उत्तराखंड में धर्मान्तरण-दंगा कराने की किसी में हिम्मत नहींः धामी
रामपुर तिराहा कांड की 30वीं बरसी पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री ने राज्य आंदोलनकारी शहीदों को दी श्रद्धांजलि, सीएम धामी बोले-यूसीसी लाकर देश का पहला राज्य बना उत्तराखंड
मुजफ्फरनगर। रामपुर तिराहा शहीद स्मारक पर आयोजित सभा में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने स्पष्ट कहा कि अलग राज्य का आंदोलन हो चुका, अब राज्य को आगे बढ़ना है और इसके लिए हमारी सरकार देवभूमि के मूल स्वरूप को कायम रखने के लिए उत्तराखंड के जनसांख्यिकीय संतुलन को कायम रखने की चुनौती से लड़ रहा है। यह अलग राज्य से भी बड़ा आंदोलन है और आंदोलनकारी लोगों व शहीदों के परिवारों को इस चुनौती से निपटने के लिए हमारी सरकार का साथ देना होगा। इसके लिए हमने धर्मान्तरण कानून लागू किया और दंगा विरोधी कानून लेकर आये। यूसीसी लागू करने वाला उत्तराखंड देश का पहला राज्य बना, अब सशक्त भू कानून लाने जा रहे हैं। धामी ने कहा कि हम पीएम नरेन्द्र मोदी के साथ मिलकर उत्तराखंड को शहीदों के सपनों का एक श्रेष्ठ राज्य बनाने के लिए प्रतिब( है और इसके लिए विकल्प रहित संकल्प के साथ हमारी सरकार राज्य के अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति का जीवन बेहतर बनाने के लिए कार्य कर रही है। आंदोलनकारियों को सरकारी नौकरियों में 10 फीसदी क्षेतिज आरक्षण और उनको पेंशन की सुविधा हमारी सरकार ने दिया है।
अलग राज्य की मांग को लेकर चले आंदोलन में रामपुर तिराहा पर एक अक्टूबर 1994 की रात को पुलिस से टकराव के बाद फायरिंग में शहीद हुए सात आंदोलनकारियों के बलिदान के रूप में याद किये जाने वाले रामपुर तिराहा गोली कांड की 30वीं बरसी पर शहीद स्मारक पर संस्कृति विभाग उत्तराखंड द्वारा आयोजित श्र(ांजलि सभा को सम्बोधित करते हुए उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि यह शहीद स्मारक हमें एक काले अध्याय की याद दिलाता है। दो अक्टूबर को वो दिन बेहद दुखद था। आज हम उन बलिदानियों को नमन करने यहां आये, जिनके सर्वोच्च बलिदान से हमें उत्तराखंड राज्य मिला। आंदोलन के दौरान मैं बहुत छोटा था, लेकिन इसी वीभत्सा मुझे याद है। उस दौर में आंदोलनकारियों ने मां की ममता को छोड़ा और बहनों की राखियों को त्याग दिया। त्यौहारों की खुशियां भुलाकर अलग राज्य का अधिकार पाने के लिए शांतिपूर्ण आंदोलन करने निकल गये थे। एक सितम्बर 1994 को खटीमा में पहला गोलीकांड हुआ, जिसके सात लोग शहीद हुए। दो सितम्बर को मसूरी गोली कांड और 2 अक्टूबर के रामपुर तिराहा कांड ने बर्बरता की सारी हदें पार कर दी। तत्कालीन सरकार के आदेश पर निहत्थे आंदोलनकारियों पर गोलियां चलाई गई और महिलाओं की अस्मत के साथ बर्बरता हुई। वो कौन भूल पायेगा।
सीएम धामी ने कहा कि इस आंदोलन में राज्य के लोगों को सबसे क्रूर और गहरा जख्म रामपुर तिराहा कांड ने दिया। जिन घरों में त्यौहार आने की खुशियां थी, वहां मातम पसरा था। लोगों ने अपना सर्वस्व न्यौछावर किया। इन शहीदों ने हमारे बेहतर भविष्य के लिए अपने वर्तमान को बलिदान कर शहादत पेश की। पूरा राज्य इन शहीदों का )णी है, यह कर्ज हम नहीं उतार सकते। उस समय की सरकारों ने इस आंदोलन का पूरी तरह से दबाने का काम किया। हमने इन शहीदों के सपनों का राज्य बनाने के लिए पहले ही दिन से काम किया है और राज्य की जनता ने हमारे काम को सराहकर राजनीतिक परिपाटी को बदलने का काम किया है। हमें दूसरा अवसर मिला। हम उत्तराखंड को विकसित और श्रेष्ठ राज्य बनाने के लिए विकल्प रहित संकल्प के साथ राज्य के अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति का जीवन स्तर बेहतर बनाने के लिए आगे बढ़ रहे हैं। शहीदों के आदर्श लेकर हमने उनके लिए अनेक कार्य किये हैं। राज्य आन्दोलनकारियों व उनके आश्रितों को सरकारी नौकरियों में 10 फीसदी क्षेतिज आरक्षण दिया, महिलाओं को 30 प्रतिशत की भागीदारी दी है। पारिवारिक पेंशन का प्रावधान और इन परिवारों के बच्चों को निःशुल्क शिक्षा व निःशुल्क यात्रा की सुविधा सरकार ने देने का काम किया है।
