यूपी उत्तराखंड की विधानसभा घेरेंगे किसानः धर्मेन्द्र

हरिद्वार में आयोजित किसान पंचायत में भाकियू अराजनैतिक ने लिया संघर्ष का निर्णय

Update: 2024-06-11 10:21 GMT

मुजफ्फरनगर। भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक ने हरिद्वार जनपद में चल रहे किसान कुंभ के दौरान साफ कर दिया कि किसानों की समस्याओं पर सरकारों को ध्यान देना होगा। संगठन के राष्ट्रीय प्रवक्ता धर्मेन्द्र मलिक ने कहा कि किसानों की अनदेखी की गयी तो किसान यूपी और उत्तराखंड में विधानसभाओं का घेराव करने से भी पीछे नहीं हटेगा। उन्होंने कहा कि किसानों की समस्याओं के लिए सरकारों को गंभीर होना चाहिए।


भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक के उत्तराखंड में चल रहे राष्ट्रीय अधिवेशन के तीसरे दिन मंगलवार को चौधरी चरण सिंह घाट पर किसान पंचायत का आयोजन किया गया। पंचायत को संबोधित करते हुए भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक के चेयरमैन मलिक खाप के मुखिया बाबा राजेन्द्र सिंह मलिक ने कहा कि किसानांे की समस्याओं को लेकर देश की सरकार गंभीर नहीं है। आज किसानी का संकट गहराता जा रहा है। किसानांे की रुचि खेती में नहीं रही है। खेती को बचाने का रास्ता संघर्ष से निकालना होगा

भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक के राष्ट्रीय प्रवक्ता धर्मेंद्र मलिक ने कहा कि किसानांे की कोई आय नहीं है। किसान घाटे की खेती कर रहा है। किसानों की उत्पादन लगात सरकार को वहन करनी चाहिए। देशभर में किसानों को भूमि अधिग्रहण कानून में पुनर्वास का लाभ नहीं दिया जा रहा है। जिससे किसानों को नुकसान हो रहा है। देश में फल सब्जी का किसान मार रहा है। हर वर्ष छोटे मझौले 4 प्रतिशत किसान खेती छोड़ रहे हैं। किसान मजदूर बनता जा रहा है। सरकार किसानों को खेती में रोजगार के अवसर पैदा कर किसान के बेटों को उनके ही क्षेत्र में रोजगार दे। किसानों की समस्याओं को लेकर भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक का संघर्ष जारी रहेगा।


पंचायत में जुलाई माह में लखनऊ विधानसभा का घेराव, अक्टूबर में उधमसिंहनगर से देहरादून तक किसान यात्रा निकालने का निर्णय किया गया। आगामी तीन माह में प्रत्येक जनपद में 1000 नए सदस्य नए का लक्ष्य भी जिला कमेटियों को दिया गया। पंचायत को मांगेराम त्यागी राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, महेंद्र सेंधवा, राजवीर सिंह, दिगंबर सिंह, हरिनाम सिंह वर्मा प्रदेश अध्यक्ष उत्तर प्रदेश, सलवेंद्र सिंह कलसी प्रदेश अध्यक्ष उत्तराखंड, मुकेश सिंह प्रभारी युवा मध्य प्रदेश सहित सैकड़ों लोगों ने संबोधित किया। पंचायत में हजारों किसान देशभर से शामिल रहे। पंचायत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री उत्तराखंड पुष्कर सिंह धामी के नाम ज्ञापन प्रशानिक अधिकारी को पंचायत स्थल पर दिया गया।

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