KANWAD YATRA-बोल बम के शोर में अब हर कोई हुआ गुम

मंगलवार को भीषण गर्मी के बीच शिव चौक पर उमड़ा शिव भक्तों का सैलाब, शंकर बाबा की भक्ति में दिखी श्रद्धा की शक्ति, दोपहर की गर्मी में शिविरों में ठहरे शिव भक्तों ने स्नान कर किया राहत पाने का प्रयास, दोपहर बाद हल्की बारिश ने बढ़ाई उमस

Update: 2024-07-30 10:05 GMT

मुजफ्फरनगर। कांवड़ यात्रा अब अपने चरम पर पहुंच चुकी है। ऐसे में भीषण गर्मी शिव भक्तों की पूरी अग्निपरीक्षा ले रही है। इस उमस भरी गर्मी ने मंगलवार को दोपहर 12 बजे के बाद कांवड़ियों के कदम रोक दिए। कांवड़ियों को शिविरों में विश्राम के लिए रुकना पड़ा। यहां पर अधिकांश कांवड़ियों को पानी से स्नान कर गर्मी से राहत पाने के प्रयास करते हुए देखा गया। हालांकि दोपहर बाद मौसम का मिजाज बदला और भगवान भोलेनाथ ने अपने भक्तों पर करम किया। शहर में हल्की बारिश के बीच कांवड़ियों को गर्मी से कुछ देर के लिए राहत तो मिली, लेकिन इससे बनी उमस ने घुटन पैदा कर नई चुनौती पेश कर दी। इसके बावजूद भी मंगलवार को शिव भक्तों का सैलाब उमड़ता ही रहा।


रविवार से ही भीषण गर्मी और उमस का वातावरण बना हुआ होने से शिव भक्त कांवड़ियों को यात्रा में अग्निपरीक्षा देनी पड़ रही है। गर्मी के बीच पांव में छाले और जुबां पर भोले के जयकारों के संग कांवड़िये मंजिल की ओर बढ़ते जा रहे हैं। कुछ मन्नत पूरी होने पर कांवड़ ला रहे हैं और तो कुछ ने अपनी मन्नत मांगकर भाले को प्रसन्न करने के लिए कांवड़ उठाई है। कहीं यह कांवड़ यात्रा 12 साल की मुस्लिम लड़की सुहाना के कंधों पर गंगाजल की तस्वीर देकर साम्प्रदायिक सौहार्द्र का संदेश दे रही है तो कहीं भगवा ध्वज के साथ लहराता तिरंगा शिव भक्ति में राष्ट्रभक्ति की प्रेरणा जगा रहा है। कांवड़ यात्रा में हाईवे और शहर की सड़कों पर कांवड़ियों की संख्या और दिनों के मुकाबले आज कई गुना अधिक रही।


रविवार और सोमवार के साथ ही मंगलवार को दोपहर तक बारिश न होने के कारण उमस और गर्मी बरकरार रहने से कांवड़ियों को कड़ी तपस्या से गुजरना पड़ा। ऐसे में भीषण गर्मी का एहसास और मौसम प्रतिकूल होने के बावजूद शिवभक्तों के कदम नहीं रुक रहे हैं। शहर के साथ ही गांव देहात में करीब 150 से अधिक सेवा शिविर लगाए गए हैं। इन शिविरों में गर्मी से राहत पाने के लिए शिवभक्त कुछ देर आराम करते हैं और फिर अपने गंतव्यों की ओर बढ़ रहे हैं। आसमान से बरसती आग में तपती सड़क, 35 से 36 डिग्री तापमान में सड़क पर नंगे पैर चलते कांवड़िया छलनी शरीर के असहनीय दर्द को भूलकर बम-बम भोले का उद्घोष करते हुए सड़कों पर नजर आ रहा है। मंगलवार को पूरा सैलाब ही उमड़ा रहा। मानो गंगोत्री से केसरिया गंगा शिव की जटाओं में समाने को आतुर हो।


