शहर से गांव तक जन्माष्टमी की धूम, मंदिरों पर उमड़े श्रीकृष्ण के भक्त

शहर के कई मंदिरों में दो दिनों से लगी सुन्दर और आकर्षक झांकियां मोहती रही श्रद्धालुओं का मन, रात भर मंदिरों में चला पूजा अर्चना और कीर्तन का दौर, देर रात तक जुटे रहे भक्त।

Update: 2023-09-07 09:02 GMT

मुजफ्फरनगर। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पर्व श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया गया। शहर से गांव देहात तक मंदिरों में विशेष पूजा अर्चना हुई। देर रात्रि को कान्हा के जन्म के उपरांत आरती कर भगवान को भोग लगाकर व्रत खोले गए। देहात में पर्व पर घरों में विशेष मिष्ठान बनाए गए। लोग अपने छोटे छोटे बच्चों को राधा कृष्ण के रूप में मंदिरों में लेकर पहुंचे थे।


इस साल दो दिन श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर्व मनाया गया। इस अवसर पर मंदिरों को रंगीन रोशनी से भव्य रुप में सजाया गया। मंदिरों और लगी मुहल्लों में विभिन्न धार्मिक झांकियां सजाई गई। जिन्हें देखने के लिए देर रात्रि तक मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ रही। शहर में भगवान श्रीकृष्ण की बैंडबाजों के साथ शोभायात्रा निकाली गई। रुड़की रोड स्थित श्री राधा कृष्ण मंदिर कुष्ठ आश्रम में भी श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर्व धूमधाम से मनाया गया। मंदिर बहुत ही सुंदर तरीके से सजाए गए, जिनमें बहुत ही सुंदर-सुंदर एवं मनोहारी झांकियां सजाई गई। इसके साथ-साथ नन्हे मुन्ने बच्चों ने भी जन्माष्टमी को लेकर अच्छा खासा उत्साह देखने को मिला। बच्चों ने अपने घरों के बाहर गली मौहल्लों एवं बाजारों में सुंदर झांकियां सजाई।

गांधी कालोनी के सुभाष नगर स्थित श्री शिवशक्ति शनि मंदिर प्रांगण में जन्माष्टमी महोत्सव धूमधाम से मनाया गया। भगवान आशुतोष, पार्वती, श्री राधा-कृष्ण, सुदामा, श्रवण, साईंबाबा की भव्य झांकियां श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र बनी रही। श्रीबाला जी धाम सेवा समिति मंदिर को भी बहुत ही सुंदर तरीके से सजाया गया। मंदिरों में अनेक सुंदर झांकियां सजाई गयी। श्रीगणपति धाम पर मेला भी लगा। नई मंडी स्थित माता वाले मंदिर में अमरनाथ जी की गुफा लगाई गई। सरवट फाटक स्थित संकट हरनी दुुर्गा मंदिर, प्राचीन भौहरों वाले मंदिर, गांधी कालोनी स्थित श्री गोलोकधाम मंदिर, बाबा मोहनराम मंदिर समेत नगर के सभी मंदिरों को भव्य रुप से रंगीन रोशनी से सजाया गया।


मंदिरों और लगी मुहल्लों में सजाई गई धार्मिक झांकियां देखने वालों को देर रात तक भीड़ उमड़ी रही। मध्य रात्रि को श्री कृष्ण जन्म के उपरांत विशेष पूजा अर्चना के बाद भगवान को भोग लगा कर व्रत खोला गए। जन्माष्टमी पर्व के मद्देनजर सभी मंदिरों के आसपास एवं मंदिरों पर पुलिस बल तैनात रहा। श्री श्यामा श्याम मंदिर मे जन्माष्टमी उत्सव की धूम रही। यहां भक्तों के आकर्षण के लिए बाबा अमरनाथ जी की गुफा बनाई गई, जिसके सैंकड़ोे भक्तों ने दर्शन कर धर्म लाभ उठाया। श्री श्यामा श्याम मंदिर सेवा समिति के कार्यकर्ता हरीश गोयल ने बताया कि गांधीनगर में मंडी समिति रोड पर स्थित श्री राधे कृष्ण जी का मुख्य मंदिर 108 स्तंभ से सुसज्जित श्री श्यामा श्याम मंदिर के नाम से जाना जाता है। गत वर्षो की भांति इस वर्ष भी जन्माष्टमी का मुख्य पर्व मनाया गया। यहां राधा कृष्ण, शिव पार्वती आदि की सुसज्जित झांकियां व नृत्य नाटिका आदि कार्यक्रम छोटे छोटे बच्चो के द्वारा किये गये। भक्तों के मुख्य आकर्षण के रूप में श्री श्यामा श्याम मंदिर में पहली बार बाबा अमरनाथ जी की झांकी बनाई गई, जिसमें भक्तजनों ने बर्फानी गुफा में बाबा अमरनाथ जी के दर्शन किये। नई मंडी के श्री गणपति खाटू श्याम मंदिर को जन्माष्टमी पर्व के अवसर भव्य रूप में सजाया गया। यहां पर भगवान श्री कृष्ण एवं राधा रानी के स्वरूप में नन्हे मुन्ने बच्चे दिखाई दिए। 

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