नई दिल्ली। हाथरस मामले को लेकर योगी सरकार अपनों के निशाने पर है। केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने घटना पर चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि वह पुलिस की भूमिका को अच्छा नहीं मानती। केंद्रीय राज्यमंत्री ने कहा कि युवती के शव को परिजन को न सौंपे जाने को मैं अच्छा नहीं मानतीं। शव परिजन को दिया जाना चाहिए था। निरंजन ज्योति के अलावा भारतीय जनता पार्टी के सहयोगी दल के केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले सीएम योगी आदित्यनाथ से मुलाकात करने की तैयारी की हैं। ऐसी उम्मीद है कि अठावले दलित युवती के साथ गैंगरेप और उसकी हत्या मामले को लेकर सीएम से बात कर सकते हैं।
मामले को लेकर सियासी बवाल जारी रहा तो सीएम योगी आदित्यनाथ ने मामले पर चुप्पी तोड़ते हुए कहा कि महिलाओं के खिलाफ अपराध करने वाले लोगों को ऐसा दंड दिया जाएगा कि उनका समूल नाश हो जाएगा।
दूसरी ओर पार्टी नेता उमा भारती ने सीएम योगी से अपील की है कि वे मीडियाकर्मियों और राजनीतिक दलों के लोगों से पीड़ित परिवार से मिलने दें। साथ ही उन्होंने कहा कि कोरोना से ठीक होने के बाद मैं खुद पीड़ित परिवार से मिलने के लिए हाथरस जाऊंगी।
शुक्रवार की शाम एक के बाद एक किए गए कई ट्वीट में उन्होंने अपनी बात रखी है। उमा भारती ने लिखा, 'आदरणीय योगी आदित्यनाथ जी आपको जानकारी होगी ही की मैं कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद से एम्स ऋषिकेश के कोरोना वार्ड में भर्ती हूं। आज मेरा 7वां दिन है, इसलिए मै अयोध्या मामले पर विशेष सीबीआइ कोर्ट में पेश भी नही हो पाई। यद्यपि मैं किसी से मिल नही सकती, फोन नहीं कर सकती लेकिन टीवी है, जिससे की समाचार मिलते हैं।'