मुजफ्फरनगर......शादी के सीजन में शहर के तीन बैंकट होल पर एमडीए ने लगा दिया ताला
विकास शुल्क को लेकर नक्शा और अन्य कार्यवाही नहीं करने के मामले में हुई कार्यवाही, नोटिस का जवाब नहीं देने का आरोप
बता दें कि राज्य सरकार के द्वारा विकास शुल्क के मानकों में तब्दीली के बाद से ही बैंकट हॉल वाले प्रशासन के निशाने पर हैं। जनपद में बैंकट हॉल को अवैध बताते हुए मुज़फ्फरनगर विकास प्राधिकरण द्वारा पूर्व में करीब 90 से ज्यादा बैंकट हॉल मालिकों को नोटिस जारी करते हुए जवाब मांगा गया था। इसके साथ ही इनको विकास शुल्क जमा करने, सेटबैक दाखिल करने और नक्शा स्वीकृत कराने के साथ ही अन्य सभी प्रक्रियाओं को पूर्ण कराने के लिए निर्देशित किया गया था। इसको लेकर जनपद में मांगलिक समारोह स्थल एसोसिएशन के अध्यक्ष विनोद पुण्डीर उर्फ प्रधान जी और महामंत्री पंकज जैन आदि ने आवाज उठाई और नियमों के सरलीकरण के लिए मंत्रियों और भाजपा नेताओं को ज्ञापन देकर राहत की उम्मीद जताई थी, लेकिन कोई राहत तो क्या मिलती, प्रशासन के निर्देशन में एमडीए के सचिव आदित्य प्रजापति ने सीलिंग की कार्यवाही शुरू कर दी और भाजपा नेता व एसोसिएशन के महामंत्री पंकज जैन के भोपा रोड स्थित वृन्दावन गार्डन को ही सील कर हड़कम्प मचा दिया था।
भारी हंगामा होने के बाद भी सील नहीं खोली गई और पंकज जैन को एमडीए कार्यालय जाकर लिखित में विभागीय नियमों का पालन करने का आश्वासन देना पड़ा। इसके बाद यह प्रचार किया गया कि इस सीजन के लिए कार्यवाही को ब्रेकडाउन कर दिया गया है।
इसके बाद आज फिर से एमडीए की टीम ने बैंकट हॉल के खिलाफ कार्यवाही करते हुए जिले में हड़कम्प मचा दिया है। सूत्रों के अनुसार एमडीएम सचिव आदित्य प्रजापति के निर्देशन में तहसीलदार सदर और एमडीए के अधिकारियों की टीम ने रुड़की रोड पर स्थित कृष्णा पैलेस और दीपक पैलेस के साथ ही जानसठ रोड पर कुसुम फार्म को सील कर दिया गया है। सचिव ने बताया कि ये अवैध रूप ेस बनाये गये हैं। इनको नियमों का पालन करने के लिए नोटिस दिया गया था, उसका कोई जवाब नहीं दिया गया और न ही नियमों के लिए साक्ष्य दिये गये। ऐसे में नोटिस की अवधि समाप्त होने पर सील करने की कार्यवाही की गयी है। इनमें कृष्णा पैलेस एसोसिएशन के कोषाध्यक्ष उमेश कुमार त्यागी और बंटी लाला का है। जबकि दीपक पैलेस दीपक धीमान और कुसुम फार्म राज पेपर वाले वैश्य समाज के लोगों बताया गया है। उमेश कुमार त्यागी ने बताया कि उनके बैंकट हाल कृष्णा पैलेस में 18 नवंबर की शादी है। इसके लिए बुकिंग की गई है। यहां आये अफसरों को इसके बारे में बताया गया और आग्रह भी किया गया, लेकिन वह नहीं माने और प्रशासनिक कार्यवाही बताते हुए सील कर चले गये। इसी प्रकार दूसरे बैंकट हॉल में भी अगले दो चार दिनों मंें शादी समारोह बुक हैं। कार्यवाही से हड़कम्प मच गया है।
मांगलिक समारोह स्थल एसोसिएशन के अध्यक्ष विनोद पुण्डीर ने इसे उत्पीड़न बताते हुए कहा कि यह सरासर अन्याय है। सरकार, शासन और प्रशासन हमारी दिक्कतों को समझ नहीं रहा है, सुनवाई नहीं हो रही है। एमडीए वाले यही बात कह रहे हैं कि ऊपर से दबाव है। एक बैंकट हॉल पर विकास शुल्क के लिए 1550 रुपये प्रति वर्गफुट टैक्स मांगा जा रहा है। अन्य प्रक्रियाएं भी पूरी करनी हैं। ऐसे में एक बैंकट हॉल मालिक को करीब करीब 80 से 90 लाख रुपये का खर्च बताकर मानसिक उत्पीड़न किया जा रहा है। शादी के सीजन में यह कार्यवाही हमारे लिए सजा है। उन्होंने कहा कि कोई सुनने को तैयार नहीं है। ऐसे में हम अपनी बात एक बार फिर से अफसरों के सामने रखेंगे। उन्होंने बताया कि एमडीए के अधिकारी सील हुए बैंकट हॉल के मालिकों को साक्ष्य के साथ दफ्तर आने को कह गये हैं।