थाना मंसूरपुर पुलिस की कार्रवाई में तीन अंतरजनपदीय शातिर गिरफ्तार, 05 कारें व फर्जी दस्तावेज बरामद
मुजफ्फरनगर। थाना मंसूरपुर पुलिस ने अंतरजनपदीय वाहन फर्जीवाड़ा गिरोह का खुलासा करते हुए 03 शातिर अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है। अभियुक्तों के कब्जे व निशादेही से कुल 05 कारें, फर्जी नंबर प्लेट, फर्जी आरसी और वित्तीय दस्तावेज बरामद किए गए हैं। यह कार्रवाई पुलिस के उच्चाधिकारियों के निर्देशन में की गई।

एसपी सिटी सत्यनारायण प्रजापत ने रविवार को पुलिस लाइन स्थित सभाकक्ष में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान बताया कि थाना मंसूरपुर पुलिस को रविवार को सूचना मिली कि शाहपुर रोड से एक वाहन में फर्जी दस्तावेजों के साथ गिरोह के सदस्य आ रहे हैं। पुलिस ने तत्काल शाहपुर कट के पास बैरिकेडिंग कर संदिग्ध वाहनों की जांच शुरू की। कुछ समय बाद एक महिंद्रा थार आती दिखाई दी, जिसे रोका गया। वाहन में सवार तीन व्यक्तियों के पास से दो फर्जी नंबर प्लेट, दो अलग-अलग आरसी और फाइनेंस से संबंधित अन्य फर्जी दस्तावेज बरामद हुए।

पूछताछ के दौरान अभियुक्तों ने बताया कि उन्होंने चार और फर्जी दस्तावेजों वाली कारें बेगराजपुर स्थित एक खाली प्लॉट में छिपा रखी हैं। पुलिस ने अभियुक्तों की निशानदेही पर वहां से कारें बरामद कीं। गिरफ्तार शातिरों में शहजाद मलिक पुत्र हकीम, निवासी ग्राम गगौल थाना परतापुर मेरठ, प्रवीन कुमार पुत्र नानकचंद्र और रविंद्र यादव पुत्र सरदार सिंह यादव निवासीगण शास्त्री नगर थाना नौचंदी मेरठ शामिल हैं। पुलिस ने इनके पास से 02 महिंद्रा थार कार, 01 महिंद्रा ग्न्ट 300, 01 टोयोटा ग्लैंजा, 01 महिंद्रा स्कॉर्पियो, 02 फर्जी नंबर प्लेट, 02 फर्जी आरसी और 13 लोन से संबंधित दस्तावेज बरामद किये। बताया कि तीनों के खिलाफ अन्य थानों में भी मुकदमे दर्ज पाये गये हैं।
एसपी सिटी के अनुसार गिरफ्तार अभियुक्तों ने पुलिस को पूछताछ के दौरान बताया कि वे फाइनेंस पर गाड़ियां निकालते थे और आरटीओ तथा बैंक कर्मचारियों से मिलकर नो ड्यूज सर्टिफिकेट तैयार कराते थे। इसके बाद फर्जी रजिस्ट्रेशन कराकर गाड़ियों को बेचते थे और अवैध रूप से आर्थिक लाभ अर्जित करते थे। शातिरों को गिरफ्तार करने वाली टीम में मंसूरपुर थाना प्रभारी निरीक्ष्ज्ञक आनंद देव मिश्र, एसएसआई बालिस्टर त्यागी, उप निरीक्षक ललित कुमार व दिलशाद खान, हैड कांस्टेबल मनीष त्यागी, सुहैल खां, राजीव भारद्वाज और कांस्टेबल राहुल नागर व प्रणव अत्री शामिल रहे। इस गिरोह का पर्दाफाश कराने में सर्विलांस टीम की भूमिका भी सराहनीय रही है। थाना मंसूरपुर पुलिस द्वारा इस पूरे प्रकरण में अग्रिम विधिक कार्यवाही की जा रही है।






