पूर्णागिरि में हटी पाबंदी, अब कोरोना की निगेटिव रिपोर्ट जरूरी नहीं
एक दिन में दस हजार श्रद्धालुओं को दर्शन की अनुमति किसी भी प्रकार से जायज नहीं है। उन्होंने कहा कि जो भी भक्त दर्शन के लिए पूर्णागिरि की ओर आएगा उसे बैरंग नहीं लौटने दिया जाएगा।
देहरादून। पूर्णागिरि मेले में श्रद्धालुओं की संख्या को लेकर प्रशासन बैकफुट पर आ गया है। पहले प्रशासन ने तय किया था एक दिन में केवल दस हजार श्रद्धालु दर्शन कर सकेंगे, लेकिन अब यह सीमा हटा ली गई है।
गुरुवार को तहसील में विधायक कैलाश गहतोड़ी की अध्यक्षता में हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया। तय हुआ कि अब एक दिन में दस हजार से अधिक श्रद्धालु भी मां के दर्शन कर सकेंगे। विधायक ने पहले तो मेले में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए आरटीपीसीआर रिपोर्ट आवश्यक होने की बात कही लेकिन बाद में केवल थर्मल स्क्रीनिंग पर सहमति बनी।
विधायक गहतोड़ी ने कहा कि जिला प्रशासन की ओर से जारी निर्देशों का पालन करना भी जरूरी है। लेकिन भारी बंदिशें लगाकर मेले को बेकार नहीं किया जा सकता। कहा कि एक दिन में दस हजार श्रद्धालुओं को दर्शन की अनुमति किसी भी प्रकार से जायज नहीं है। उन्होंने कहा कि जो भी भक्त दर्शन के लिए पूर्णागिरि की ओर आएगा उसे बैरंग नहीं लौटने दिया जाएगा। विधायक ने कहा कि हम लोग शिफ्ट में मेले को संचालित करेंगे ताकि कोई भी भक्त गाइडलाइन से परेशान न हो।
वहीं स्वास्थ्य विभाग से थर्मल स्क्रीनिंग के लिए जगबुड़ा, ठुलीगाड़ में जांच शिविर लगाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की दिक्कत नहीं आनी चाहिए। विधायक ने कहा कि मेले से टनकपुर-बनबसा के हजारों लोगों का रोजगार जुड़ा हुआ है। उन्होंने सभी विभागों के अधिकारियों से मेले में व्यवस्थाओं को दुरुस्त रखने के निर्देश दिए। वहीं मंदिर समिति कोरोना जांच का विरोध करती नजर आई। पूर्णागिरि मुख्य मेले का शुभारंभ कैबिनेट मंत्री बंशीधर भगत करेंगे। विधायक कैलाश गहतोड़ी ने बताया कि इस बार काबीना मंत्री भगत मेले के शुभारंभ के बाद मुख्य मंदिर तक जाकर माता का आशीर्वाद लेंगे।
टनकपुर। मेले से संबंधित बैठक में एसडीएम हिमांशु कफल्टिया, सीओ अविनाश वर्मा, एआरटीओ रश्मि भट्ट, सीएमएस डॉ. एचएस ह्यांकी, तहसीलदार खुशबू पांडे, एआरएम केएस राणा, लोनिवि एसडीओ एपीएस बिष्ट, बूम फॉरेस्ट रेंज क्षेत्राधिकारी गुलजार हुसैन, पालिकाध्यक्ष विपिन कुमार वर्मा, ईओ बनबसा केएस रंजन, मंदिर समिति अध्यक्ष भुवन पांडेय, व्यापार मंडल अध्यक्ष शाहिद हुसैन, परमजीत सिंह गांधी, टैक्सी यूनियन अध्यक्ष विनोद बिष्ट आदि रहे।