देवबंद के रामलीला मैदान में इस साप्ताह पेठ बाजार न लगने के स्थान पर श्री बालाजी धाम के सामने मैदान मे सुंदरकांड का पाठ होने से आज बुध बाजार नही लग सका।
मिली जानकारी के अनुसार कुछ दिन पूर्व इस धार्मिक स्थल रामलीला मैदान में जहां रामलीला भवन और श्री बालाजी धाम है, वहां सायं कुछ मुस्लिम युवक क्रिकेट खेल रहे थे , उनके द्वारा मंदिर के पुजारी के साथ अभद्रता की तो उन्होने इन लडको को धमका दिया। इसके बदले मे मुस्लिम समाज से बडी संख्या मे लोग एक्रित होकर मंदिर पर पहुंचे और मंदिर पुजारी से मारपीट की तथा मंदिर पर पथराव कर दिया था। घटना को लेकर मंदिर प्रशासन ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी।घटना से प्रशासन भी हर्कत मे आया और कुछ लोगों को पकडा गया था। इसके बाद हिंदु समाज, अंतर्राष्ट्रीय हिंदू परिषद राष्ट्रीय बजरंग दल के कार्यकर्तायो ने निर्णय लिया कि बुध बजार के कारण मंदिर की पवित्रता पर तो फर्क पडता है और साथ ही मंदिर मे दर्शन व पूजा के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को बडी कठिनाई का सामना करना पड़ता है। इन सब कठिनाईयों को देखते हुए हिंदू समाज द्वारा सुंदरकांड का पाठ कराया गया । अंतर्राष्ट्रीय हिंदू परिषद राष्ट्रीय बजरंग दल के रुद्रा मिश्रा ने बताया की आज सुबह से ही बुध बाजार नही लगने दिया और वहां सुंदरकांड का पाठ व कीर्तन किया। जिसमें हिंदू समाज के लोगों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया और बालाजी का गुणगान किया और यह बुध बाजार आने वाले हर सप्ताह के बुधवार को नहीं लगने दिया जाएगा।
वही दूसरी ओर बुध बाजार मे दुकान लगाने वाले दुकानदारो ने उपजिलाधिकारी को दिए ज्ञापन में बताया कि लगभग 50 -60 वर्षों से वह साप्ताहिक बुद्ब बाज़ार में दुकाने लगातें आ रहे है। ज्ञापन में कहां गया है कि अगर भविष्य में उक्त स्थान पर कभी धार्मिक प्रोग्राम होगा तो वह पेठ बाज़ार में दुकाने नहीं लगायेगे। एक दुकानदार का कहना है कि लगभग 50-60 वर्षों से साप्ताहिक पेठ बाजार लगता चला आ रहा है, पहले उसके पिता इस बाज़ार में दुकान लगाते थे अब वह यहां दुकान लगाता है। आसिफ का कहना है उनके संज्ञान में आया है कि अब कभी यहाँ पेठ बाज़ार नहीं लगेगा उन्होने शासन प्रशासन से पेठ बाज़ार लगवाने कि मांग कि है। सभासद वाजिद मलिक ने बताया कि गत दिनों पूर्व रामलीला मैदान में बच्चों का कुछ विवाद हो गया था उसी को लेकर आज वहां बुध बाजार नहीं लगने दिया गया, जिस प्रकरण में प्रशासन जांच कर रहा है। उन्होंने कहा हर सप्ताह बुध बाजार में दूर दराज से और लोकल के लोग दुकाने लगाते हैं अगर उन्हें दुकान नहीं लगाने दी जा रही है तो यह अफसोस की बात है। उन्होंने कहा वह प्रयास कर रहे हैं अगले सप्ताह साप्ताहिक बुध बाजार लगे और सभी दुकानदार फिर से अपनी-अपनी दुकानें लगा सके, जिसके लिए वह और अन्य सभासद प्रयास कर रहे हैं।