मुजफ्फरनगर पालिका के बड़े अफसरों में खींचतान

ईओ के आदेश पर नगर स्वास्थ्य अधिकारी ने दिया जवाब, रजिस्ट्रार जन्म मृत्यु के पद से अभी नहीं छोड़ा है चार्ज, ईओ ने चार्ज हटाने के किये हैं आदेश।

Update: 2020-10-15 11:03 GMT

मुजफ्फरनगर। उद्यान विभाग की दीवार गिराकर बैकफुट पर आये पालिका प्रशासन में नई राजनीति पदों को बदलने को लेकर शुरू हो गयी है। विगत दिवस पालिका के अधिशासी अधिकारी ने जन्म मृत्यु रजिस्ट्रार का कार्य नगर स्वास्थ्य अधिकारी से लेने के आदेश जारी किये, लेकिन इन आदेशों पर चार्ज छोड़ने के बजाये नगर स्वास्थ्य अधिकारी ने ईओ को जवाब भेजकर केन्द्र सरकार की गाइडलाइन का हवाला देते हुए रजिस्ट्रार का पद नहीं छोड़ने के संकेत दिये हैं।

सूत्रों के अनुसार नगरपालिका परिषद् में विभागीय स्तर पर खींचतान जोरों पर है। अधिशासी अधिकारी विनय कुमार मणि त्रिपाठी के कोरोना पाजिटिव हो जाने के बाद जब उनकी सिफारिश को नकारते हुए पालिकाध्यक्ष अंजू अग्रवाल ने कर अधीक्षक आरडी पोरवाल के बजाये नगर स्वास्थ्य अधिकारी को कार्यवाहक ईओ का चार्ज दिया तो इस खींचतान में और भी तनाव आ गया था। अब ईओ काम पर लौटे तो उन्होंने विगत दिवस नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा. आरएस राठी से जन्म मृत्यु रजिस्ट्रार पद का कार्यभार छोड़ने का आदेश जारी कर दिया।

यह आदेश डा. राठी को मिला तो वह भी भौचक्क रह गये। उन्होंने इस आदेश पर रजिस्ट्रार पद का कार्यभार नहीं छोड़ा है। इसके उलट ईओ को उनके आदेश पर जवाब भेजा है। इसमें उन्होंने बताया कि भारत के महा रजिस्ट्रार का कार्यालय गृह मंत्रालय भारत सरकार नई दिल्ली द्वारा जारी जन्म मृत्यु निर्देशिका 2012 के अनुसार अधिनियम के तहत रजिस्ट्रीकरण संबंधी पदाधिकारियों चार्ट से स्पष्ट है कि स्थानीय स्तर पर रजिस्ट्रार के लिए स्वास्थ्य अधिकारी सर्वप्रथम स्पष्ट है। इसके बाद ही कार्यकारी अधिकारी नगरपालिका या नगर निगम को चार्ज देने की बात कही गयी है। जिन निकायों में स्वास्थ्य अधिकारी नहीं है, वहां पर ही अधिशासी अधिकारी को रजिस्ट्रार का चार्ज हो सकता है। इससे स्पष्ट है कि पालिका में विभागीय स्तर पर बड़े अफसरों के बीच अंदरूनी खींचतान और बढ़ेगी। 

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