मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने गड़बड़ी के आरोपों पे अपनी सफाई कैसे शादी और इस दौरान उन्होंने तीन शायरी भी सुनाई। न्होंने कहा कि चुनाव में वोटर्स बढ़ाने, खास वर्ग को टारगेट करने के आरोप गलत हैं। चुनावी प्रक्रिया को खत्म करने में वक्त लगता है। यह सब एक तय प्रोटोकॉल के तहत होता है।
कर न सके इकरार तो कोई बात नहीं,
मेरी वफा का इन्हें ऐतबार तो है,
शिकायत भले ही हो, मगर सुनना, सहना सुलझाना हमारी आदत है।
- राजीव कुमार, मुख्य चुनाव आयुक्त
आरोपों और इल्जामात का दौर चले, कोई गिला नहीं,
झूठ के गुब्बारों को बुलंदी ममिले शिकवा नहीं।
हर परिणाम में प्रमाण देते हैं, वो शक की दुनिया को बढ़वा देते हैं,
शक का इलाज हकीम लुकमान के पास नहीं।
- राजीव कुमार, मुख्य चुनाव आयुक्त
सब सवाल अहमियत रखते हैं जवाब तो बनता है
आदतन कलमबंद जवाब देते रहे, आज तो रू-ब-रू भी बनता है
क्या पता हम कल हो न हो, आज जवाब तो बनता है
- राजीव कुमार, मुख्य चुनाव आयुक्त