सीएम धामी ने कहा कि राज्य आंदोलन हो चुका है, लेकिन अभी भी राज्य के अस्तित्व और इसके मूल स्वरूप के साथ ही यहां पर जनसांख्यिकीय संतुलन बनाने की बड़ी चुनौती हमारे सामने है। इसके लिए हमें मिलकर संघर्ष करना और एक आंदोलन करना होगा। इसमें सभी आंदोलनकारियों और जनता का साथ मांगते हुए उन्होंने कहा कि देवभूमि को जिस मूल स्वरूप के रूप में पूरी दुनिया पहचानती है, उसी स्वरूप को बचाने के लिए हम यहां पर धर्मान्तरण कानून लाये, पांच हजार एकड़ से ज्यार भूमि को कब्जा मुक्त कराया गया, दंगा विरोधी कानून लेकर आये, नकल विरोधी कानून बनाया। इसके साथ ही जनता के समान अधिकार के लिए उत्तराखंड देश का ऐसा पहला राज्य बना, जहां पर समान नागरिक कानून ;यूसीसीद्ध लागू होने जा रहा है। भविष्य में हम एक सशक्त भू कानून लाने जा रहे हैं, जिसके लिए विशेषज्ञों से सुझाव मांगे गये हैं।
सीएम धामी ने कहा कि उत्तराखंड आज निखर रहा है और श्रेष्ठता की ओर बढ़ रहा है। हम पीएम नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में इस राज्य को देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने के लिए प्रतिब(ता के साथ काम कर रहे हैं। हाल ही में नीति आयोग द्वारा राज्य को सतत विकास रैंकिंग में राष्ट्रीय स्तर पर पहला स्थान दिया है। देश और विदेश के निवेशकों के लिए ये राज्य पहली पसन्द बना है। जीईपी की गणना करने वाला पहला राज्य होने का गौरव पाया है। हमारी नीति केवल राज्य का सर्वांगीण विकास करना है और जब तक शहीदों के सपनों को साकार नहीं किया जाता, हम चैन से नहीं बैठेंगे। इससे पूर्व मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी हेलकॉप्टर से पुलिस लाइन पहुंचे। यहां मंत्री कपिल देव अग्रवाल के नेतृत्व में उनका स्वागत किया गया। यहां से कार द्वारा वो रामपुर तिराहा पहुंचे और शहीद स्मारक पर आंदोलनकारियों को श्र(ांजलि अर्पित की। इस दौरान मुख्य रूप से पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, मंत्री कपिल देव अग्रवाल, सांसद संजय चौहान, एमएलसी वन्दना वर्मा, विधायक रूड़की प्रदीप बत्रा, जिला पंचायत अध्यक्ष, डॉ. वीरपाल निर्वाल, पालिका चेयरपर्सन मीनाक्षी स्वरूप, पूर्व विधायक अशोक कंसल, भाजपा जिलाध्यक्ष सुधीर सैनी, भाजपा उत्तराखंड के प्रदेश उपाध्यक्ष विनय रोहिला, सभासद मनोज वर्मा, भाजपा जिला उपाध्यक्ष बिजेन्द्र पाल, पप्पू शर्मा सहित राज्य आंदोलनकारी व ग्रामीण मौजूद रहे।
सपा सरकार ने जो दर्द दिया, अभी वो बाकी हैः कपिल देव
मुजफ्फरनगर। उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने रामपुर तिराहा स्मारक पर आयोजित सभा में कहा कि सपा की सरकार में साल 1994 में रामपुर तिराहा पर दिल्ली जाते राज्य आंदोलनकारियों की बसों को रुकवाकर जो बर्बरता कराई गई, महिलाओं से यहां व्याभिचार हुआ, निहत्तों पर गोलियां चलीं, उसका दर्द अभी तक भी बाकी है। यह दुखद दिन है। महात्मा गांधी ने स्वदेशी की अलख जगाई और स्वच्छता को जो संदेश दिया, उसको प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने प्रेरक बनाकर दुनिया तक पहुंचाने का काम किया और जनता को स्वच्छता से जोड़ा है। सीएम पुष्कर धामी के नेतृत्व में उत्तराखंड राज्य चहुंमुखी विकास कर रहा है, चार धाम को उन्होंने तीर्थ पर्यटन में बदला है।
उत्तराखंड के अजीत डोभाल से थर्राता है पाकिस्तानः निशंक
