गांव साल्हाखेड़ी में तालाब की भूमि से हटवाया अवैध निर्माण

दो लोगों के कब्जे को बिना छेड़े ही वापस लौटी एसडीएम सदर, मलबा हटाने को दो दिन का दिया समय

Update: 2024-09-15 10:16 GMT

मुजफ्फरनगर। गांव साल्हाखेड़ी के ग्रामीणों की दिनचर्या में सबसे बड़ी बाधा बन रहे तालाब की भूमि के अवैध कब्जे को आखिरकार जिला प्रशासन ने हटवाने का काम शुरू कर दिया है। एसडीएम सदर निकिता शर्मा ने दावा किया है कि गांव सल्हाखेड़ी मे सरकारी तालाब की 18 बीघा भूमि से अवैध निर्माण पर बुलडोजर चलवाकर हटवाया गया है, प्रशासन का यह बुलडोजर राजनीतिक दबाव के कारण ठण्डा पड़ा था और ग्रामीणों को तीन सालों से भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था। ग्रामीणों का यह भी कहना है कि अवैध निर्माण ध्वस्त करने के लिए पहुंची एसडीएम दो कब्जाधारियों पर कार्यवाही किये बिना ही वापस लौट गई और ध्वस्त किये गये अवैध कब्जे के मलबे को हटवाने के लिए दो दिन का समय दिया गया है, इसके बाद तालाब की खुदाई का कार्य शुरू किया जायेगा।

बता दें कि बघरा ब्लॉक के अन्तर्गत आने वाले गांव साल्हाखेड़ी के सरकारी तालाब की भूमि पर लोगों ने भराव करने के बाद अपने घेर आदि का निर्माण करते हुए अवैध रूप से कब्जा कर लिया था। तालाब पर कब्जा होने के कारण गांव की जल निकासी प्रभावित होने के कारण बरसात में गांव में जलभराव से बुरा हाल होने लगा और गांव की तीन चौथाई आबादी इससे प्रभावित थी। यहां तक की आवागमन भी दूभर हो गया था और ग्रामीणों को अपने वाहनों के साथ पड़ौस के गांव अलीपुर कलां के रास्ते होकर आने जाने के लिए विवश होना पड़ रहा था, क्योंकि जरा सी बारिश और पानी आने से ही छोटा पड़ रहा तालाब ओवर फ्लो हो जाने से सड़कों पर जलभराव की समस्या उत्पन्न होने लगती थी। ग्रामीण तालाब की भूमि से अवैध कब्जा हटवाने के लिए कई बार प्रदर्शन और मांग कर चुके थे, लेकिन हर बार प्रशासनिक स्तर से होने वाली कार्यवाही को राजनीतिक दबाव के कारण रोक दिया जाता था।


अब जाकर प्रशासन ने कार्यवाही को अंजाम दिया है, लेकिन इस बार भी आधी अधूरी ही कार्यवाही होने से ग्रामीणों में रोष है। तहसीलदार सदर राधेश्याम गौड ने बताया कि एसडीएम सदर निकिता शर्मा ने राजस्व टीम और पुलिस बल को साथ लेकर गांव सालाखेड़ी में सरकारी तालाब की 18 बीघा जमीन पर कब्ज़ा कर अवैध रूप से पशुआंे के लिए बनाये गये 8 शेड, शौचालय, पशुओं के चारे की खोर बनाकर अवैध रूप से किए गए अतिक्रमण को हटवाया है। एसडीएम की देखरेख में साल्हाखेड़ी गांव में अवैध निर्माण को बुलडोजर से ध्वस्त कराया गया। यहां पर बहुत समय से जल भराव की समस्या थी, स्कूल जाने में बच्चों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था, पिछले हफ्ते तहसीलदार ने स्वयं मौके पर जाकर अवैध अतिक्रमण को हटाने की चेतावनी दी थी, इसके लिए पांच दिन का समय दिया गया था, लेकिन किसी ने भी अवैध निर्माण नहीं हटाया तो शनिवार को खुद एसडीएम सदर निकिता शर्मा ने मौके पर खड़े होकर 18 बीघा तालाब की भूमि से अवैध अतिक्रमण को हटवाया। इस दौरान ग्राम प्रधान प्रविन्द्र कुमार, तितावी थाना पुलिस, तहसीलदार सदर राधेश्याम गौड़ और हल्का लेखपाल शान्तनु कौशिका सहित अन्य राजस्व टीम के लोग मौजूद रहे।

वहीं इस कार्यवाही के बाद भी ग्रामीणों में नाराजगी बनी हुई है। बताया कि इस तालाब के एक ओर जाट समाज के लोगों ने सरकारी भूमि पर कब्जा करते हुए बड़े बड़े घेर बना लिये हैं, कुछ लोग परिवार के साथ उनमें रह भी रहे हैं, वहीं तालाब के दूसरी ओर हरिजन बस्ती है। तीन साल से इस समस्या के कारण ग्रामीणों को परेशानी उठानी पड़ रही है। बताया कि एसडीएम ने भूमि से पूरी तरह से अवैध कब्जा नहीं हटवाया है। यहां पर रामबीर सिंह और हरपाल सिंह के परिवारों द्वारा कब्जा कर बनाये गये मकानों को नहीं तोड़ा गया है। न ही उन पर कोई कार्यवाही की गई है। अवैध निर्माण करने वालों पर लगाया गया जुर्माना भी नहीं वसूला गया है। कई मकान अभी भी वहीं पर जस के तस छोड़ दिये गये हैं। वहीं तहसीलदार सदर राधेश्याम का कहना है कि अवैध निर्माण को चिन्हित करते हुए निशान लगाया गया है, उनको खुद ही अतिक्रमण हटवाने के लिए चेतावनी जारी की गई है, यदि नहीं हटाते हैं तो कार्यवाही की जायेगी। कहा कि आज तोड़े गये अवैध निर्माण का मलबा हटाने के लिए संबंधित लोगों को दो दिन का समय दिया गया है, इसके बाद तालाब की खुदाई का कार्य शुरू कर दिया जायेगा। 

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