हिन्दूवादी नेताओं पर मुकदमे दर्ज होने को लेकर जताया आक्रोश
संयुक्त हिन्दू मोर्चा के पदाधिकारियों ने कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री को भेजा ज्ञापन
मुजफ्फरनगर। पैगम्बर ए इस्लाम पर अभद्र टिप्पणी करने के मामले में जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर और डासना मंदिर गाजियाबाद के महंत यति नरसिंहानन्द सरस्वती के साथ ही यशवीर आश्रम के महाराज स्वामी यशवीर के खिलाफ मुकदे दर्ज होने पर संयुक्त हिन्दू मोर्चा ने कड़ा आक्रोश जाहिर करते हुए देश और प्रदेश में हो रहे हिंसक प्रदर्शनों को रोकने की मां करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नाम ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट विकास कश्यप को सौंपा गया।
संयुक्त हिन्दू मोर्चा के संस्थापक मनोज सैनी के नेतृत्व में बुधवार को कलेक्ट्रेट पहुंचे हिन्दूवादी नेताओं ने प्रदर्शन करते हुए यति नरसिंहानन्द और स्वामी यशवीर के खिलाफ दर्ज कराये गये मुकदमों को लेकर आक्रोश जताया। प्रदर्शन के बाद मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट विकास कश्यप को सौंपा। इसमें कहा गया कि वर्तमान में उत्तर प्रदेश और देश के विभिन्न हिस्सों में मुस्लिम समुदाय के लोगों की भीड़ द्वारा मामूली बातों पर हिंसक प्रदर्शन किये जा रहे हैं। ये लोग डासना मंदिर के महंत स्वामी यति नरसिंहानन्द के बयान को बेवजह तूल दिया जा रहा है। जबकि उनके बयान की उच्च स्तरीय जांच के बिना ही हिंसा पर उतारू हैं।
इसके साथ ही जनपद शामली के थानाभवन में मंदिर के पास मांस की दुकान हटवाने के लिए प्रदर्शन किया गया। इसमें सपा सांसद इकरा हसन के दबाव में साधु संतों सहित स्वामी यशवीर सिंह और अन्य हिन्दूवादी नेताओं पर गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज करना भी गलत है। मोर्चा ने मुख्यमंत्री से प्रदर्शन करने वाले लोगों पर सख्त कार्यवाही करने, डासना मंदिर के महंत को सुरक्षा उपलब्ध कराने, कैराना सांसद इकरा के खिलाफ मुकदमा जर्द करने, थानाभवन प्रकरण में दर्ज मुकदमे वापस लेने सपा व बसपा सरकारों पर दर्ज मुकदमे वापस लेने की मांग की गयी है। ज्ञापन देने वालों में मनोज सैनी, बाबूराम पाल, संजय अरोरा, बिट्टू सिखेडा, डा. योगेन्द्र शर्मा, पंकज भारद्वाज, विपिन कुमार, लोकेश सैनी, विरेन्द्र कुमार, सतीश कौशिक, नरेश पंाचाल, राजेश कश्यप, रविन्द्र नायक, मोहित सोलंकी, पवन राणा एड., विकास अग्रवाल, राजीव गोस्वामी, अक्षय शर्मा आदि कार्यकर्ता मौजूद रहे।