नई दिल्ली। अपने संघर्ष के सहारे देश को कई बड़े राजनेता देने वाले जयप्रकाश नारायण की 118 वीं जयंती पर आज भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने उनको एक नए अंदाज में याद करते हुए उनसे छोड़े अपनी पुरानी याद को भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के सारे लोगों के साथ साझा किया है।
कार्यकर्ताओं की संख्या के सहारे विश्व की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टियों ने का रुतबा रखने वाली भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने रविवार को किए पेट के माध्यम से बताया कि आज वह राजनीतिक स्तर पर कहां पहुंचे हैं उसके लिए उन पर लोकनायक जयप्रकाश नारायण के व्यक्तित्व का कितना असर रहा है।
भारत के काले अध्याय 'आपातकाल' में लोकतंत्र की रक्षा के लिए उनके संपूर्ण क्रांति के आह्वान ने एक नए युग का सूत्रपात किया। तख़्त गिर रहे थे,ताज उछल रहे थे लेकिन जेपी लोकतंत्र के लिए संघर्ष कर रहे थे।
उनका समस्त जीवन संघर्ष व साधना से परिपूर्ण रहा। उनकी जयंती पर भावभीनी श्रद्धांजलि।
— Jagat Prakash Nadda (@JPNadda) October 11, 2020 भारतीय राजनीति को अपने संघर्ष से नया मुकाम देने वाले जयप्रकाश नारायण को भारतीय जनता पार्टी के जेपी ने याद करते हुए छात्र जीवन में उनसे मिला मार्गदर्शन काफी महत्वपूर्ण बताया है इसके साथ ही उन्होंने भारतीय राजनीति के जेपी के साथ ट्विटर पर अपनी एक पुरानी तस्वीर भी साझा की है जिसमें अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यक्रम में युवावस्था में जेपी नड्डा अपना संबोधन देते नजर आ रहे हैं उनके साथ मंच पर जयप्रकाश नारायण भी विराजमान है।
भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष जे पी नड्डा ने लोकनायक जयप्रकाश नारायण को उनकी जयंती पर श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए कहा कि भारत रत्न से सम्मानित जयप्रकाश नारायण जी ने अपने उत्कृष्ट विचारों तथा दर्शन से देश को नई दिशा देने का कार्य किया। ऐसे सर्वोदयी विचारक व मानवतावादी चिंतक की जयंती पर उन्हें कोटि-कोटि नमन।
यह मेरा सौभाग्य है कि छात्र जीवन में ऐसे विराट व्यक्तित्व का सानिध्य मुझे प्राप्त हुआ। जेपी आंदोलन से निकले हुए अनेक राजनेताओं ने भारतीय राजनीति का नेतृत्व कर देश को एक नई दिशा दी। जेपी के बताए मूल्यों और दिशा-निर्देशों पर आगे बढ़कर बेहतर समाज की रचना करना हमारा संकल्प है। मैं भाग्यशाली हूँ कि आज उनकी जयंती पर मुझे पटना में उनके घर जाने का सौभाग्य हासिल हो रहा है।
उन्होंने कहा कि भारत के काले अध्याय 'आपातकाल' में लोकतंत्र की रक्षा के लिए उनके संपूर्ण क्रांति के आह्वान ने एक नए युग का सूत्रपात किया। तख़्त गिर रहे थे,ताज उछल रहे थे लेकिन जेपी लोकतंत्र के लिए संघर्ष कर रहे थे। उनका समस्त जीवन संघर्ष व साधना से परिपूर्ण रहा। उनकी जयंती पर भावभीनी श्रद्धांजलि।