यूपी में आएंगी 1.50 लाख ई-बसें, ड्राईवर निवेशकों का होगा, कंडक्टर सरकार का
मिलेगा 3 लाख युवाओं को रोजगार, गडकरी ने सीएम योगी को समझाया लंदन ट्रांसपोर्ट माॅडल;
लखनऊ। देशभर में सडकों का जाल बिछाकर नागरिकों की यात्रा को सुलभ, सुगम एवं सुविधाजनक बनाने वाले केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि यूपी में इलेक्ट्रिक वाहनों के निर्माण का हब बनने की पूरी क्षमता है। उन्होंने सरकार को लंदन ट्रांसपोर्ट के माॅडल पर काम करने का सुझाव दिया। कहा, बेड़े में सब इलेक्ट्रिक बसें शामिल करिए। बस निवेशक खरीदेंगे, ड्राइवर उनका होगा, कंडक्टर आपका।
ईवी के इस्तेमाल से ट्रांसपोर्टेशन लागत आधे से भी कम हो जाएगा। जनता एसी बस से 30-40 प्रतिशत कम किराया देकर भी चल सकेगी। इस कवायद में यूपी में 1.5 लाख इलेक्ट्रिक बसें आ सकेंगी और 3 लाख लोगों को रोजगार मिल सकेगा। नितिन गडकरी ने दधीचि हाॅल में यूपी में इलेक्ट्रिक वीइकल ;ईवीद्ध व ट्रांसपोर्ट की संभावनाओं पर आयोजित सत्र में कहा कि केंद्र की स्क्रैप पाॅलिसी आई है। यूपी उससे लागू करता है तो वाहनों के तमाम कंपोनेंट आयात नहीं करने पड़ेंगे, इससे लागत 30 प्रतिशत तक कम हो जाएगी। प्रदेश में आगरा, कानपुर, अलीगढ़, फतेहपुर, गोरखपुर, मेरठ जैसे शहर ईवी के निर्माण के बड़े केंद्र बन सकते हैं। इससे प्रदेश में बड़ा निवेश भी आएगा। यूपी में 87 प्रतिशत जमीन सिंचित है। यहां बाॅयो एनर्जी और हाइड्रोजन एनर्जी का सेंटर बनने की भी संभावना है। देश को ईंधन के आयातक से निर्यातक बनाने में यूपी अहम भूमिका निभा सकता है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आप किसी को आंखें दान कर सकते हैं, विकास की दृष्टि नहीं। आज यूपी के पास विकास की दृष्टि भी है और दूरदर्शी नेतृत्व भी। इसीलिए यूपी की गाड़ी विकास के एक्सप्रेस-वे पर तेजी से दौड़ रही है। इसमें गडकरी ने यूपी सरकार से कहा कि आप यूपी में इलेक्ट्रिक वीइकल के लिए बसपोर्ट बनाइए, इसे एअरपोर्ट जैसी सुविधाओं से जोड़ा जाएगा।