MUZAFFARNAGAR-डीएम और एसएसपी ने कांवड़ियों पर की फूलों की बारिश

डाक कांवड़ की रफ्तार के बीच हेलीकॉप्टर में सवार होकर अफसरों ने कांवड़ मार्ग का किया एरियल सर्वे, हाईवे से शहर तक सड़कों पर शिव भक्तों की भागमभाग ने पैदा किया आकर्षण, डाक कांवड़ियों में लगी रेस से बना कौतूहल

Update: 2024-08-01 10:31 GMT

मुजफ्फरनगर। साल 2024 का कांवड़ मेला अब अपने समापन की ओर अंतिम पलों में पहुंच गया है। गुरूवार को इक्का दुक्का पैदल कांवड़ियों के सफर के बीच हरिद्वार से मुजफ्फरनगर तक हाईवे से लेकर शहर के अंदर तक डाक कांवड़ियों की भागमभाग ने एक अद्भुत आकर्षण पैदा करते हुए शिव शंकर के भक्ति के प्रति भक्तों की अटूट आस्था की गंगोत्री बहने का नजारा पेश किया। डाक कांवड़ियों की भागमभाग में शिव मूर्ति की परिक्रमा ने एक अनोखा कौतूहल पैदा किया। डाक कांवड़ियों के बीच गंगाजल को अनवरत बहा ले जाने की रेस को देखने के लिए लोगों की भीड़ भी शिव चौक पर नजर आई तो वहीं डीएम और एसएसपी के द्वारा आकाश से शिवभक्तों पर गुलाब के फूलों की बारिश ने आस्था के इस मेले का उत्साह और उल्लास चरम पर पहुंचा दिया। दोनों अफसरों ने कांवड़ मार्ग को एरियर सर्वे करते हुए व्यवस्थाओं को परखा और फिर रामपुर तिराहे पर पहुंचकर डाक कांवड़ियों की भागमभाग के बीच यातायात व्यवस्था को सुचारू करने का काम किया। इसके साथ ही हाईवे से शहर के अंदर तक वाहनों के आवागमन पर लगी पाबंदी भी बौनी साबित होती नजर आई। पुलिस प्रशासन के अनुसार करीब पांच लाख डाक कांवड़िया इस बार शहर से होकर गुजरा है। इनमें दो पहिया वाहन से करीब तीन लाख डाक कांवड़िया गुजरा है।


जैसे गंगा में जल अनवरत बहता है, डाक कांवड़िये भी जल को बिना रोके भगवान आशुतोष का अभिषेक करने के लिए एक अविरल धारा की भांति बहते हुए निकल पड़ते हैं। ऐसा ही नजारा गुरूवार को दिखा भी। हाईवे से शहर की सड़कों तक पर डाक कांवड़ की भागमभाग रही। शिवा भक्तों में निर्धारित समय पर गंतव्य तक पहुंचने की जल्दी थी। समूचा माहौल भोले के भजन और देशभक्ति गीतों से गुंजायमान रहा। डाक कांवड़ के वाहनों पर भगवा के साथ ही तिरंगा भी लहरा रहा था। गुरुवार सुबह से डाक कांवड़ियों का हरिद्वार से गंतव्य की ओर से लौटने का सिलसिला शुरू हुआ था। इनमें अधिकांध हरियाणा और राजस्थान के थे। दिल्ली के डाक कांवड़िया भी अपनी आमद दर्ज कराने में पीछे नहीं रहे। इन भक्तों में उल्लास और आस्था का भाव गजब का था। बाइक, ट्रक, डीसीएम आदि पर सवार शिवभक्त भजनों पर झूम रहे थे और गंतव्य की ओर बढ़ रहे थे।


बाइक सवार भक्तों के दल भी खूब गर्जना करते हुए शहर से गुजरे। कांवड़ मार्ग और प्रमुख मंदिरों की निगरानी के लिए मेरठ जोन को बुधवार को हेलिकॉप्टर मिल गया था। इसके बाद मेरठ, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर और बागपत में हेलिकॉप्टर से निगरानी के साथ शिवभक्तों पर फूल बरसाए जाने का सिलसिला भी शुरू कर दिया गया। गुरूवार की सुबह मेरठ जोन से हेलिकाप्टर मुजफ्फरनगर पुलिस लाइन में भेजा गया और यहां डीएम अरविन्द मल्लप्पा बंगारी तथा एसएसपी अभिषेक सिंह ने इसमें सवार होकर कांवड़ मार्ग की निगरानी की तो वहीं शिव भक्तों पर फूलों की बारिश कर उनका अभिनन्दन और स्वागत किया। डीएम अरविंद मलप्पा बंगारी व एसएसपी अभिषेक सिंह द्वारा गुरूवार को हेलीकॉप्टर में सवार होने के बाद शिव चौक, एनएच-58, भूराहेड़ी बार्डर पर पहुंचने के साथ ही कांवड़ियों पर पुष्पवर्षा की गयी। पुष्प वर्षा होते देख कावंड यात्रियों द्वारा भाव विभोर होकर हर-हर महादेव व बम-बम भोले के जयकारे लगाये गये। इसके बाद दोनों अधिकारी रामपुर तिराहे पर पहुंचे और डाक कांवड़ों की भीड़ के बीच यातायात व्यवस्था का निरीक्षण करते हुए सुचारू और सुगम व्यवस्था बनाने का प्रयास किया। एसएसपी ने कहा कि कावड़ यात्रा अपने समापन की ओर है। सभी शिव भक्त तेज गति से अपने गंतव्य की ओर जा रहे हैं, ऐसे में अप्रिय घटना होने की संभावना बनी रहती है, जिसके लिए पुलिस अधिकारी चप्पे-चप्पे पर तैनात हैं जो सभी की सुरक्षा के लिए तत्पर है।

शिवरात्रि पर्व पर शिव के जलाभिषेक में निगरानी करेंगे एटीएस कमांडो

मुजफ्फरनगर। डाक कांवड़ों की भागमभाग के बीच ही जिला पुलिस और प्रशासन ने गुरूवार की रात से ही होने वाले भगवान शिव के जलाभिषेक के लिए मंदिरों पर तैयार कर ली। जनपद में शिव चौक स्थित शिव मूर्ति और सम्भलहेडा स्थित श्री महादेव मंदिर सहित करीब 50 स्थानों पर सावन की शिवरात्रि में भगवान शिव का जलाभिषेक करने के लिए भक्त उमड़ते हैं। सर्वाधिक भीड़ शिव चौक पर रहती है। इस बाद शिवरात्रि पर जलाभिषेक के लिए शिव मूर्ति मंदिर के साथ ही अन्य सभी प्रमुख मंदिरों के चप्पे-चप्पे पर फोर्स तैनात कर दी गई है। एटीएस स्पॉट के कमांडो पहली बार जलाभिषेक के लिए शिव मूर्ति की निगरानी करेंगे। इसके साथ ही यहां पर ड्रोन कैमरा भी लगाया गया है। जिला प्रशासन के अनुसार शिव मूर्ति पर त्रयोदशी में ही गुरूवार की आधी रात से जलाभिषेक का दौर शुरू हो जायेगा। इसको लेकर सुरक्षा बंदोबस्त पूरे कर लिये गये हैं। यहां पर करीब 25 हजार से ज्यादा शिवभक्तों के उमड़ने का दावा प्रशासन ने किया है। 

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