मुजफ्फरनगर। भाजपा के दो बार के सांसद संजीव बालियान की तीसरे चुनाव में हार के लिए भाजपा के गढ़ माने जाने वाली मुजफ्फरनगर, खतौली और सरधना सीटों पर कम वोटिंग और कम वोट निकलना ही मुख्य रूप से बड़ा कारण माना जा रहा है। इसके साथ ही बुढ़ाना और चरथावल सीटों पर संजीव बालियान 2019 के बाद 2024 में भी विजयी बढ़त नहीं ले पाये हैं। उनको यहां अजित सिंह ने भी हराया था और अब हरेन्द्र के हाथों भी हार मिली है।
मुजफ्फरनगर लोकसभा सीट में शामिल बुढ़ाना विधानसभा में इस बार की चुनावी जंग में भी संजीव बालियान के लिए जीत और हार का आंकड़ा नहीं बदला। अजित सिंह के सामने भी संजीव बालियान बुढ़ाना विधानसभा सीट पर 16 हजार से ज्यादा मतों के अंतर से पराजित हुए थे और 2024 में भी यह सीट उन्होंने 16 हजार से ज्यादा मतों के अंतर से ही गंवाई है। बुढ़ाना में कुल 241966 मत पड़े। इनमें से हरेन्द्र मलिक को 116151, संजीव बालियान को 100075, बसपा के दारा सिंह को 20288 और निर्दलीय सुनील त्यागी को 2812 वोट मिले हैं। यहां हरेन्द्र मलिक ने 16076 मतों के अंतर से संजीव को पराजित किया। चरथावल विधानसभा में भी सपा जीती है। यहां कुल 212056 वोटों में से हरेन्द्र मलिक को 95766 और संजीव बालियान को 82085, दारा सिंह को 30308 और सुनील त्यागी को 1442 वोट प्राप्त हुए। यहां पर हरेन्द्र मलिक ने 13681 मतों से संजीव बालियान को हराया। चरथावल सीट से हरेन्द्र मलिक के पुत्र पंकज मलिक विधायक हैं। इसके साथ ही भाजपा का गढ़ माने जाने वाली खतौली विधानसभा सीट से संजीव बालियान जीते तो जरूर लेकिन वो यहां पर केवल 3012 वोटों की ही बढ़त ले पाये। इस सीट पर संजीव बालियान को 83473, हरेन्द्र मलिक को 80451, दारा सिंह को 37401, सुनील त्यागी को 953 मत मिले। इसके साथ ही भाजपा के हिस्से में तीन चुनावों से रहने वाली सदर मुजफ्फरनगर सीट पर भी 2019 में 15 हजार से ज्यादा मतों से जीतने वाले संजीव बालियान की इस बार बढ़त केवल 801 वोट ही रही है। यहां पर संजीव बालियान को 97401, हरेन्द्र मलिक को 96600, दारा सिंह को 17570, सुनील त्यागी को 1152 वोट मिले हैं। इसी प्रकार सरधना सीट भी संजीव बालियान को विजयी बढ़त नहीं दिला पाई।