कलेक्ट्रेट कर्मचारियों ने 22 मांगों को लेकर की कामबंद हड़ताल
मुख्यमंत्री के नाम दिया ज्ञापन, पुरानी पेंशन बहाली, नायब तहसीलदार पदों पर प्रोन्नति कोटा दिये जाने की मांग
मुजफ्फरनगर। उत्तर प्रदेश मिनिस्ट्रीयल कलेक्ट्रेट कर्मचारी संघ के आह्नान पर जिला कलेक्ट्रेट में कार्यरत कर्मचारियों ने अपनी 22 मांगों के समर्थन में आंदोलन करते हुए गुरूवार को कामबंद हड़ताल कर धरना दिया। इस दौरान मुख्यमंत्री के नाम सौंपे गये ज्ञापन में राजस्व परिषद् उत्तर प्रदेश में लम्बे समय से लम्बित चली आ रही मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करते हुए समाधान कराये जाने की मांग की गई।
उत्तर प्रदेश मिनिस्ट्रीयल कलेक्ट्रेट कर्मचारी संघ के आह्नान पर जनपद शाखा के जिलाध्यक्ष अम्मार हैदर और जिला मंत्री मनीष शर्मा के नेतृत्व में गुरूवार को कलेक्ट्रेट कर्मचारियों ने अपनी मांगों के समर्थन में प्रदर्शन करते हुए कामबंद हड़ताल की। कलेक्ट्रेट में मुख्यमंत्री का दौरा होने के बावजूद किसी भी पटल पर काम नहीं किया गया। सभी कर्मचारी एकजुटता दिखाते हुए धरने पर बैठे रहे। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नाम सम्बोधित एक ज्ञापन सभी अफसरों के सीएम का दौरे के कारण मीरापुर में होने के चलते बाबू संजय सिंह को ज्ञापन दिया गया।
इस दौरान अम्मार हैदर ने कहा कि कलेक्ट्रेट कर्मचारी अपनी विभिन्न मांगों को लेकर बरसों से संघर्ष कर रहे हैं। शासन और राजस्व परिषद् में कलेक्ट्रेट कर्मचारियों के हितों से जुड़ी मांग लम्बित चल रही हैं। इसमें कलेक्ट्रेट का नाम मिनी सचिवालय करने, नायब तहसीलदार के पदों में दस प्रतिशत प्रोन्नति कोटा कलेक्ट्रेट लिपिक संवर्ग को देने, नई पेंशन नीति को समाप्त करते हुए पुरानी पेंशन व्यवस्था को बहाल करने, लेखा कार्य करने वाले पटल सहायकों को लेखा संवर्ग का वेतनमान देने, अस्थाई पदों को स्थाई करने, नवसृजित जनपदों व तहसीलों में नई भर्ती करने की मांग प्रमुख रूप से शामिल हैं। प्रदर्शन में मुख्य रूप से जिलाध्यक्ष अम्मार हैदर, जिला मंत्री मनीष शर्मा के अलावा सीता देवी, पंकज कुमार, शेखर वर्मा, जनेश्वर सिंह, धीरज पाल शर्मा, रमी मलिक, पुष्पेन्द्र सिंह, विजय कुमार, सि(ार्थ आदि कलेक्ट्रेट कर्मचारी मौजूद रहे।