जमीन कब्जामुक्त कराने को बच्चों सहित टंकी पर चढ़ गया दम्पति

पत्नी के नाम 99 साल का पट्टा कराने की पीड़ित कर रहा मांग, भूमि पर दबंगों द्वारा अवैध कब्जा करने का लगाया आरोप निकला झूठा;

Update: 2023-12-04 09:39 GMT

सरकार की योजना में पट्टे की भूमि पर वृक्षारोपण कर पेड़ लगाने वाले जिले के एक गांव निवासी एक दम्पति ने पट्टे में मिली अपनी भूमि पर दबंगों के द्वारा अवैध कब्जा करना और शिकायत के बाद भी अफसरों द्वारा कोई कार्यवाही नहीं करने के आरोप लगाते हुए आज दिन निकलते ही अपने चार बच्चों के साथ जिला मुख्यालय पहुंचकर पानी की टंकी ;ओवरहेड टैंकद्ध पर चढ़कर आत्महत्या का प्रयास किया तो इस हाईटेंशन ड्रामे के कारण जिला पुलिस प्रशासन के हाथ पांव फूल गये। पूरे जिले में हड़कंप मचा नजर आया। इस दम्पति और उनके चार बच्चों को सकुशल नीचे लाने के लिए पुलिस प्रशासन के अफसरों और आम लोगों को घंटों तक भारी मशक्कत करनी पड़ी। दम्पति को सकुशल बचाया गया और मेडिकल कराने के बाद अफसरों ने सख्त हिदायत के साथ उनको बिना कोई कानूनी कार्यवाही किये ही छोड़ दिया। वहीं डीएम ने भी इस मामले में गंभीर संज्ञान लिया और एसडीएम से रिपोर्ट तलब की है। इसमें पीड़ित के द्वारा लगाये गये आरोपों को बेबुनियाद बताया गया है।




 


सोमवार को दिन निकलते ही जिला मुख्यालय पर हाईटेंशन ड्रामा देखने को मिला। जिला चिकित्सालय में पानी की आपूर्ति के लिए बने ओवरहेड टैंक ;टंकीद्ध पर जब कुछ बच्चे और महिला एवं पुरुष चढ़े दिखाई दिये तो वहां पर लोगों ने दांतों तले अंगुली दबा ली। अपने चार बच्चों के साथ यह दम्पति पानी की टंकी पर चढ़कर बैठ गया और आत्महत्या करने की धमकी दी। इस दम्पति ने दबंगों से अपनी जमीन को कब्जामुक्त कराने की मांग को लेकर यह कदम उठाया और इस परिवार के सभी छह सदस्य पानी की टंकी पर चढ़ गए। दम्पति का कहना है कि गांव के कुछ लोग पट्टे पर मिली उनकी जमीन को नहीं छोड़ रहे हैं। जनपद में भौराकलां थाना क्षेत्र के हड़ौली गांव का रहने वाला परिवार अपनी जमीन को कब्जामुक्त कराने की मांग को लेकर कई बार अफसरों के दरवाजे तक पहुंचा, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। थक हारकर यह परिवार अपनी भूमि बचाने के लिए आज जिला अस्पताल परिसर में स्थित टंकी पर चढ़ गया। सोमवार की सुबह भौराकलां थाना क्षेत्र के गांव हडौली निवासी कल्लू पुत्र बनारसी अपनी पत्नी पूनम के अलावा अपने चार बच्चों नीटू, रश्मि, शिवम और अर्पित के साथ जिला अस्पताल परिसर में पहुंचा। यह परिवार अस्पताल में काफी देर से घूम रहा था। इसके बाद अचानक ही सीएमओ कार्यालय के पास पार्क में बनी पानी की टंकी पर कल्लू अपनी पत्नी ओर चारों बच्चों के साथ चढ़ गया। इसके बाद हड़कंप मच गया। सूचना मिलने पर अस्पताल पुलिस चौकी के इंचार्ज एसआई नरेन्द्र कुमार सिपाहियों के साथ पहुंचे। उन्होंने इसकी सूचना आला अफसरों को दी। कुछ देर बाद शहर कोतवाली प्रभारी मय फोर्स पहुंचे। उनके बाद सिटी मजिस्ट्रेट विकास कश्यप, सीओ सिटी रामाशीष यादव, एसडीएम सदर परमानंद झा भी पुलिस फोर्स के साथ पहंुच गये थे। इसके साथ ही अस्पताल के सीएमएस डा. राकेश कुमार भी कर्मचारियों के साथ आ पहुंचे। इस परिवार को नीचे उतारने का प्रयास हुआ और कुछ लोग ऊपर जाने लगे तो कल्लू ने धमकी दी। पुलिस ने उनको रोक दिया। अफसरों ने वार्ता की और दम्पति को समझाया तथा बच्चों सहित नीचे आने के लिए कहा। घंटों तक हाईटेंशन ड्रामा चलता रहा। कल्लू ने अफसरों को बताया कि वह हड़ौली गांव के रहने वाले हैं। उनकी पट्टे की भूमि पर अवैध रूप से कब्जा कर लिया गया है। पुलिस प्रशासन को कई बार प्रार्थना पत्र दिए गए, लेकिन समाधान नहीं निकला। अब मजबूरी में उन्हें यह कदम उठाना पड़ा है। अफसरों ने सूझबूझ से काम लेते हुए दम्पति को समझाया और उनको नीचे उतारा गया। बाद में मेडिकल कराया गया। शहर कोतवाली प्रभारी महावीर सिंह चौहान ने बताया कि दम्पति के साथ चार बच्चे भी थे। इस मामले में परिवार के मुखिया कल्लू और उसकी पत्नी को कड़ी नसीहत देने के बाद छोड़ दिया गया है। पुलिस की सुरक्षा में उनको घर तक भिजवाया गया है। इस मामले में कोई कानूनी कार्यवाही नहीं की गई है।