पूर्व सीएम रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि अहिंसा दिवस पर रामपुर तिराहा का ये गोलीकांड काला अध्याय बन गया। ये आंदोलन राजनीतिक नहीं था, लेकिन इसको राजनीतिक बनाकर जनता के साथ क्रूर अत्याचार किया गया। उत्तराखंड की धड़कनों में राष्ट्र बसता है, इस राज्य को देशभक्त होने का गौरव हासिल है। यहां के लोगों में विपिन रावत और अजीत डोभाल देश सेवा की, डोभाल के नाम से आज पाकिस्तान कांपता है। इस राज्य के हर परिवार से औसतन एक सदस्य देश की सेवा में लगा है। सैनिक है। उत्तराखंड अपने साथ वजूद में आये दूसरे राज्यों के मुकाबले तेजी से विकसित हो रहा है। सीएम पुष्कार धामी की सरकार ने 2000 के बूढ़े राज्य को 2024 का युवा राज्य बनाने का काम किया है। इस राज्य की तरक्की देखकर आज यूपी को भी गर्व होता है। विधायक प्रदीप बत्रा ने कहा कि हमारी संस्कृति ही हमारी जड़ें हैं और इन जड़ों को मजबूत बनाने का काम सीएम धामी कर रहे हैं। उन्होंने चारधाम यात्रा को सुलभ बनाया है। ये पवित्र भूमि है, यहां दूसरों के जीवन के लिए लोगों ने बलिदान किया है।
दानकर्ता महावीर शर्मा के स्मारक का शिलान्यास, शहीदों की प्रतिमा भी लगेगी
मुजफ्फरनगर। मुख्यमंत्री उत्तराखंड पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को रामपुर तिराहा शहीद स्मारक स्थल पर स्मारक के लिए भूमि दान करने वाले रामपुर गांव के किसान पं. महावीर शर्मा की याद में उनका स्मारक बनाये जाने के लिए भूमि पूजन करते हुए शिलान्यास किया। इसके साथ ही उन्होंने ऐलान किया कि रामपुर तिराहे पर 30 साल पूर्व गोली कांड में शहीद हुए सातों शहीदों की प्रतिमाएं भी लगाई जायेंगी।
1994 में हुए रामपुर तिराहा गोली कांड में अलग राज्य के अंादोलन में सात लोग शहीद हुए थे। इनमें रविन्द्र रावत देहरादून, सतेन्द्र चौहान भालावाला, गिरीश भदरी बदरीपुर, राजेश लखेड़ा अजबपुर, सूर्यप्रकाश थपलियाल )षिकेश, अशोक कुमार ऊखीमठ और राजेश नेगी भानियावाला शामिल हैं। इस कांड के बाद रामपुर गांव निवासी महावीर शर्मा पुत्र दयाराम शर्मा ने रामपुर तिराहे पर शहीद स्मारक के निर्माण के लिए उत्तराखंड सरकार के संस्कृति विभाग को एक बीधा भूमि ;816 गजद्ध दान दी थी। इसके साथ ही संस्कृति विभाग ने पांच बीघा भूमि खरीदी थी।
बुधवार को सीएम धामी ने स्मारक को भूमि दान देने वाले महावीर शर्मा का स्मारक निर्माण करने के लिए भूमि पूजन करते हुए शिलान्यास किया। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने उनका सम्मान करते हुए उनके स्मारक के लिए 14.74 लाख रुपये संस्कृति विभाग को स्वीकृत कर दिये हैं। यहां महावीर शर्मा की प्रतिमा लगाई जायेगी। इसके लिए उनके पुत्र पप्पू शर्मा ने आभार व्यक्त करते हुए अंग वस्त्र और स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित करते हुए कहा कि आज सीएम धामी ने उनके परिवार को )णी कर दिया है। उनके पुत्र शुभम शर्मा को सरकार ने स्मारक में प्रभारी प्रबंधक के पद पर चार साल पहले अस्थाई नौकरी भी दे रखी है। स्मारक का प्रबंधन वो ही करते आ रहे हैं। सीएम धामी ने ऐलान करते हुए कहा कि इस स्मारक स्थल पर रामुपर तिराहा पर शहीद हुए सातों शहीद आंदोलनकारियों की प्रतिमा भी लगाई जायेंगी।
मंच से संजीव बालियान को किया याद, कपिल की भी प्रशंसा
मुजफ्फरनगर। उत्तराखंड सीएम पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को रामपुर तिराहा स्मारक स्थल पर सभा में मंच पर पूर्व केन्द्रीय राज्यमंत्री संजीव बालियान की कमी को महसूस किया। अपने सम्बोधन में उन्होंने कहा कि यूपी और उत्तराखंड के बीच बेहतर सम्बंध हैं। वो मुख्यमंत्री के रूप में आज चौथी बार शहीदों को नमन करने के लिए यहां आये हैं और चारों बार यहां उनकी अगुवाई करने के लिए यूपी सरकार के मंत्री कपिल देव अग्रवाल मौजूद मिले। इसके साथ ही उन्होंने पूर्व मंत्री संजीव बालियान को भी याद करते हुए कहा कि वो भी यहां जरूर आते थे, लेकिन हरियाणा चुनाव की व्यस्तता के कारण आज वो यहां उपस्थित नहीं हो पाये। बता दें कि मंगलवार को हरियाणा में कलानौर विधानसभा के बसाना गांव में भाजपा प्रत्याशी रेणू डाबला के समर्थन आयोजित जनसभा में सीएम धामी भी पहुंचे थे, जहां भाजपा के स्टार प्रचारक पूर्व मंत्री संजीव बालियान ने उनका स्वागत किया था।