मुजफ्फरनगर। नगरपालिका परिषद् के बोर्ड द्वारा पारित प्रस्ताव पर तत्काल अमल कराने निकलीं चेयरपर्सन अंजू अग्रवाल ने सौ साल पुरानी पीस लाइब्रेरी के जर्जर भवन को ध्वस्त करा दिया। अब ऐसे में उनके इस फैसले को लेकर भाजपा से ही ऐतराज उठने लगा है। भाजपा नेता और पूर्व चेयरमैन डा. सुभाष चंद्र शर्मा ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर टिप्पणी करते हुए उनके फैसल ेको एक बड़ा उतावलापन बताया है।
भाजपा की प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्य और वर्तमान में आयुष बोर्ड के चेयरमैन डा. सुभाष चन्द्र शर्मा ने 7 अक्टूबर को बिस्मार की गयी पीस लाइब्रेरी को लेकर अपने फेसबुक वाॅल पर टिप्पणी करते हुए कई सवाल उठाये हैं। सुभाष शर्मा भी नगरपालिका के चेयरमैन रह चुके हैं। उन्होंने 8 अक्टूबर को तोड़ी गई पीस लाइब्रेरी के एक फोटो के साथ यह संदेश साझा किया। इसको लेकर वह आज भी ट्रोल किये जा रहे हैं। कुछ सभासदों ने भी उनके कार्यकाल को लेकर कमेंट्स किये हैं।
डा. सुभाष शर्म ने अपने फेसबुक संदेश में कहा कि नमस्कार मित्रों! अपनी धरोहरों को ध्वस्त करने की इतनी बेचैनी क्यों। यह मुजफ्फरनगर नगर के हृदय स्थल टाऊन हाल के बराबर में पीस लाईब्रेरी का भवन है जिसमे दुर्लभ पुस्तकों का भण्डार है। यह पीस लाइब्रेरी लगभग 100 वर्ष पुरानी है। इसका शिलान्यास 23 मार्च 1920 में हूआ था। अब यहाँ पर मल्टीप्लेक्स बनाया जायेगा। मित्रो! मुझे कोई आपत्ति नहीं है पर बोर्ड में जो प्रस्ताव पारित होता है, वह 10 दिन के भीतर जिलाधिकारी को व मण्डलायुक्त महोदय को भेजकर अनुमोदित कराया जाता है। मुझे आश्चर्य इस उतावलेपन पर है कि हम कितने व्यवसायिक हो गये कि फौरन ही इस ऐतिहासिक धरोहर को ध्वस्त कर दिया।