चरण सिंह के पोते को मिला सपा का सपोर्ट, देवीलाल का पोता भी आया साथ

8 अक्टूबर को प्रदेश और केन्द्र सरकारों की किसान विरोधी नीतियों, हाथरस कांड प्रकरण के साथ ही अन्य मुद्दों को लेकर लोकतंत्र बचाओ का आह्नान करने मुजफ्फरनगर आ रहे रालोद के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी के साथ मुलायम सिंह के भतीजे और हरियाणा के ताऊ देवीलाल के पोते भी नजर आयेंगे।

Update: 2020-10-06 12:37 GMT

मुजफ्फरनगर। हाथरस प्रकरण में पीड़िता के परिवार से मिलने जा रहे राष्ट्रीय लोकदल के उपाध्यक्ष जयंत चौधरी पर पुलिस के बर्बर लाठीचार्ज को लेकर रालोद कार्यकर्ताओं और जाट समाज में गुस्सा लगातार बना हुआ है।

मुजफ्फरनगर में आज भी रालोद कार्यकर्ताओं ने किसानों के साथ मिलकर इस घटना के विरोध में जाम लगाया, वहीं पुलिस के इस रवैये ने रालोद की 8 अक्टूबर को प्रस्तावित आंदोलन की सूरत ही बदलकर रख दी है। लाठीचार्ज के दिन ही जयंत ने योगी सरकार के खिलाफ लोकतंत्र बचाओ का आह्नान करते हुए मुजफ्फरनगर में मिलने का ऐलान किया तो यहां जिला प्रशासन का सिरदर्द बढ़ने के साथ ही नींद उड़ गयी है। जयंत को इस आंदोलन के लिए समाजवादी पार्टी के साथ ही हरियाणा के ताऊ देवीलाल का भी समर्थन मिला है।

जयंत चौधरी 20 दिसम्बर 2019 को सीएए-एनआरसी विरोध प्रदर्शन के बाद हुए बवाल में पुलिस द्वारा शहर के मुस्लिम इलाकों में घरों में घुसकर की गयी कथित बर्बरता की कहानी जानने चोरी-छिपे मुजफ्फरनगर आये थे। इसके बाद वह अब किसानों की पीड़ा और प्रदेश में बढ़ रहे अपराधों को लेकर राज्य सरकार के खिलाफ गुस्सा जताने यहां पर 8 अक्टूबर को आने का ऐलान कर चुके हैं।


दरअसल यह आंदोलन रालोद के जिलाध्यक्ष अजीत राठी द्वारा स्थानीय प्रशासन और पुलिस अफसरों के खिलाफ इसलिए घोषित किया गया था, क्योंकि कृषि बिलों के विरोध में रालोद द्वारा कलेक्ट्रेट स्थित डीएम कार्यालय पर किये गये प्रदर्शन के बाद जिला प्रशासन के इशारे पर पुलिस ने रालोद नेताओं के खिलाफ एक-दो नहीं तीन मुकदमे दर्ज कर लिये थे। इसके बाद हाथरस जाते समय जयंत पर लाठीचार्ज ने इस आंदोलन की पूरी सूरत ही बदल दी है। अब इस आंदोलन में जयंत चौधरी के लोकतंत्र बचाओ के आह्नान ने नया उत्साह पैदा कर दिया है। इस आंदोलन की तैयारी में जुटे रालोद नेता गांव गांव अपनी मीटिंगों को नई धार देने लगे हैं। वहीं 8 अक्टूबर के रालोद के इस प्रदर्शन को विपक्ष का भरपूर समर्थन मिल रहा है।

समाजवादी पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने मंगलवार को पार्टी स्तर से जयंत के इस आंदोलन को समर्थन के निर्णय को लेकर जिलाध्यक्ष प्रमोद त्यागी को लेटर भेजा है। प्रमोद त्यागी एडवोकेट ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लाठी के जोर पर विपक्ष और जनता की आवाज को दबाना चाहते हैं। जयंत पर लाठीचार्ज का स्वयं राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव निंदा कर चुके हैं। अब 8 अक्टूबर हो प्रस्तावित रालोद के लोकतंत्र बचाओ आंदोलन में सपा की भी पूरी भागीदारी रहेगी। उन्होंने बताया कि इस आंदोलन में शामिल होने के लिए बदायूं के पूर्व सांसद धर्मेन्द्र यादव और समाजवादी छात्र सभा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अतुल प्रधान मुजफ्फरनगर में आयेंगे।

दूसरी ओर हरियाणा के ताऊ देवीलाल के पोते अभय चौटाला भी जयंत के इस आंदोलन का हिस्सा बनने के लिए 8 अक्टूबर को मुजफ्फरनगर में नजर आयेंगे। इंडियन नेशनल लोकदल, हरियाणा की स्टूडेंट आर्गेनाइजेशन के महासचिव एवं मुख्य प्रवक्ता रमन सिंह ढाका ने आज किये गये ट्वीट में यह जानकारी देते हुए बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार में बढ़ रहे अपराधों और किसानों के खिलाफ हो रहे अत्याचार तथा कृषि कानूनों के विरोध में भारतीय राजनीति के दो दिग्गज पुराधाओं के पोते एक साथ मिलकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ आवाज बुलन्द करेंगे। रमन सिंह के अनुसार 8 अक्टूबर को इनेलो के प्रधान महासचिव एवं देवीलाल के पोते अभय चौटाला मुजफ्फरनगर में जयंत के साथ दिखाई देंगे।

वहीं आज भोपा थाने क्षेत्र के गांव छछरौली में राजीव राठी के नेतृत्व में किसानों और रालोद कार्यकर्ताओं ने जाम लगाकर योगी सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। इन लोगों ने हाथरस जाते समय जयंत चौधरी पर हुए लाठीचार्ज के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की निंदा करते हुए माफी मांगने की मांग की। इस प्रदर्शन में शुभम, गौरव, मोनू, वासू, नीरज राठी, देवेन्द्र व टिंकल आदि मौजूद रहे।


रालोद जिलाध्यक्ष अजीत राठी ने बताया कि 8 अक्टूबर के पार्टी के आंदोलन को सपा सहित कई अन्य दलों के नेताओं का समर्थन मिला है। इसके लिए पार्टी आभारी है। इस दिन रालोद की ओर से जीआईसी के मैदान पर लोकतंत्र बचाओ सभा का आयोजन किया जायेगा।

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