वहीं पुलिस की ओर बताया गया कि थाना कोतवाली नगर सूचना पुलिस को मिली कि एक परिवार जिला अस्पताल स्थित टंकी पर चढ गया है। सूचना पर क्षेत्राधिकारी नगर मय पुलिस बल मौके पर पहुंचे तथा टंकी पर चढे परिवार से बार्ता की गयी तो कल्लू निवासी ग्राम हिडौली थाना भौराकलां ने बताया कि ‘हमारे पास तीस साला पट्टे की जमीन है जिस पर पिछले 20 वर्षों से किसी और ने कब्जे कर रखा है। कल्लू ने मांग करते हुए कहा कि मैं चाहता हूं कि उक्त पट्टा 99 वर्षों के लिए मेरी पत्नी के नाम कर दिया जाए। पुलिस प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा परिवार से वार्ता कर उनकी समस्या के निस्तारण का आश्वासन देकर उन्हें सकुशल नीचे उतरवाया गया। वहीं इस मामले में डीएम अरविंद मल्लप्प बंगारी ने गंभीर संज्ञान लेते हुए एसडीएम बुढ़ाना से तत्काल रिपोर्ट तलब की, बताया गया कि कल्लू के सभी आरोप निराधार पाये गये हैं।

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प्रशासन का दावा-एक इंच भूमि पर भी कब्जा नहीं

मुजफ्फरनगर। सोमवार को जिला अस्पताल में हडौली निवासी कल्लू द्वारा परिवार सहित टंकी पर चढ़कर किये गये हाईटेंशन ड्रामे के बाद भी अफसरों की रेल बनी रही। इसमें डीएम के सख्त तेवर से सभी एक्टिव मोड पर नजर आये। एसडीएम बुढ़ाना ने नयन जागृति से फोन पर हुई वार्ता में दावा किया कि कल्लू और परिवार के नाम हुए पट्टे की भूमि के एक इंच पर भी किसी का कब्जा नहीं है। पूरी भूमि पर कल्लू और परिवार ही काबिज है।

एसडीएम बुढ़ाना अरूण कुमार ने बताया कि करीब एक डेढ़ साल पहले ही कल्लू के पिता की मौत होने के बाद विरासत में उसके पिता को मिले पट्टे की भूमि में कल्लू, उसकी मां और भाई को वारिस के तौर पर दर्ज करते हुए भूमि उनको दी गयी थी। कल्लू के पिता के नाम यह पट्टा तीस साल के लिए किया गया था, अभी पट्टे की अवधि पूर्ण होने में करीब चार-पांच साल का समय शेष है, लेकिन कल्लू लगातार यह पट्टा अब अपनी पत्नी के नाम 99 साल के लिए कराना चाहता है, जिसका कानूनन कोई प्रावधान ही नहीं है। ग्राम सभा की भूमि को ग्राम प्रबंध समिति ही पट्टे पर दे सकती है और इसके लिए निर्धारित अवधि 30 साल ही है। उन्होंने बताया कि वो कई बार उनके सामने भी पत्नी के नाम 99 साल का पट्टा करने की मांग उठा चुका है। उसको समझाया भी गया कि यह नहीं हो सकता है। इसके बाद दबाव बनाने के लिए कल्लू ने यह हरकत की है। उसकी पूरी भूमि कब्जा मुक्त है और करीब नौ बीघा भूमि के इस पट्टे पर उसके द्वारा पोपुलर तथा युकेलिप्टिस के पेड़ लगाये हुए हैं। इस भूमि का वह कृषि में भी उपयोग कर रहा है। पूरा पट्टा खाली है। वो कई बार ऐसी हरकत कर चुका है। 

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