सपा-रालोद के लोग सामाजिक विघटन कर रहे पैदाः संजीव बालियान
मुजफ्फरनगर के सोरम गांव में मंत्री संजीव बालियान के विरोध के बाद हुई मारपीट के प्रकरण में मंत्री ने सपा और रालोद नेताओं पर साजिश रचने के आरोप लगाये
मुजफ्फरनगर। केंद्रीय राज्यमंत्री डॉ संजीव बालियान ने कहा है कि राष्ट्रीय लोकदल को चाहिए कि वह समाज में विघटन फैलाने का काम ना करें और सड़कों के बजाय चुनाव मैदान में आकर लड़ाई लड़ें। समाजवादी पार्टी और रालोद पर समाज में किसान आंदोलन के नाम पर विघटन फैलाने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि सौरम में आज जो कुछ हुआ वह पूर्व नियोजित ढंग से तय था और जिस तरह से 10 मिनट के अंदर ही तमाम रालोद नेता वहां पहुंच गएा, उससे साफ जाहिर है कि पूर्व नियोजित तरीके से यह षडयंत्र रचा गया।
आज सौरम में हुई घटना को लेकर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए डॉ संजीव बालियान ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि वह तेरहवीं के कार्यक्रम में शोक जताने के लिए गांव सोरम में गए थे। उन्होंने आरोप लगाया कि रालोद के ब्लॉक अध्यक्ष वहां अपने कुछ समर्थकों के साथ आए और उन्होंने नारेबाजी शुरू कर दी। यह बेहद दुखद है कि जिस परिवार में मौत हो गई, जो परिवार मौत का गम झेल रहा है कि उसके दरवाजे पर जाकर इन लोगों ने बदतमीजी की। इसी को लेकर मैंने वहां पर पुलिस को बुला लिया था। उन्होंने सीधे तौर पर कहा कि समाजवादी पार्टी के नेता सुधीर पंवार ने जानबूझकर किसानों को उनके आगे लाकर खड़ा किया।
उन्होंने कहा कि शोक जैसे कार्यक्रम में इस तरह के राजनीतिक विरोध का कोई औचित्य नहीं है। डॉक्टर संजीव बालियान ने कहा कि कल समाजवादी पार्टी और आज रालोद कार्यकर्ताओं ने इस तरह की हरकत कर जता दिया है कि वह समाज में विघटन पैदा करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में हर व्यक्ति को अपनी बात कहने का अधिकार है। उन्हें अपनी बात कहने का अधिकार है और मुझे अपनी। संजीव बालियान ने कहा कि किसान आंदोलन कर रहे हैं तो उनका स्वागत है लेकिन विरोध करने वाले लोग किसान नहीं है वह राजनीतिक दलों से जुड़े हुए लोग हैं जो चुनावी लाभ के लिए सब कुछ कर रहे हैं।
डॉक्टर संजीव बालियान ने कहा कि पहले भी रालोद उनके सामने चुनाव लड़ चुका है और आगे भी 2022 और 2024 में चुनाव का मैदान खुला हुआ है और वह चाहे तो चुनाव के मैदान में आकर उनके साथ मुकाबला करें, लेकिन इस तरह के विरोध का कोई मतलब नहीं है। डॉक्टर संजीव बालियान ने कहा कि मैं भी किसान हूं और तमाम ऐसे किसान हैं जो इस तरह के प्रपंच से अलग हैं। रालोद मेरे सामने चुनाव लड़ चुका है। अगला चुनाव 2024 में होगा। रालोद को चुनाव मैदान में आकर मुझसे मुकाबला करना चाहिए।