जीएसटी हेरफेर के आरोप में मेरठ से आई टीम ने पांच घंटे तक खंगाले दस्तावेज़, छापे से उद्योग जगत में मचा हड़कंप
मुजफ्फरनगर। जनपद मुज़फ्फरनगर के वहलना क्षेत्र में स्थित बरनाला स्टील फैक्ट्री पर सोमवार को सीजीएसटी (केंद्रीय वस्तु एवं सेवा कर) की टीम द्वारा की गई छापामार कार्रवाई ने जिले के औद्योगिक जगत में हलचल मचा दी है। कर हेरफेर और रिकॉर्ड में गड़बड़ी की शिकायतों के बाद डीजीजीआई (डायरेक्टरेट जनरल ऑफ जीएसटी इंटेलिजेंस) की टीम ने फैक्ट्री में करीब पांच घंटे तक जांच की। इस दौरान टीम ने कंपनी के निदेशक हाजी अमीर अहमद खां और दो एकाउंटेंट को हिरासत में लेकर पूछताछ के लिए अपने साथ ले गई।
सोमवार को हुई यह कार्रवाई मंगलवार को भी चर्चा का विषय बनी रही। शहर के व्यापारिक और औद्योगिक हलकों में इसे लेकर लगातार चर्चाएं जारी हैं। बताया जा रहा है कि बरनाला स्टील पर जीएसटी से जुड़ी गड़बड़ियों को लेकर विभाग की ओर से कई बार नोटिस और समन भेजे गए थे, लेकिन कंपनी की ओर से कोई जवाब नहीं दिया गया। इसी के बाद विभाग ने सख्त रुख अपनाते हुए छापेमारी की।
सूत्रों के अनुसार, मेरठ से पहुंची सीजीएसटी की टीम सोमवार दोपहर करीब 12 बजे फैक्ट्री में दाखिल हुई और शाम करीब साढ़े पांच बजे तक जांच में जुटी रही। इस दौरान टीम ने फैक्ट्री के खरीद-बिक्री से जुड़े जीएसटी रिकार्ड, बहीखातों और लेखा दस्तावेजों को खंगाला। सूत्रों का कहना है कि इस छापे के दौरान हुई प्रारंभिक जांच में टीम को कई अनियमितताएं मिली हैं, जिनमें जीएसटी की रकम जमा न करना और इनवॉइस में गड़बड़ी प्रमुख रही। फैक्ट्री से बरामद दस्तावेजों के आधार पर टीम ने कंपनी के निदेशक हाजी अमीर अहमद खां और दो एकाउंटेंट को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया। बताया जा रहा है कि पूछताछ के दौरान टीम यह जानने का प्रयास कर रही है कि टैक्स भुगतान में हुई गड़बड़ी की जिम्मेदारी किस स्तर पर तय होती है। सीजीएसटी विभाग ने कंपनी के खिलाफ जुर्माने की कार्रवाई भी शुरू कर दी है।
बरनाला स्टील पर हुई इस छापामार कार्रवाई से जिले के अन्य उद्योगपतियों में भी चिंता का माहौल है। इससे पहले भी मुज़फ्फरनगर में राणा स्टील और अन्य बड़े उद्योग प्रतिष्ठानों पर इस तरह की कार्रवाई हो चुकी है, जिसने उस समय बड़े विवाद का रूप ले लिया था। अब बरनाला स्टील पर पड़े छापे ने एक बार फिर जिले के व्यापारिक जगत को सकते में डाल दिया है। बरनाला स्टील फैक्ट्री पर सीजीएसटी की यह कार्रवाई कर चोरी के खिलाफ विभाग की सख्त नीति का हिस्सा मानी जा रही है। विभागीय सूत्रों का कहना है कि अब ऐसे सभी उद्यमों पर कड़ी नजर रखी जाएगी जो जीएसटी नियमों का उल्लंघन कर सरकारी राजस्व को नुकसान पहुंचा रहे हैं।






