MUZAFFARNAGAR-शहर में चारों ओर मिले बेनाम अवैध होर्डिंग

सर्वे में खुली अवैध होर्डिंग के घोटाले की पोल, पालिका की बिना स्वीकृति के ही हो रहा शहरी क्षेत्र में विज्ञापन प्रचार का कारोबार, शहर के नौ क्षेत्रों में 17 बेनाम होर्डिंग के साथ ही 87 होर्डिंग और 20 यूनीपोल अवैध पाये गये, रिपोर्ट मिलने पर ईओ ने दिये हटवाने के निर्देश

Update: 2024-05-25 11:35 GMT

मुजफ्फरनगर। शहरी क्षेत्र में विज्ञापन प्रचार प्रसार के लिए पूरी तरह से कारोबार गोरखधंध बना हुआ है। इसको लेकर जनता के बीच तरह तरह की चर्चा के साथ जिस प्रकार के आरोप लगते रहे हैं, नगरपालिका परिषद् की जांच में वैसा ही सबकुछ सामने आया है। बल्कि इससे भी कहीं ज्यादा बड़ा घोटाला और घपलेबाजी विज्ञापन प्रचार प्रसार में सामने आने के बाद अब पालिका प्रशासन ने अवैध होर्डिंग और यूनीपोल को लेकर बेहद सख्त रवैया अख्तियार कर लिया है। पालिका चेयरपर्सन मीनाक्षी स्वरूप ने ईओ डॉ. प्रज्ञा सिंह को सर्वे पूर्ण होने के उपरांत अब कड़ा एक्शन लेने के निर्देश दे दिये हैं। सर्वे में शहरी क्षेत्र में अवैध होर्डिंग और यूनीपोल तो मिले ही, इससे भी कहीं अचम्भे की बात यह है कि शहर के नौ क्षेत्रों में ऐसे विज्ञापन पट भी पाये गये, जो बेनाम हैं। इनका कोई भी रिकार्ड पालिका के पास नहीं है, जबकि पालिका से शहरी क्षेत्र के प्रतिबंधित क्षेत्रों में भी विज्ञापन पट लगाने की अनुमति जारी कर दी गई। प्रतिबंधित क्षेत्रों में दस स्थानों पर विज्ञापन पट लगे मिले हैं। सर्वे में कुल 87 होर्डिंग और 20 यूनीपोल अवैध पाये गये हैं।

शहरी क्षेत्र में विज्ञापन प्रचार प्रसार करने के लिए नियमानुसार नगरपालिका परिषद् से अनुमति लेना आवश्यक है। इसके लिए पालिका ने शहर में शासनादेश के अनुसार कुछ स्थानों को विज्ञापन प्रचार के लिए प्रतिबंधित भी किया है। शहर में अवैध विज्ञापन प्रचार की लगातार मिल रही शिकायतों के साथ ही इसके कारण पालिका को हो रही राजस्व हानि को रोकने और अवैध होर्डिंग के कारण जनहानि की संभावना को रोकने के उद्देश्य से चेयरपर्सन मीनाक्षी स्वरूप ने कार्यवाही के निर्देश दिये थे। इसके तहत ईओ डॉ. प्रज्ञा सिंह ने 2 मई को कर विभाग के तीनों राजस्व निरीक्षकों अमरजीत सिंह, विजय कुमार और अमित कुमार की संयुक्त टीम का गठन करते हुए उनको शहरी क्षेत्र में लगे सभी विज्ञापन पट का भौतिक सत्यापन करते हुए एक सप्ताह में रिपोर्ट देने के निर्देश दिये थे। गर्मी अत्याधिक होने के कारण और कर विभाग से प्राप्त सूची से ज्यादा विज्ञापन पट पाये जाने के कारण सर्वे करने में टीम को ज्यादा समय लगा। बताया गया कि 20 मई को संयुक्त टीम ने सर्वे पूर्ण करते हुए अपनी आख्या कर अधीक्षक नरेश शिवालिया का सौंप दी गई थी। उनके द्वारा सर्वे रिपोर्ट 21 मई को ईओ डॉ. प्रज्ञा सिंह के सुपुर्द कर दी।

