के क्लीनिक जाना चाहता है तो जा सकता है. एंबुलेंस, सब्जी और दूध के वाहन चलेंगे. उन्होंने कहा कि हम बंद के दौरान दिल्ली के अंदर नहीं जाएंगे. ये आम लोगों का आंदोलन है. लोगों को एक दिन की छुट्टी लेनी चाहिए और चार बजे के बाद ही घर से बाहर निकलना चाहिए.
दिल्ली पुलिस ने भारत बंद को देखते हुए अतिरिक्त सुरक्षा कर्मियों को तैनात कियाहै. इसके अलावा पुलिस उपायुक्त (नई दिल्ली) दीपक यादव ने कहा कि भारत बंद के मद्देनजर एहतियात के तौर पर सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम किए गए हैं. शहर की सीमाओं पर तीन विरोध प्रदर्शन
स्थलों से किसी भी प्रदर्शनकारी को दिल्ली में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी जाएगी.
हरियाणा में शाहबाद के पास दिल्ली-अमृतसर नेशनल हाईवे को किसानों ने जाम कर दिया .
तमिलनाडु, छत्तीसगढ़, केरल, पंजाब, झारखंड और आंध्र प्रदेश की राज्य सरकारों ने भारत बंद को अपना समर्थन दिया है. भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी), भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी, ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक, रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी जैसी वामपंथी पार्टियों ने भारत बंद को अपना समर्थन दिया है.
भारत बंद का असर बिहार की राजधानी पटना और आरा में थोड़ा बहुत दिख रहा है. यहां RJD के नेता सड़कों में प्रदर्शन कर रहे हैं. गांधी सेतु जाम हो गया है.
भारत बंद के दौरान दिल्ली की सीमा पर गाज़ीपुर में ट्रैफिक को रोक दिया गया है. किसान संगठन यहां प्रदर्शन कर रहे हैं. इसके अलावा दिल्ली-हरियाणा सीमा के कुछ हिस्सों को बंद कर दिया गया है.
संयुक्त किसान मोर्चा ने दिशा-निर्देश जारी करते हुए हड़ताल के दौरान शांति का आह्वान किया है और देश के सभी नागरिकों से भारत बंद में शामिल होने की अपील की है.
अस्पताल, मेडिकल स्टोर, राहत और बचाव कार्य सहित सभी आपातकालीन प्रतिष्ठानों और आवश्यक सेवाओं और व्यक्तिगत आपात स्थितियों में भाग लेने वाले लोगों को छूट दी जाएगी.