आलू की कीमतों ने तोड़ा 10 साल का रिकाॅर्ड, अब आयात का रास्ता खुला

देश भर में अक्टूबर में आलू की औसत कीमत 39.30 रुपये प्रति किलो रही। इसके बाद अब आलू और प्याज के आयात का रास्ता खोल दिया गया है।

Update: 2020-10-31 07:55 GMT

नई दिल्ली। कोरोना काल के बाद अब सब्जियों की महंगाई कमर तोड रही है। खासतौर से अमीर से लेकर गरीब तक की जरूरत के आलू की कीमतों ने दस साल का रिकाॅर्ड तोड़ दिया। देश भर में अक्टूबर में आलू की औसत कीमत 39.30 रुपये प्रति किलो रही। इसके बाद अब आलू और प्याज के आयात का रास्ता खोल दिया गया है।

केंद्रीय खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्रालय के अनुसार बीते साल अक्टूबर में देश में आलू का औसत खुदरा मूल्य 20.57 रुपये प्रति किलो थी। दिल्ली में औसत कीमत 25 रुपये प्रति किलोग्राम थी। इस मामले को लेकर केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि कीमतों पर काबू के लिए सरकार कदम उठा रही है। 30,000 टन प्याज और आलू आयात किया जाएगा। भूटान से 30,000 टन आलू आने वाला हैं। इसके साथ ही आलू पर इंपोर्ट ड्यूटी को 30 फीसदी से घटाकर 10 फीसदी कर दिया गया है। यह 31 जनवरी 2021 तक के लिए लागू होगा और इसकी स्टाॅक लिमिट 10 लाख टन तक की ही होगी।

प्याज के औसत खुदरा भाव 65 से 70 रुपए प्रति किलोग्राम पर पहुंचने के बाद तुर्की, इजिप्ट और अफगानिस्तान से आयात किया जा रहा है। देश मेें अभी तक 7,000 टन प्याज आयात किए जा चुके हैं और दिवाली से ठीक पहले 25,000 टन प्याज आ जाएगी।

Similar News