कोरोना सेनेटाइजेशन टनल दे रही बीमारियां, सुप्रीम कोर्ट ने मांगा सरकार से जवाब

सेनेटाईजेशन टनल कोरोना से बचाएं या ना बचाएं, लेकिन यह लोगों को मानसिक तौर पर बीमार कर सकती है।

Update: 2020-09-07 09:21 GMT

नई दिल्ली। कोरोना काल में सार्वजनिक स्थानों पर कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए लगाई गई सेनेटाईजेशन टनल कोरोना से बचाएं या ना बचाएं, लेकिन यह लोगों को मानसिक तौर पर बीमार कर सकती है। केंद्र सरकार ने इस टनल को क्लीनीकिली और मानसिक तौर पर खतरनाक बताया है। इसे लेकर जल्द ही सुप्रीम कोर्ट दिशानिर्देश जारी करने की तैयारी कर रहा है।

सुप्रीम कोर्ट में आज इस मामले की सुनवाई के दौरान साॅलिसीटर जनरल तुषार मेहता ने बताया कि कोरोना संक्रमण से बचने के लिए सेनेटाईजेशन टनल का प्रयोग मानसिक तौर पर बीमार कर सकता है। ऐसे में यह स्वास्थ्य के लिए उचित नहीं है। इस पर सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार से 10 अगस्त तक जवाब देने को कहा था। विशेषज्ञों के अनुसार शरीर को कीटाणुमुक्त करने के लिए लोग सेनेटाइजेशन टनल का उपयोग वायरस से मुक्ति दिलाने में किसी भी तरह से सहायक नहीं हैं। उल्टे इससे एलजी की समस्या बढने का खतरा है। याद रहे कि कई स्थानों पर सेनेटाइजेशन टनल तैयार किए गए हैं। इसमें सोडियम हाईपोक्लोराइड का उपयोग किया जाता है। जो व्यक्ति के शरीर में कई व्याधियांे का कारक है और स्वास्थ्य के लिए खतरनाक है। 

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