MUZAFFARNAGAR-आंगनबाडी कर्मियों ने कलेक्ट्रेट का किया घेराव

केन्द्रों पर एजुकेटर रखने के सरकार के फैसले पर जताया गहरा आक्रोश, रोजी-रोटी छीनने का लगाया आरोप, दिया ज्ञापन

Update: 2024-09-06 10:32 GMT

मुजफ्फरनगर। आंगनबाड़ी केन्द्रों पर सरकार द्वारा एजुकेटर रखने के फैसले को लेकर लगातार मुखर विरोध हो रहा है। शुक्रवार को जनपद के आंगनबाडी केन्द्रों से आये कर्मचारियों ने कलेक्ट्रेट का घेराव करते हुए सरकार विरोधी नारेबाजी कर डीएम दफ्तर पर प्रदर्शन किया। यहां पर आंगनबाडी कर्मियों ने सरकार पर उनकी रोजी रोटी छीनने का आरोप लगाते हुए कहा कि यदि सरकार को एजुकेटर ही रखने हैं तो आंगनबाडी केन्द्रों पर कार्यरत कर्मियों से पात्रों को छांटकर उनको एजुकेटर के रूप में प्रमोट करने का काम किया जाये।

आंगनबाडी कर्मचारी संघ उत्तर प्रदेश के आह्नान पर शुक्रवार को आंगनबाडी कार्यकत्रियों ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर उग्र अंदाज में नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। कार्यकारी अध्यक्ष मंगला देवी, जिलाध्यक्ष उषा त्यागी और महामंत्री दीपा वर्मा के नेतृत्व में यहां पर जुटी सैंकड़ों आंगनबाडी कार्यकत्रियों के द्वारा सामूहिक रूप से सरकार के फैसलों को लेकर कड़ा आक्रोश प्रदर्शित किया गया। प्रदर्शन के दौरान प्रदेश सरकार के खिलाफ भी गुस्सा जाहिर करते हुए आंगनबाडी कार्यकत्रियों के द्वारा नारेबाजी की गई। इसके पश्चात मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन सौंपा गया। इसमें कहा गया कि प्रदेश में आंगनबाडी केन्द्रों पर ईसीसीई एजुकेटर के 10684 पदों पर संविदा भर्ती निकाली गई है। कहा गया कि इन एजुकेटर को जो दायित्व दिया जा रहा है, केन्द्रों पर पहले से ही तैनात आंगनबाडी कर्मचारी उस दायित्व को भली प्रकार से पूर्ण कर रही हैं। ऐसे में ईसीसीई एजुकेटर रखे जाने से आंगनबाडी कर्मचारियों में भारी रोष उत्पन्न है। उनका मानना है कि यह भर्ती निकालकर सरकार उनका हक और रोजी रोटी छीनने का काम कर रही है। यदि ईसीसीई एजुकेटरों की भर्ती की जाती है तो यह उनके अधिकारों के साथ अन्याय होगा।

प्रदर्शन के उपरांत ज्ञापन के माध्यम से सीएम योगी आदित्यनाथ से मांग करते हुए कहा गया कि सरकार द्वारा आंगनबाडी कार्यकत्रियों के लिए मानदेय 8500 रुपये किया गया था, लेकिन 6500 रुपये का ही भुगतान किया जा रहा है। शेष धनराशि का भुगतान तत्काल कराया जाये। आंगनबाडी कर्मियों को दिये गये मोबाइल में रिचार्ज मानदेय का भुगतान कराने, आंगनबाडी सहायिकाओं का मानदेय दूसरे प्रदेशों की भांति सम्मानजनक करने और सेवा समाप्ति पर आंगनबाडी कार्यकत्रियों को पांच लाख और सहायिकाओं को 2.50 लाख रुपये की राशि प्रदान करने की व्यवस्था लागू करने की मांग की गयी। प्रदर्शन में मुख्य रूप से मंगला देवी, उषा त्यागी, दीपा वर्मा, भारती मलिक, ममता, वन्दना, मधुबाला, चन्द्रावती, बबीता, अनीता गर्ग, अरूणा, मन्जु गुप्ता, गीता, माया, रेखा शर्मा, कविता, मीरा कश्यप, रजनी और निर्मला आदि कार्यकत्रियां व सहायिका शामिल रहीं। 

Similar News