मुजफ्फरनगर में कावड़ यात्रा इस समय अपने उच्च स्तर पर पहुंच गई है। हरिद्वार की ओर से प्रतिदिन लाखों पैदल कांवड़ियों के साथ हजारों की संख्या में बड़ी झांकियां वाली सजावटी रंग-बिरंगी लाइटों से जगमगा रही कांवड़ भी यहां पहुंच रही हैं जिनके साथ नृत्य करते हुए शिव भक्त चल रहे हैं। पूरा नगर इन शिव भक्तों की सेवा और स्वागत में उमड़ पड़ा है। पूरा कावड़ मार्ग शिवमय नजर आता है। हरिद्वार से मुजफ्फरनगर तक कांवड़ियों की अटूट श्रृंखला बनी नजर आ रही है। जो गंगा की धारा की तरह मुजफ्फरनगर पहुंचकर कई अलग-अलग छोटी धाराओं में विभाजित हो जाती है। मुजफ्फरनगर में आने के बाद यहां से 8 मार्गाे पर कावड़ियां बंटकर आगे बढ़ते हैं।


भोलेनाथ की भक्ति कांवड़ियों के पैरों के छाले के दर्द पर भारी पड़ रही है। प्रभु की भक्ति में डूबे शिवभक्त शिवालयों की तरफ बढ़ रहे हैं। सेवक जगह-जगह कांवड़ शिविरों में कांवड़ियों की सेवा को अपना सौभाग्य मानकर चल रहे हैं। शिविरों में सेवा करते हुए वीआईपी भी देखे जा रहे हैं। यहां का सेवाभाव देखकर भोला कांवड़िया भी साधुवाद देते हुए अपने आगे के सफर पर निकल रहा है। माना जा रहा है कि अब बुधवार से इस यात्रा में डाक कांवड़ियों का जोश और उल्लास एक नया ही कौतूहल पैदा करने वाला साबित होगा। डाक कांवड़ियों की एंट्री होने के साथ ही तमाम व्यवस्था भी बौनी साबित होने लगती है। सड़कों पर तेज रफ्तार डाक कांवड़ों को थामने के लिए पुलिस और प्रशासन अस्थाई स्पीड ब्रेकर बनाने की तैयारियों में भी जुट गया है।

सिद्ध पीठ बन गया शिव चौक, रामपुर तिराहे पर एसएसपी की नजर


मुजफ्फरनगर। सावन मास की कांवड़ यात्रा के लिए मुजफ्फरनगर जनपद टर्निंग प्वाइंट है, यहां स्थित शिव चौक अब शिव भक्तों के लिए भगवान शिव शंकर की सिद्ध पीठ के रूप में प्रसि( हो चुका है। यहां पर स्थापित भगवान शंकर की प्रतिमा कंक्रीट और सीमेंट से बनाई गई है। यह यहां ऐसी पहली प्रतिमा है, जिसे शिव मूर्ति संचालक मण्डल के द्वारा बरसों पहले स्थापित किया गया था। प्रत्येक वर्ष कई करोड़ कांवड़ियों द्वारा कांवड़ यात्रा के दौरान शिव चौक पर भगवान शिव की परिक्रमा लगाकर ही अपने गंतव्य की ओर प्रस्थान किया जाता है।


लाखों डाक कांवड़िये भी अपने वाहनों से भगवान भोलेनाथ की परिक्रमा करने के बाद आगे प्रस्थान करते हैं जिस कारण हरिद्वार से शुरू होने वाली इस कांवड़ यात्रा के मार्ग पर शिव चौक अत्यंत पवित्र स्थल बन गया है। यहां भगवान शिव का अलौकिक स्वरूप अत्यंत दर्शनीय और भक्तों को अभय प्रदान करने वाला दिखाई देता है। इसके अलावा कांवड़ यात्रा में बड़ी डीजे कांवड़ों को शहर के अंदर प्रवेश नहीं देने के लिए पुलिस प्रशासन ने तैयारी की है। इसके लिए एसएसपी अभिषेक सिंह और एडीएम प्रशासन नरेन्द्र बहादुर सिंह पूरी टीम के साथ रामपुर तिराहे पर डटे हुए हैं। रामपुर बाईपास चौराहे पर कांवड़ यात्रा में ट्रैफिक और शिव भक्तों के सैलाब को कंट्रोल करने को पुलिस और प्रशासन ने पूरी ताकत झोंकी हुई है। एसएसपी अभिषेक सिंह, एसपी सिटी सत्यनारायण प्रजापत एडीएम प्रशासन नरेंद्र बहादुर सिंह रात में रामपुर बाईपास चौराहे पर ही डटे रहे और बड़ी डीजे कांवड़ों को हाईवे से ही भेजने में जुटे रहे ताकि शहरी व्यवस्था को बनाये रखा जा सके। 

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