
व्यंग्य-टाउनहाल पर काला साया-हर शय पर कब्जा जमाया
भोर के समय दूध वाले की आवाज से हमारी नींद को सीजफायर वाला झटका लगा, अधखुली आंखों से हम पतीला लेकर अपनी दिनचर्या का दायित्व निभाने के लिए गेट की ओर लपके, दरवाजा खुला तो अपनी चिर-परिचित मुस्कान के साथ दूध वाला भैया सामने था, उसने तेजी दिखाई तो हमने भी तत्काल पतीला उसके हाथों

