एम.जी. पब्लिक स्कूल में हर्षोल्लास से मनी गांधी-शास्त्री जी की जयंती
प्रधानाचार्या श्रीमती मोनिका गर्ग ने अपने सम्बोधन में विद्यार्थियों को सत्य और अहिंसा के मार्ग पर चलने की सीख दी
मुजफ्फरनगर। एम.जी. पब्लिक स्कूल प्रांगण में दो अक्टूबर अहिंसा दिवस के अवसर पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री जी की जयंती हर्ष व उल्लास से ओतप्रोत वातावरण में मनाई गई। इस दौरान राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री को उनकी जयंती पर याद किया गया। स्कूली बच्चों ने गांधी के भजनों की मंत्रमुग्ध कर देने वाली प्रस्तुति दी तो लाल बहादुर शास्त्री के सादा जीवन उच्च विचार वाले व्यक्तित्व को भी बखूबी प्रस्तुत किया।
एम.जी. पब्लिक स्कूल में बुधवार को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 155वीं और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की 120वीं जन्म जयंती धूमधाम से मनाई गई। कार्यक्रम में प्रधानाचार्या श्रीमती मोनिका गर्ग ने शिक्षक एवं शिक्षिकाओं के साथ गांधी जी एवं शास्त्री जी के चित्रों पर पुष्प अर्पित करते हुए उनको भावपूर्ण नमन करते हुए उनके जीवन संघर्ष का याद किया। इस दौरान मंचीय कार्यक्रमों की श्रृंखला में छात्र छात्राओं ने महात्मा गांधी की प्रिय रामधुन ‘रघुपति राघव राजा राम’ और अन्य गीत एवं कविताओं के माध्यम से दोनों महापुरुषों को अपनी भावांजलि प्रस्तुत की। शिक्षिकाओं ने भी दोनों महान व्यक्तियों के जीवन संघर्ष की कुछ महत्वपूर्ण घटनाओं और देश के लिए संघर्ष तथा बलिदान के बारे में विद्यार्थियों को बताया तथा प्रेरणादायी गीत भी प्रस्तुति किये।
इस दौरान प्रधानाचार्या श्रीमती मोनिका गर्ग ने अपने सम्बोधन में विद्यार्थियों को सत्य और अहिंसा के मार्ग पर चलने की सीख देते हुए कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री का जीवन विपरीत परिस्थितियों में बीता, लेकिन संघर्ष और शिक्षा के सहारे दोनों ही महापुरुषों ने न केवल देश सेवा को चुना, बल्कि देश का नेतृत्व भी किया। गांधी जी ने दुनिया को अहिसा, सत्य और प्रेम का मार्ग दिखाया तो वहीं अंग्रेजों के खिलाफ भारत छोड़ो आंदोलन में अभूतपूर्व योगदान देने वाले लाल बहादुर शास्त्री ने देश की बागडोर संभालने के बाद असाधारण नेतृत्व प्रदान किया। उनकी सादगी, देशभक्ति और ईमानदारी के लिये मरणोपरान्त भारत रत्न से सम्मानित किया गया।