मुजफ्फरनगर। उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले में ‘आई लव मोहम्मद’ लिखे पोस्टरों को लेकर बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। हालात बिगड़ने की आशंका को देखते हुए जिला प्रशासन ने पूरे जिले में धारा 144 (बीएनएस धारा 163) लागू कर दी है।
खालापार पुलिस को सूचना मिली थी कि कुछ युवक घरों और वाहनों पर स्टीकर चिपका रहे हैं। मौके पर दबिश देकर पुलिस ने सिन्दबाद पुत्र इस्तकार (26 वर्ष, सरफरीज मैम्बर वाली गली, खालापार) और नावेद पुत्र मुख्तार (26 वर्ष, दक्षिणी खालापार) को पकड़ लिया। पूछताछ में दोनों ने बताया कि ये पोस्टर सिविल लाइन, मिनाक्षी चौक स्थित एक प्रिंटिंग प्रेस से छपवाए गए थे। पुलिस ने तत्काल छापा मारकर वहां से कंप्यूटर, प्रिंटर और बड़ी संख्या में पोस्टर बरामद किए। इस मामले का एक आरोपी बालिक हसन फिलहाल फरार है।
उधर, तितावी थाने की टीम ने भी तीन लोगों को पकड़ा। गिरफ्तार आरोपियों के नाम हैं—हमजा पुत्र अखलाक (26 वर्ष, जसोई), ओसामा उर्फ बाबा पुत्र अखलाक (28 वर्ष, जसोई), नजाकत पुत्र सलामू (40 वर्ष, छतेला)
पुलिस ने इनके पास से बैनर और पोस्टर भी जब्त किए। पूछताछ में सामने आया कि प्रिंटिंग का अधिकांश काम नजाकत की दुकान पर ही किया गया था।
जिलाधिकारी उमेश मिश्रा ने बताया कि त्योहारों के मद्देनज़र और संभावित तनाव को देखते हुए धारा 144 लागू की गई है, ताकि एक स्थान पर पांच से अधिक लोग इकट्ठा न हों।
एसएसपी संजय कुमार वर्मा ने कहा कि कुछ लोग माहौल बिगाड़ने की कोशिश कर रहे थे। पुलिस ने समय रहते कार्रवाई की और दोषियों को पकड़ लिया। जब्त की गई मशीनों और डिजिटल सामग्री की गहन जांच की जा रही है। उन्होंने स्पष्ट कहा— “शांति भंग करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।”