इस रिपोर्ट में विज्ञापन प्रचार प्रसार के लिए बड़े घोटाले की ओर इशारा किया गया है। इसमें पालिका के अधिकारियों और कर्मचारियों की मिलीभगत से भी इंकार नहीं किया जा रहा है। जानसठ रोड, कूकड़ा चौक, एसएसपी आवास, भोपा रोड, शामली रोड, अंसारी रोड, अस्पताल चौराहा, रूडकी रोड, नई मंडी राजवाहा रोड पर 17 होर्डिंग और दो यूनीपोल बेनाम पाये गये हैं। इनका पालिका में कोई रिकार्ड नहीं मिला है। इनके लिए पालिका ने कोई भी स्वीकृति जारी नहीं की। ये किसके हैं, ये भी पता नहीं है। इनको बेनाम श्रेणी में रखकर टीम ने रेड मार्किंग की है। इसके अलावा शहर के प्रतिबंधित क्षेत्रों महावीर चौक, सरकूलर रोड, अस्पताल, मालवीय चौक आदि स्थानों पर भी विज्ञापन पट लगे पाये गये, जिनकी अनुमति पालिका से जारी की गयी है। जबकि ये क्षेत्र प्रतिबंधित भी पालिका ने ही किये हैं। यहां पर पांच होर्डिंग, तीन यूनीपोल और दो रूफटॉप होर्डिंग लगे मिले हैं, जिनको अवैध मानकर मार्किंग की गयी है।

ईओ प्रज्ञा सिंह ने बताया कि विज्ञापन पट के सर्वे में काफी संख्या में अवैध होर्डिंग पाये गये हैं। उन्होंने बताया कि टीम ने अपनी सर्वे रिपोर्ट में कर विभाग से वित्तीय वर्ष 2023-24 में जारी स्वीकृति की सूची प्राप्त की थी। इसमें 421 होर्डिंग, 76 यूनीपोल, 42 आईएचपी और 40 रूफटॉप होर्डिंग की स्वीकृति 17 विज्ञापन एजेंसियों के लिए दी गई। इसी सूची के आधार पर टीम ने भौतिक सत्यापन किया है, जिसमें कुल 87 होर्डिंग और 20 यूनीपोल अवैध पाये गये हैं। जिनको टीम ने सर्वे के दौरान रेड मार्किंग करते हुए चिन्हित किया है। इनमें 18 विज्ञापन एजेंसियों के साथ ही 17 होर्डिंग और दो यूनीपोल ऐसे पाये गये हैं, जिनका कोई भी रिकार्ड पालिका में नहीं मिला है। ये बेनाम होर्डिंग की श्रेणी में टीम ने चिन्हित किये हैं। इनके खिलाफ कार्यवाही की जायेगी।

इन विज्ञापन एजेंसियों का पकड़ा गया अवैध कारोबार

मुजफ्फरनगर नगरपालिका परिषद् की ईओ डॉ. प्रज्ञा सिंह के आदेश पर शहरी क्षेत्र में विज्ञापन पटों के भौतिक सत्यापन में बड़ा खेल सामने आने के बाद पालिका और विज्ञापन एजेंसियों में हलचल मची हुई है। ईओ डॉ. प्रज्ञा ने बताया कि कर विभाग की संयुक्त टीम ने जो सर्वे रिपोर्ट दी है। उसके अनुसार 18 विज्ञापन एजेंसियों के अवैध होर्डिंग और यूनीपोल व रूफटॉप होर्डिंग पकड़े गये हैं।

इनमें भारती एडवरटाइजिंग एण्ड मार्केटिंग कंपनी के 08 होर्डिंग व 01 यूनीपोल, आरी पब्लिसिटी एण्ड मार्केटिंग कंपनी के 17 होर्डिंग और 01 यूनीपोल, रेशू एडवरटाइजिंग कंपनी के 09 होर्डिंग और 05 यूनीपोल, सलोनी मीडिया वेन्चर्स प्रा. लि. के 03 होर्डिंग और 02 यूनीपोल, सम्राट एडवरटाइजिंग कंपनी के 02 यूनीपोल, सिंह एडवरटाइजिंग कंपनी के 08 होर्डिंग, तुंगनाथ एडवरटाइजिंग कंपनी के 04 यूनीपोल, एमपीएस मीडिया एजेंसी के 09 होर्डिंग, अमर एडवरटाइजिंग कंपनी के 01 होर्डिंग और 01 यूनीपोल, सुरेन्द्र आर्ट के 04 होर्डिंग, पीएन एण्ड एडवरटाइजिंग के 02 होर्डिंग, अनुज ग्राफिक्स के 01 होर्डिंग, इण्डिया एडवरटाइजिंग कंपनी के 01 होर्डिंग, ग्लोबल एडवरटाइजिंग कंपनी के 03 होर्डिंग, राही एडवरटाइजिंग के 01 होर्डिंग, कुमार एडवरटाइजिंग कंपनी के 02 होर्डिंग और 01 यूनीपोल, योगी एडवरटाइजिंग कंपनी के 01 होर्डिंग, गणपति एडवरटाइजिंग कंपनी का 01 यूनीपोल के साथ ही 17 होर्डिंग और 02 यूनीपोल अवैध पाये गये हैं। इनको टीम ने सर्वे के दौरान ही रेड मार्किंग कर चिन्हित कर दिया था। 

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