ऑपरेशन एसडी मार्किट-ईओ ने मांगा फोर्स

जिलाधिकारी चंद्रभूषण सिंह ने तहसीलदार सदर को नामित किया मजिस्ट्रेट, एसएसपी को फोर्स उपलब्ध कराने के निर्देश। एसडी मार्किट की दुकानों का सर्वे नहीं अब होगी भूमि की पैमाइश, मंत्रियों के ऐतराज के बावजूद एक्शन में प्रशासन। व्यापारियों ने शांति व्यवस्था भंग की तो उठाना पड़ सकता है बड़ा खामियाजा, तहसीलदार सदर के जिम्मे रहेगी पूरी सुरक्षा की जिम्मेदारी।

Update: 2023-01-01 10:15 GMT

मुजफ्फरनगर। 189 करोड़ रुपये के नोटिस की दहशत के बीच पुराना साल मंत्रियों का मजबूत भरोसा देकर चला गया। नये साल में सत्ता का साथ पाकर व्यापारियों को हौसला तो मिला, लेकिन नये की सर्द आहट के बीच भी नजूल की भूमि पर वादों को तोड़कर खड़ी की गई एसडी कॉलेज मार्किट का प्रकरण अभी गरमाहट पैदा कर रहा है। चंद घंटों के बाजार बंद के बाद व्यापारी भले ही अब सत्ता के भरोसे इस प्रकरण में 'रामराज' की उम्मीद कर रहे हों, लेकिन मंत्रियों के साथ के बावजूद भी प्रशासन ने इन व्यापारियों के खिलाफ नया 'ऑपरेशन' तैयार कर लिया है। इसके लिए ईओ की डिमांड पर जिलाधिकारी ने मजिस्ट्रेट और फोर्स का प्रबंध कराया है, तो वहीं ईओ ने भी अपनी टीम तैयार कर ली है। अगले दो दिनों में 'ऑपरेशन एसडी मार्किट' की हलचल नया गुल खिलाती नजर आ सकती है। इसमें अड़चन डालने वाले व्यापारियों और उनके नेताओं से निपटने का भी पूरा-पूरा प्रबंध किया गया है। इसमें सर्वे की बात का विरोध होने के कारण प्रशासन ने अब नया पैंतरा आजमाया है। पालिका प्रशासन अब सरकारी भूमि की पैमाइश के लिए एसडी मार्किट में जाने की तैयारी कर चुका है।

बता दें कि 12 मई 1952 को दि सनातन धर्म कॉलेज एसोसिएशन की ओर से नगरपालिका परिषद् में सरकारी भूमि का पट्टा कराने के लिए आवेदन किया गया था। इसमें एसोसिएशन ने दावा किया था कि मिलने वाली भूमि का उपयोग शिक्षा के कार्यों के लिए किया जायेगा। पालिका द्वारा दो खसरा नम्बरों 819 और 820एम के तहत 0.5730 हेक्टेयर नजूल भूमि को 30 साल के लिए पट्टे पर दी थी। इसके लिए 71 रुपये वार्षिक किराया तय किया गया था और शर्त के अनुसार इस भूमि का उपयोग केवल शैक्षिक कार्यों के लिए किया जाना था, लेकिन इसमें शर्तों का उल्लंघन किया गया। इसमें डीएम ने शिकायत के बाद जांच कराई तो मामले खुला। 29 नवम्बर को तीन सदस्यीय टीम ने जांच रिपोर्ट सौ।पी तो उसमें बताया गया कि भूमि की लीज 1982 में समाप्त हो जाने के बाद इसको आगे नहीं बढ़ाया गया और लीज के बाद से आज तक किराया भी एसोसिएशन ने पालिका में जमा नहीं कराया है। 27 दिसम्बर को किराया और अन्य क्षतिपूर्ति को जोड़ते हुए पालिका के ईओ हेमराज सिंह ने दि सनातन धर्म कॉलेज एसोसिएशन के अध्यक्ष सोमांश प्रकाश एवं सचिव डॉ. चन्द्र कुमार जैन को नोटिस जारी किया और सात दिनों में 1 अरब 89 करोड़ 79 लाख 80 हजार 390 रुपये जमा कराये जाने के निर्देश दिये। पालिका प्रशासन ने इस नोटिस में अवैध कब्जा हटाने के निर्देश देने के साथ ही चेतावनी दी कि यदि कब्जा नहीं हटा तो पालिका इस अवैध निर्माण को ध्वस्त करेगी, जिसका हर्जा-खर्चा भी वसूला जायेगा।

