कुछ स्वयंभू नेताओं ने बनाई फर्जी जनपद जाट महासभाः जगदीश

संगठन के अध्यक्ष बोले-फर्जी चुनाव की सूचना रजिस्ट्रार को दी, कानूनी कार्यवाही भी होगी; आरोप लगाने वालों लोगों के खिलाफ कोर्ट में दायर किया जायेगा मानहानि का मुकदमा;

Update: 2024-05-13 13:35 GMT

मुजफ्फरनगर। जनपद जाट महासभा में दो फाड़ होने के बाद अब पूरी तरह से पक्ष और विपक्ष आमने सामने आ गया है। रविवार को जहां धर्मवीर बालियान के नेतृत्व में जनपद जाट महासभा की नई कार्यकारिणी का चुनाव कराकर नये संगठन की घोषणा की गई तो वहीं सोमवार को जनपद जाट महासभा के पूर्व निर्वाचित कार्यकारिणी के अध्यक्ष और अन्य सदस्यों ने भी सामने आकर धर्मवीर बालियान की कमेटी को पूरी तरह से फर्जी संगठन करार देते हुए कहा कि उनके खिलाफ हमने रजिस्ट्रार सहारनपुर को शिकायत भेजी है, इसके साथ ही कानूनी कार्यवाही भी की जा रही है। अध्यक्ष जगदीश बालियान ने कहा कि उनके खिलाफ जो बेबुनियाद आरोप लगाकर उनको बदनाम करने का काम किया गया है, उसके खिलाफ वो आरोप लगाने वालों के खिलाफ कोर्ट में मानहानि का मुकदमा दायर करने जा रहे है।

सोमवार को शहर के एक रेस्टोरेंट में पत्रकारों से वार्ता के दौरान जनपद जाट महासभा के अध्यक्ष जगदीश बालियान ने कहा कि कुछ स्वयंभू नेताओं ने गत 12 मई 2024 को फर्जी चुनाव कार्यप्रणाली के द्वारा फर्जी जनपद जाट महासभा कार्यकारिणी का फर्जी गठन किया है जो भ्रामक व जनपद जाट महासभा के संविधान के विरू( है जबकि ये स्वयंभू नेता जनपद जाट महासभा के सदस्य भी नहीं है। उन्होंने कहा कि संस्था संविधान के अनुसार संस्था का प्रमुख संरक्षक चुनाव अधिकारी होता है, इनका चुनाव सर्वसम्मति से नई कार्यकारिणी गठन से पूर्व किया जाता है 29 मई 2022 को आम सभा बुलाकर नई कार्यकारिणी का सर्व सम्मति से गठन किया गया था यह तीन वर्ष के लिये चुनी गयी थी। जगदीश बालियान ने कहा कि प्रमुख संरक्षक कुंवर विजयराज सिंह को तीन वर्षों के लिये चुना गया था, संस्था संविधान के अनुसार प्रमुख संरक्षक को बीच में हटाने का कोई प्रावधान नहीं है। कुछ तथाकथित संरक्षकों द्वारा प्रमुख संरक्षक को हटाने का दावा किया है, ये भ्रामक प्रचार है यह सब जनपद जाट महासभा की छवि खराब करने के लिये कुछ स्वार्थी तत्वों द्वारा कुत्सित प्रयास किया जा रहा है। संस्था संविधान के कार्य करने संबंधी सूचना सहायक रजिस्ट्रार फर्म्स सोसाइटी एवं चिट्स सहारनपुर को दी जा चुकी है। कानूनी सलाह लेकर इनके विरु( विधिक कार्यवाही अमल में लायी जायेगी। ये भ्रामक प्रचार किया जा रहा है कि मेरी कार्यकारिणी के द्वारा दो वर्ष की अवधि बीत जाने पर भी कार्यकारिणी को रजिस्टर्ड नहीं कराया गया है। इस सम्बन्ध में सभी को अवगत कराना अपना कर्तव्य समझता हूं कि जनपद जाट महासभा के बनने के वर्ष 2001 से अब तक कभी भी कार्यकारिणी को रजिटर्ड नहीं कराया गया है केवल सोसाइटी का हर पांच वर्ष की अवधि के उपरान्त नवीनीकरण सहायक रजिस्ट्रार सहारनपुर के द्वारा किया जाता रहा है जो 2021 से पांच वर्ष की अवधि 2026 तक वैध है। उन्होंने बताया कि संस्था के 1971 आजीवन सदस्य हैं। जबकि सदस्य करीब 2600 बताये गये हैं, लेकिन करीब 300 सदस्यों का कोई भी रिकार्ड नहीं है। वो पूरी तरह से फर्जी सदस्य हैं। 2001 में रजिस्टर्ड हुआ तो एक भी सदस्य नहीं था। हास्यास्पद है कि तथाकथित स्वंभू अध्यक्ष जनपद जाट महासभा के सदस्य ही नहीं है तथाकथित महासचिव जनपद जाट महासभा के सदस्य नहीं बल्कि जाट महासभा के सदस्य हैं। इसी प्रकार अधिकतर कार्यकारिणी सदस्य एवं संरक्षक जनपद जाट महासभा के सदस्य नहीं है। क्योंकि सदस्यता सम्बन्धी सभी रिकार्ड मेरे पास उपलब्ध हैं तथा यह सभी प्रमाण शीघ्र ही सहायक रजिस्ट्रार सहारनपुर को उपलब्ध करा दिये जायेंगे।

