यह संदेश दिया कि इंसानियत का धर्म सबसे बड़ा है। जब कोई समुदाय संकट में होता है, दूसरे समाजों का फर्ज है कि वे मदद का हाथ बढ़ाएं
मुजफ्फरनगर। पंजाब में आई भीषण बाढ़ से तबाही का मंजर देखते हुए मुजफ्फरनगर के मुस्लिम समाज ने इंसानियत की मिसाल पेश की है। मदरसों और समाजिक संगठनों ने मिलकर राहत पहुंचाने का बड़ा फैसला लिया है। जड़ौदा और जौला में हुई दो अलग-अलग बैठकों में बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए नकद और राहत सामग्री जुटाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई।
तहसीन अली ने बताया कि जनपद के गांव जड़ौदा में मुस्लिम त्यागी एजुकेशनल एंड वेलफेयर सोसाइटी की एक महत्वपूर्ण बैठक संगठन अध्यक्ष मुरसलीन त्यागी की अध्यक्षता में आयोजित हुई। बैठक में पंजाब में बाढ़ से प्रभावित लोगों की तत्काल मदद के लिए नकद सहयोग देने की अपील की गई। मौके पर ही 1,50,000 रुपये की राशि जमा की गई। पदाधिकारियों ने समाज के लोगों से भी अपनी हैसियत के अनुसार सहयोग राशि भेजने की गुजारिश की। मुरसलीन त्यागी ने कहा कि पंजाब के लोग हर संकट में दूसरों के काम आते हैं, अब हमारा फर्ज है कि हम उनके लिए राहत का हाथ बढ़ाएं। बैठक में उपाध्यक्ष शाहनज़र त्यागी, सचिव शहजाद त्यागी, इशरत हुसैन त्यागी, साजिद हसन, कलीम त्यागी, सलीम त्यागी, मुस्लिम जाट फेडरेशन से आशु चौधरी, फरमान चौधरी, तहसीन अली असारवी, मोहम्मद फरमान, मोहम्मद ताजिम, मूसा चेयरमैन समेत कई गणमान्य लोग मौजूद रहे।
इधर, बुढ़ाना क्षेत्र के गांव जौला के मदरसा हयातुल इस्लाम में भी पंजाब राज्य के बाढ़ पीड़ितों के लिए मदद जुटाने को लेकर हाई लेवल बैठक हुई। गांव के उलमा और जिम्मेदार लोगों ने आपसी सहमति से एक कमेटी गठित की। तय किया गया कि सभी मस्जिदों और मदरसों के जिम्मेदार अपने-अपने क्षेत्र से राहत सामग्री और नकद सहयोग एकत्र करेंगे, जिसे कमेटी के सुपुर्द कर रविवार-सोमवार तक गाड़ियों के जरिए पंजाब भेजा जाएगा। मौके पर ही कुछ चंदा इकट्ठा भी कर लिया गया।
इस बैठक में मुफ़्ती आजाद, जमीयत जौला के सदर मौलाना गय्यूर, मौलाना उस्मान, आईमा तंजीम सदर जौला, बाबा मुन्ना प्रधान, अब्दुल जब्बार, ताहिर ठेकेदार, मौलवी उस्मान, मौलवी जबील अहमद, एडवोकेट गुलरेज राणा, इरफान राणा भट्टा, मोमीन बाबा, डॉ. भूरा, मनव्वर राणा, कामिल अली, असफाक नेता, मौलाना आकिल मजाहिरी, मौलाना माजिद, हाफिज अब्दुल सत्तार, डॉ. मुबारक हसन, वसीम नेता, आरिफ अली, शाहिद राणा समेत बड़ी संख्या में समाजसेवी व धार्मिक नेता उपस्थित रहे। दोनों बैठकों ने यह संदेश दिया कि इंसानियत का धर्म सबसे बड़ा है। जब भी कोई प्रदेश या समुदाय संकट में होता है, दूसरे समाजों का फर्ज है कि वे मदद का हाथ बढ़ाएं और इस बार मुजफ्फरनगर के मुस्लिम समाज ने भयंकर बाढ़ से प्रभावित पंजाब प्रांत के लिए एकजुट होकर राहत अभियान की शुरुआत कर दी है।