27 दिसम्बर को दिये गये इस नोटिस पर पूरा बवाल मचा हुआ है। दि सनातन धर्म कॉलेज एसोसिएशन के पदाधिकारी इस प्रकरण में एक बार भी सामने नहीं आये हैं, बल्कि एसोसिएशन का काम देखने वाले अनिल सिंह ने व्यापारियों और मीडिया के सामने आकर दावा किया था कि उनके पास इस भूमि के मालिकाना हक के पूरे दस्तावेज हैं। वहीं जिलाधिकारी चंद्रभूषण सिंह ये बार बार साफ कर चुके हैं कि एसोसिएशन के पदाधिकारी नोटिस के बाद कोई भी पुख्ता दस्तावेज अपने मालिकाना हक के संबंध में प्रस्तुत नहीं कर पाये हैं। इसमें जो आगामी कार्यवाही है कि वह नगरपालिका को करनी है। डीएम इस भूमि को अवैध कब्जे से छुड़वाने के लिए पूरी तरह से जुटे हुए हैं। उनके द्वारा इस भूमि पर बनी सभी मार्किट की करीब एक हजार दुकानों का सर्वे कराये जाने का निर्णय लिया गया है। इसके विरोध में शनिवार को साल 2022 के अंतिम दिन व्यापारियों ने बाजार बंद रखकर विरोध प्रदर्शन किया और धरने पर बैठ गये थे। केन्द्र और राज्य सरकारों के दोनों मंत्रियों डॉ. संजीव बालियान व कपिल देव अग्रवाल ने उनके बीच पहुंचकर भरोसा दिया था कि सर्वे नहीं होगा और न ही कोई टीम मार्किट में आयेगी। व्यापारी सत्ता का यह भरोसा पाकर कुछ संतुष्ट हुए, लेकिन उनका यह भरोसा जल्द टूटने वाला है।

सूत्रों के अनुसार जिलाधिकारी चंद्रभूषण सिंह की अगुवाई में पालिका के ईओ हेमराज सिंह ने मार्किट के दुकानदारों को पालिका के अधीन करने के लिए दबाव बनाने को पूरा मास्टर प्लान बना लिया है। इसको 'ऑपरेशन एसडी मार्किट' के रूप में पूर्ण करने की कमर कसी जा चुकी है। इसके लिए ईओ हेमराज सिंह ने डीएम चंद्रभूषण सिंह को 30 दिसम्बर को पत्र संख्या 1627 लिखा। सूत्रों का कहना है कि इसमें ईओ ने एसडी कॉलेज मार्किट का दौरा करने और दुकानदारों का सर्वे करने के साथ ही 1952 में दि सनातन धर्म कॉलेज एसोसिएशन को पट्टे पर दी गयी नजूल की 0.5730 हेक्टेयर भूमि की पैमाइश कराने की मंजूरी मांगी है, ताकि मौके पर नजूल की भूमि की सही पडताल हो सके। इसमें ईओ ने डीएम के समक्ष यह आशंका भी व्यक्त की है कि इस कार्यवाही के दौरान मौके पर कोई भी विषम परिस्थिति पैदा हो सकती है। इसके लिए ईओ ने डीएम से सनातन धर्म कॉलेज एसोसिएशन के द्वारा सरकारी भूमि पर की गई व्यावसायिक गतिविधियों की जांच और भूमि की पैमाइश आदि के लिए पर्याप्त फोर्स और अन्य व्यवस्था करने की मांग की।

