यूपी गेट पर भाकियू का हंगामा, कृषि भवन में सरकार ने सुनी किसानों की बात

4 घंटे गाजीपुर बार्डर पर चौधरी राकेश टिकैत के नेतृत्व में भारतीय किसान यूनियन के लगभग 500 किसानों ने प्रदर्शन किया। इस दौरान पुलिस की भी सांसें अटकी रही।

Update: 2020-09-14 15:06 GMT

मुजफ्फरनगर। केन्द्र सरकार द्वारा लाये जा रहे तीन कृषि अध्यादेशों को लेकर उठ रही विरोध की आवाज आज किसानों के जत्थों के रूप में सड़कों पर नजर आयी। भारतीय किसान यूनियन के आह्नान पर आज उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के सैंकड़ों किसान दिल्ली संसद भवन तक पैदल मार्च पर निकल पड़े। सैंकड़ों किसानों को भाकियू नेताओं के साथ यूपी और दिल्ली की पुलिस फोर्स ने यूपी गेट पर रोक लिया। यहां घंटों तक किसानों ने हंगामा किया। बाद में किसान नेताओं को कृषि भवन बुलाकर सरकार ने उनकी बात सुनी।


आज दिल्ली में तीन कृषि अध्यादेश के विरोध में प्रदर्शन करने जा रहे भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं को अलग-अलग राज्यों की सीमा पर रोक लिया गया। सबसे पहले हरियाणा से आये अंबाला, कुरुक्षेत्र, और करनाल के किसानों को नरेला थाने में रोक कर ले जाया गया। इसके बाद उत्तर प्रदेश से गाजियाबाद, गौतमबुद्धनगर, मेरठ, मुजफ्फरनगर शामली के कार्यकर्ताओं को यूपी गेट गाजीपुर के बार्डर पर रोक लिया गया। इसके बाद बिजनौर तथा उत्तराखंड से पहुंचे किसानों को भी यूपी गेट पर रोक लिया गया। पुलिस की इस जबरिया कार्यवाही से किसानों में आक्रोश फैल गया। पुलिस प्रशासन और सरकारों के इस दमनात्मक रवैये से नाराज होकर भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं ने यूपी गेट पर ही धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। सैंकड़ों किसान यहां पर जुटते चले गये। गाजियाबाद और दिल्ली प्रदेश की पुलिस फोर्स सहित सीआईएसफ व पीएसी को भी किसानों को रोकने के लिए लगाया गया था।

यहां पर पुलिस द्वारा लगाये गये बेरिकेड पर किसानों का झड़प भी होती रही। भाकियू ने इस तरह से किसानों को शांतिपूर्वक प्रदर्शन से रोकने को लोकतंत्र की हत्या बताते हुए प्रदेश और केन्द्र सरकारों की नीतियों को लेकर रोष जताया है। भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौ. राकेश टिकैत ने कहा कि सरकारों के इस कदम से यह साबित होता है कि आज मौजूदा ये सरकार कितनी निरंकुश है। सरकार अगर किसी क्षेत्र के संबंध में कोई कानून लेकर आती है तो उस क्षेत्र के प्रतिनिधियों से बात करना भी सरकार को गंवारा नहीं है। 4 घंटे गाजीपुर बार्डर पर चौधरी राकेश टिकैत के नेतृत्व में भारतीय किसान यूनियन के लगभग 500 किसानों ने प्रदर्शन किया। इस दौरान पुलिस की भी सांसें अटकी रही। हर मिनट यहां पर किसानों का बड़ा जत्था नारेबाजी करते हुए जोश के साथ पहुंच रहा था। यहां पर टकराव की स्थिति बन रही थी। इसको देखते हुए दिल्ली पुलिस के बड़े अफसरों के आग्रह पर भाकियू का एक प्रतिनिधिमंडल कृषि भवन में किसानों की मांगों से संबंधित मांग पत्र लेकर गया। प्रतिनिधिमंडल में शामिल पदाधिकारियों और किसानों ने कृषि भवन में प्रधानमंत्री के नाम अपना मांग पत्र दिया।

आज के कार्यक्रम में बुलंदशहर के जिला अध्यक्ष गुड्डू प्रधान बिजनौर के जिला अध्यक्ष कुलदीप सिंह मुजफ्फरनगर के जिला अध्यक्ष धीरज भाटिया शामली के जिला अध्यक्ष कपिल खतियान गाजियाबाद के जिला अध्यक्ष विजेंद्र सिंह सहारनपुर मंडल के मंडल अध्यक्ष भंवर सिंह मेरठ के मंडल अध्यक्ष पवन खटाना, दिगंबर सिंह युवा प्रदेश अध्यक्ष सहित लगभग 500 किसानों ने प्रदर्शन में भाग लिया। यह किसान संसद में पेश किए जा रहे तीन कृषि अध्यादेशों के विरोध में संसद मार्ग पर प्रदर्शन करने जा रहे थे।

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