चंडीगढ़। नवजोत सिद्धू के साथ शीत युद्ध के बीच मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के खिलाफ पंजाब कांग्रेस में एक बार फिर से बगावती स्वर तेज हो गए हैं। पंजाब में कांग्रेस के 80 में से 40 विधायकों ने आलाकमान को पत्र लिखा है।
सूत्रों के अनुसार विधायकों ने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को लिखे पत्र में जल्द से जल्द विधायक दल की बैठक बुलाने की मांग की है। इसके साथ ही यह भी कहा है कि इस बैठक में दो केंद्रीय पर्यवेक्षकों को भी भेजा जाए। उनके सामने ही विधायक अपनी बात रखेंगे। विधायक दल की बैठक बुलाने के लिए मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह पर अविश्वास जताने वाले कैबिनेट मंत्री तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा अपने साथी तीन मंत्रियों और कुछ विधायकों को साथ लेकर बुधवार सुबह से ही कांग्रेस के अन्य विधायकों से सोनिया गांधी को लिखे गए पत्र पर हस्ताक्षर करवाते रहे। कांग्रेस सूत्रों के अनुसार बुधवार शाम को कांग्रेस के प्रदेश महासचिव (संगठन) परगट सिंह और उसके बाद तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा के आवास पर नेताओं में लंबी बातचीत का दौर चला। सूत्रों का कहना है कि इस बैठक में कैप्टन अमरिंदर सिंह को मुख्यमंत्री पद से हटाने को लेकर बातचीत हुई। बैठक में शामिल विधायकों ने मुख्यमंत्री पर अविश्वास जताया है।