सूत्रों के दावा है कि डीएम ने ईटो हेमराज सिंह के आग्रह को स्वीकार करते हुए सरकारी भूमि की पैमाइश करने की इजाजत दे दी है। पहले प्रशासन के इस 'ऑपरेशन' सर्वे का नाम दिया गया था, लेकिन अब भूमि की पैमाइश के बहाने पालिका, प्रशासन और पुलिस की टीमों को एसडी मार्किट में एंट्री देने की तैयारी है। डीएम चंद्रभूषण सिंह ने ईओ के आग्रह पर अभिलेखों की जांच और भूमि की पैमाइश की कार्यवाही में कोई बाधा उत्पन्न न होने तथा शांति व्यवस्था कायम करने के लिए तहसीलदार सदर अभिषेक शाही को मजिस्ट्रेट नियुक्त कर दिया है। इसके साथ ही उन्होंने एसएसपी विनीत जायसवाल को इस 'ऑपरेशन' के लिए पर्याप्त पुलिस फोर्स ईओ और मजिस्ट्रेट को उपलब्ध कराने के निर्देश दे दिये हैं। तहसीलदार सदर अभिषेक ने बताया कि भूमि की पैमाइश और अन्य जांच का काम ईओ पालिका को करना है। उनको डीएम के आदेश प्राप्त हो गये हैं, वो फोर्स के साथ केवल शांति व्यवस्था का काम देखेंगे। यदि कोई इसमें बाधा पैदा करते है तो उसके साथ कानूनी रूप से निपटा जायेगा। उनका कहना है कि रविवार होने के कारण इस बारे में कोई निर्णय नहीं हो सका है। संभवतः सोमवार से निरीक्षण शुरू किया जायेगा।

सोची-समझी रणनीति के तहत सार्वजनिक हुआ 189 करोड़ का नोटिस

प्रशासन एसडी कॉलेज मार्किट के प्रकरण में मजबूती के साथ कदम बढ़ा रहा है। यही कारण है कि एसोसिएशन और उसके पदाधिकारियों को व्यक्तिगत रूप से नोटिस देने के बाद भी एक सोची समझी रणनीति के तहत इस 189 करोड़ रुपये की वसूली वाले नोटिस को पालिका प्रशासन के द्वारा अखबारों के माध्यम से प्रकाशित कराकर सार्वजनिक किया जा चुका है। ऐसे में अब 'ऑपरेशन' पूरी तरह से तैयार है। जिलाधिकारी भी स्पष्ट कर चुके हैं कि जो व्यापारी अपनी दुकान को पालिका में दर्ज कराने का आवेदन करेगा तो वो आगे होने वाली गंभीर कार्यवाही से बच जायेगा।

टीएस और जेई को पूरी टीम के साथ तैयार रहने के निर्देश

दि सनातन धर्म कॉलेज एसोसिएशन को दी गई अपनी भूमि पर कब्जे के लिए पालिका प्रशासन पूरी शिद्दत के साथ जुटा है। डीएम के निर्देश पर भूमि की पैमाइश कराने के लिए ईओ हेमराज सिंह ने फोर्स की डिमांड की तो उसको पूरा कर दिया गया है। सूत्रों के अनुसार ईओ हेमराज सिंह ने इस ऑपरेशन के लिए अपनी टीम को भी तैयार रहने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने पालिका की कार्यवाहक कर अधीक्षक पारूल यादव और निर्माण विभाग के अवर अभियंता कपिल कुमार को अपने पूरे गैंग के साथ तैयार रहने को कहा है। इसके लिए बाकायदा लिखित आदेश जारी किये गये है। 

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