MUZAFFARNAGAR-फर्जीवाडा छिपाने को की गई बड़ी धोखाधड़ी

जयपुर से लड़की भगाने के आरोपी गौरव ने मुजफ्फरनगर पालिका के नाम पर बनवा लिया दूसरा फर्जी जन्म प्रमाण पत्र, इस बार किसान हॉस्पिटल में दिखाया साल 2002 का जन्म, पालिका के जन्म प्रमाण पत्र रजिस्टर में नहीं मिला रिकॉर्ड

Update: 2024-09-11 10:40 GMT

मुजफ्फरनगर। फर्जीवाड़ा करने वाले लाख कानून और सजा के बाद भी गलत काम करने से डर नहीं रहे हैं। जयपुर से लड़की भगाकर उससे विवाह रचाने वाले भोकरहेडी निवासी युवक ने अब अपने फर्जी जन्म प्रमाण पत्र को सही साबित करने के लिए दूसरी बड़ी धोखाधड़ी कर डाली है। आरोप है कि इस युवक ने नगरपालिका परिषद् मुजफ्फरनगर का ही दूसरा जन्म प्रमाण पत्र बनवा लिया है। जिसमें साल 2002 में युवक का जन्म शहर के भोपा रोड स्थित किसान हॉस्पिटल में दर्शाया गया है, जबकि पालिका के साल 2002 के जन्म रजिस्टर में इसका कोई भी रिकार्ड उपलब्ध नहीं है। पालिका का दावा है कि यह दूसर प्रमाण पत्र भी पूरी तरह से फर्जी है। इसके बाद लड़की के परिजनों ने अब युवक के खिलाफ धोखाधड़ी करने के मामले में कानूनी कार्यवाही कराने की तैयारी कर ली है।

सूत्रों के अनुसार जयपुर का एक परिवार करीब एक साल पहले शुकतीर्थ स्थित शुकदेव आश्रम में श्रीमद भागवत कथा सुनने के लिए धार्मिक यात्रा पर आया था। इस परिवार में एक लड़की भी थी। उस दौरान शुकदेव आश्रम में सेवा कार्य करने वाले भोकरहेडी कस्बे के एक परिवार के युवक की यहां पर कथा श्रवण के लिए आये जयपुर के परिवार की लड़की से बातचीत शुरू हो गई। कई दिनों के प्रवास के दौरान यह लड़की उस लड़के के मोहपाश में बंध गई। इसी दौरान लड़के ने लड़की का फोन नम्बर ले लिया था। परिवार वापस जयपुर लौटा लेकिन लड़का और लड़की की फोन पर बातचीत हा सिलसिला शुरू हो गया और दोनों में प्रेम प्रसंग बन गया। बताया गया कि जून माह के दौरान लड़का जयपुर गया और वहां से अपनी प्रेमिका को भगाकर भोकरहेडी ले आया। लड़की गायब होने पर परिजनों ने जयपुर में ही पुलिस को गुमशुदगी दर्ज करा दी थी। पुलिस जांच पड़ताल करते हुए पिछले दिनों भोकरहेडी तक जा पहुंची और लड़की को इस परिवार के घर से बरामद कर लिया गया। लड़के ने लड़की और अपने जो दस्तावेज पुलिस को उपलब्ध कराये उनमें दोनों बालिग पाये गये। दोनों ने कोर्ट मैरिज भी कर ली थी। लड़की के परिजनों ने कागज निकलवाये तो उनमें उनके हाथ लड़के का एक जन्म प्रमाण पत्र भी लगा, जो नगरपालिका परिषद् मुजफ्फरनगर से 07 अगस्त 2024 को ऑनलाइन जारी किया गया। इसकी जांच कराई गई तो यह फर्जी पाया गया, क्योंकि इसमें लड़के का जन्म भोकरहेडी ही दर्शाया गया, जबकि भोकरहेडी खुद नगर पंचायत है।

लड़की के परिजनों ने इस प्रमाण पत्र की शिकायत करते हुए जांच कराई तो इसके बाद लड़के ने दूसरा जन्म प्रमाण पत्र भी बनवा लिया। पहला फर्जीवाड़ा छिपाने के लिए लड़के ने दूसरी बार और बड़ी धोखाधड़ी कर डाली। पहले प्रमाण पत्र में पंजीकरण तिथि 09 सितम्बर 2024 दर्शायी गई तो दूसरे में 02 सितम्बर 2024 है। दोनों ही प्रमाण पत्रों पर पंजीकरण संख्या इन्द्राज नहीं है। दूसरे प्रमाण पत्र में जन्म स्थान किसान हॉस्पिटल मुजफ्फरनगर है। इसमें माता का नाम प्रवेश और पिता का नाम संदीप शर्मा है। युवक गौरव की पैदाइश इसमें भी 01 जनवरी 2002 दर्शायी गई है। पालिका के जन्म मृत्यु पटल लिपिक राजीव वर्मा का कहना है कि गौरव निवासी भोकरहेडी के नगरपालिका परिषद् के बनवाये गये दोनों ही जन्म प्रमाण पत्र पूरी तरह से फर्जी हैं। पालिका के साला 2002 के जन्म पंजीकरण रजिस्टर में किसान हॉस्पिटल की ओर से कोई भी रिकार्ड दर्ज नहीं है। इसके साथ ही इस दूसरे प्रमाण पत्र जो 09 सितम्बर 2024 को जारी किया गया है, पर जारीकर्ता के जो हस्ताक्षर दर्शाये गये हैं, वो डॉ. आरएस राठी के हैं। जबकि वर्तमान में डॉ. अतुल कुमार के हस्ताक्षर से प्रमाण पत्र जारी हो रहे हैं। डॉ. राठी मार्च 2021 में पालिका से ट्रांसफर होने पर स्वास्थ्य केन्द्र भोपा पर चले गये थे और वहां से भी वो रिटायर्ड हो चुके हैं। ऐसे में गौरव का यह दूसरा जन्म प्रमाण पत्र भी पूरी तरह से फर्जी है। इस पर पंजीकरण संख्या भी उपलब्ध नहीं है। उन्होंने कहा कि यह अभी जांच के लिए विभाग के पास नहीं आया है। 

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