मुजफ्फरनगर। गांव-गांव शिक्षा की अलख जगाने वाले स्वामी कल्याण देव और महर्षि दयानंद के सपनों को वर्तमान में शासन और प्रशासन कुचलता नजर आ रहा है। जहां एक ओर सरकारी स्कूलों के रूप में गांव और शहर में चलने वाले शिक्षा के मंदिरों में ताले लग रहे हैं, वहीं दूसरी ओर शराब के ठेके बेधड़क खोले जा रहे हैं। इसी विरोधाभास ने ग्राम टांडा के ग्रामीणों को आक्रोशित कर दिया है। उन्होंने साफ ऐलान किया है कि जब तक बंद कराया गया उनका स्कूल गांव में पुनः शुरू नहीं होगा, तब तक वे न बच्चों को पढ़ाएंगे और न ही किसी चुनाव में भाग लेंगे। ग्रामीणों ने इस मामले में भारतीय किसान यूनियन के नेता विकास शर्मा से भी, उन्होंने ग्रामीणों के साथ 28 अगस्त को बंद स्कूल में ही पंचायत करने का ऐलान कर दिया है।
ग्राम टांडा का प्राइमरी स्कूल प्रशासन ने बंद करते हुए इस गांव के बच्चों की शिक्षा के लिए स्कूल का विलय गांव मन्ना माजरा में कर दिया है। गांव का स्कूल बंद होने के कारण ग्रामीणों में रोष है, क्योंकि इसके चलते गांव के सैकड़ों बच्चों की पढ़ाई ठप होने की कगार पर है। नाराज ग्रामवासियों ने भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) नेता व जिला पंचायत सदस्य विकास शर्मा को गांव के बंद स्कूल में ही बुलाकर अपनी समस्याओं से अवगत कराया। इस दौरान इस विद्यालय में आने वाले बच्चों से भी विकास शर्मा ने मुलाकात की। बच्चे अपने स्कूल को बंद देखकर काफी दुखी नजर आये।
विकास शर्मा ने कहा कि यह क्षेत्र का दुर्भाग्य है कि जहां एक ओर स्वामी कल्याण देव महाराज और महर्षि दयानंद सरस्वती ने गांव-गांव जाकर शिक्षा की अलख जगाई, वहीं आज प्रशासन की नीतियां उनके सपनों को कुचल रही हैं। शिक्षा मंदिर बंद हो रहे हैं और शराब के ठेके धड़ल्ले से खुल रहे हैं। यह सीधा-सीधा ग्रामीण बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ है। इस विडंबना को लेकर ग्रामीणों में गहरा रोष है। उन्होंने प्रशासन को चेताया कि यदि स्कूल बंद करने का निर्णय वापस नहीं लिया गया तो आंदोलन खड़ा किया जाएगा।
गांव टांडा के बंद स्कूल के परिसर में ही भाकियू नेता विकास शर्मा के साथ ग्रामीणों ने बैठक कर यह निर्णय लिया कि जब तक गांव का स्कूल वापस गांव में नहीं खोला जाएगा, तब तक वे अपने बच्चों को शिक्षा के लिए अन्यत्र नहीं भेजेंगे और भविष्य में किसी भी चुनाव में भाग नहीं लेंगे। वो किसी भी चुनाव में किसी भी दल को वोट नहीं देंगे। हर चुनाव का बहिष्कार किया जायेगा। इस मौके पर ग्रामीणों ने ऐलान किया कि 28 तारीख, बृहस्पतिवार को गांव के बंद किये गये प्राइमरी स्कूल परिसर में एक बड़ी पंचायत की जाएगी, जिसमें आंदोलन के लिए आगे की रणनीति तय की जाएगी। कहा गया कि यदि बच्चों का भविष्य अंधकार में डाला गया तो ग्रामवासी चुप नहीं बैठेंगे। स्कूल बंद हुआ है तो गांव में शराब का ठेका भी बंद कराया जायेगा, कहीं पर भी शराब के ठेके नहीं खुलने दिये जायेंगे। गांव टांडा में आयोजित इस सभा में सुनील कुमार, मांगेराम प्रधान, राजेंद्र कुमार, विपिन कुमार, आदेश कुमार, ठाकुर मदन सिंह, योगेश कुमार, सचिन बिजी, सोनू सैनी समेत सैकड़ों लोग मौजूद रहे।

छपार टोल प्रकरण: रालोद नेता ने मांगेराम त्यागी व दो साथियों पर दर्ज कराया मुकदमा
डिप्टी मैनेजर हत्याकांड के बाद टोल पर लाखों का नुकसान कराने, रंगदारी मांगने और धमकाने के गंभीर आरोप मुजफ्फरनगर। छपार टोल प्लाजा प्रकरण में नया मोड़ आ गया है। रालोद नेता विनोद मलिक की तहरीर पर पुलिस ने मांगेराम त्यागी और उसके दो साथियों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। मामला 19 सितंबर को हुए टोल प्लाजा के डिप्टी मैनेजर हत्याकांड से जुड़ा हुआ बताया जा रहा है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, रालोद नेता विनोद मलिक ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को दी गई शिकायत में आरोप लगाया कि मांगेराम त्यागी व उसके साथियों ने टोल कर्मियों को भड़काकर प्लाजा की कार्यप्रणाली में बाधा डाली। उन्होंने टोल पर






