अलीगढ़ में पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंडलीय समीक्षा के दौरान जताई गहरी चिंता, कहा-विशेष सावधानी बरतें अधिकारी
अलीगढ़। अलीगढ़ के कलेक्ट्रेट सभागार में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मतदाता पुनरीक्षण कार्य की समीक्षा बैठक ली। इस मंडलीय समीक्षा बैठक में मतदाता सूची की सटीकता और तैयारी पर गंभीर चिंता व्यक्त की और जनप्रतिनिधियों तथा पार्टी पदाधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। कलेक्ट्रेट सभागार में हुई इस बैठक में मुख्यमंत्री ने साफ तौर पर कहा कि प्रदेश में सबसे अधिक फर्जी वोट अलीगढ़ और मुजफ्फरनगर जिलों में हैं। उन्होंने इन दोनों जिलों में मतदाता सूची तैयार करने के दौरान विशेष सावधानी बरतने की ज़रूरत पर ज़ोर दिया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पार्टी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को मतदाता सूची के निरीक्षण में किसी भी तरह की लापरवाही न बरतने की सख्त हिदायत दी। उन्होंने विपक्षी पार्टियों की ओर इशारा करते हुए कहा कि वे लोग 100 फीसदी क्षमता के साथ बेहद खामोशी से मतदाता सूची तैयार करने के काम में लगे हुए हैं। इसको देखते हुए आप लोगों को बेहद गंभीरता से काम करने की ज़रूरत है। शादी हो तब भी काम में लगे रहें। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मतदाता पुनरीक्षण (एसआईआर) कार्य में हुई देरी पर सख़्त नाराज़गी ज़ाहिर की। उन्होंने जनप्रतिनिधियों को इसे अत्यधिक गंभीरता के साथ निपटाने का निर्देश दिया, खासकर तब जब इसकी अंतिम समय सीमा करीब है।
एसआईआर के मंडलीय कार्यक्रम प्रभारी, पूर्व विधायक रामप्रताप सिंह चौहान ने मुख्यमंत्री के निर्देशों की जानकारी देते हुए बताया कि मुख्यमंत्री ने मतदाता पुनरीक्षण कार्य पर विशेष जोर दिया है। सीएम ने विशेष रूप से अलीगढ़ शहर और कोल विधानसभा क्षेत्रों में मतदाता पुनरीक्षण कार्य के देरी से शुरू होने पर अपनी नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने स्पष्ट किया कि इस महत्वपूर्ण और संवेदनशील कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सभी को पूरी गंभीरता और तत्परता से काम करने को कहा। मुख्यमंत्री ने बताया कि मतदाता पुनरीक्षण कार्य की समाप्ति में केवल चार दिन शेष हैं। कार्य को प्रभावी ढंग से पूरा करने के लिए टोली बनाकर काम किया जाए। सीएम ने इस बात पर जोर दिया कि मतदाता सूची में किसी भी श्मृतश् या बाहरी व्यक्ति का नाम शामिल नहीं होना चाहिए, यह सुनिश्चित करने के लिए गहन समीक्षा की जाए।
मुजफ्फरनगर में अब तक सवा लाख वोट कटी, सदर विधानसभा सुस्त
मुजफ्फरनगर। जनपद मुजफ्फरनगर में छह विधानसभा क्षेत्रों में चल रहे मतदाता सूचियों के एसआईआर अभियान में 4 दिसम्बर के बाद बेहद तेजी देखी गई है। अब चार दिन ही शेष रह गये हैं। 11 दिसम्बर एसआईआर गणना प्रपत्र भरने का अंतिम दिन है। ऐसे में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा अलीगढ़ में समीक्षा बैठक में मुजफ्फरनगर में सर्वाधिक फर्जी वोट होने की चिंता जाहिर करने से अधिकारियों की पैशानी पर भी पसीना नजर आना स्वाभाविक है। सूत्रों के अनुसार अभी तक जनपद में छह विधानसभा क्षेत्रों में एसआईआर के आधार पर मृत, लापता और स्थानांतरित आधार पर करीब सवा लाख मतदाताओं के नाम काटे जा चुके हैं। यहां पर डुप्लेकेसी वोटों की संख्या भी काफी मिली है। कुछ मामलों में एक मतदाता की तीन तीन जगह भी वोट होने की बात सामने आई है। जिला निर्वाचन अधिकारी उमेश मिश्रा ने छह दिसम्बर की मीडिया मीट में जो आंकड़े प्रस्तुत करें उसकी बात करें तो जनपद में 21 लाख 12 हजार 586 मतदाताओं में से मुजफ्फरनगर विधानसभा में एसआईआर का कार्य सबसे धीमा बना हुआ है। यहां पर 67 प्रतिशत मतदाताओं के ही एसआईआर गणना प्रपत्र भरवाये जा सके थे।