जगदीश बालियान ने कहा कि वर्ष 2019 से 2021 तक की अवधि में जो 10.65 लाख रूपये के गबन का आरोप है, इस अवधि में खाते का संचालन महासचिव और कोषाध्यक्ष के संयुक्त हस्ताक्षरो से होता रहा है जबकि इस अवधि में वो अध्यक्ष पद पर आसीन थे। इस सम्बन्ध में कैशबुक, बिल, बाउचर इत्यादि सब उपलब्ध है प्रत्येक वर्ष सी.ए. द्वारा लेखे का ऑडिट कराया जाता है जिसकी रिपोर्ट उपलब्ध है। ये सब झूठ पर आधारित बदनाम करने की साजिश है। उन्होंने कहा कि अखबारों के माध्यम से जो मेरी मानहानि की गयी है, उसके लिये मेरे द्वारा शीघ्र आपराधिक मानहानि का केस कोर्ट में दायर कराया जायेगा। उन्होंने आरोप लगाया कि भ्रामक जानकारी देकर कुछ पूर्व पदाधिकारियों द्वारा को-आपरेटिव बैंक पर अनाधिकृत प्रभाव डालकर खाते को बन्द कराया गया है को-ऑपरेटिव बैंक अधिकारियों ने भी अविवेक पूर्ण निर्णय लेते हुये किसी बाहरी सदस्य के पत्र पर ही खाते को बन्द कर दिया गया। ये बैंक अधिकारियों की मनमानी और हठधर्मी है चलते खाते को बन्द करना संस्था के खिलाफ कार्य है। कहा कि जाट महासभा के पूर्व पदाधिकारियों पद पर रहते हुये समाज से जाट महासभा के नाम से लाखों रूपये इकट्ठे कर वर्मा पार्क गांधी कालोनी में अपने लिये एक विशाल भवन बना लिया। उसका उपयोग अपने व्यक्तिगत कार्यों के लिए किया जा रहा है। यह समाज के साथ धोखाधडी की गयी है। जनपद जाट महासभा का इस भवन से कोई सम्बन्ध नहीं है।

प्रेस वार्ता में मुख्य रूप से अध्यक्ष जगदीश बालियान के अलावा संतोष वर्मा महामंत्री, धर्मवीर मलिक व श्यामपाल सिंह चेयरमैन उपाध्यक्ष, डा. नरेश कुमार मलिक, हरेन्द्र ंिसह सिरोही, अनिल चौधरी, जगदीश मलिक, रणधीर सिंह, देशपाल सिंह तोमर, अरविन्द मलिक, संजय तोमर, देवेन्द्र सिंह चेयरमैन, डा. जीत सिंह तोमर, जयतोमर एडवोकेट, कल्याण सिंह और महकार सिंह आदि मौजूद रहे।

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