मायावती चुनाव के कारण फैला रही आरक्षण का भ्रमः त्रिवेन्द्र रावत

सांसद त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने शहर के शिव मंदिर में की पूजा अर्चना, भगवान आशुतोष से मांगी सुख समृद्धि

Update: 2024-08-25 11:24 GMT

मुजफ्फरनगर। उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और हरिद्वार लोकसभा सीट से भाजपा के सांसद त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने रविवार को शहर में शिव मंदिर में पहुंचकर अपने परिवार के साथ पूजा अर्चना करते हुए भगवान आशुतोष से सुख समृद्धि और शांति मांगी। इस दौरान उन्होंने बसपा प्रमुख मायावती के भाजपा पर आरक्षण विरोधी होने के लगाये जा रहे आरोपों पर बचाव करते हुए कहा कि भाजपा कभी भी आरक्षण के खिलाफ नहीं रही, मायावती चुनाव देखते हुए समाज में ऐसा भ्रम फैला रही है।

दिल्ली से हरिद्वार जाते समय सांसद त्रिवेन्द्र सिंह रावत शहर के मौहल्ला ब्रह्मपुरी स्थित भाजपा नेता अविनाश त्यागी के आवास पर पहुंचे। उनके साथ उनकी पत्नी और पुत्री के साथ ही अन्य परिजन भी थे। अविनवाश त्यागी ने पूरे परिवार के साथ उनका स्वागत किया। यहां से वो भोपा रोड पर श्रीराम कालोनी स्थित शिव मंदिर पर पहंुचे और भगवान आशुतोष का जलाभिषेक करते हुए पूरे परिवार के साथ पूजा अर्चना करते हुए सभी के लिए स्वस्थ जीवन, सुख-समृद्धि और देश में शांति के लिए प्रार्थना की। इस दौरान मीडिया कर्मियों से बात करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने बताया कि अविनाश त्यागी हमारे मित्र हैं, हरिद्वार सीट से चुनाव में इनके द्वारा वहां रहकर उनके प्रचार में बहुत सहयोग किया गया। आज मैं परिवार के साथ दिल्ली से हरिद्वार लौट रहा था, तो उनसे मिलने के लिए उनके आवास पर पहुंचा हूं और मंदिर में जाकर दर्शन किये हैं।

उन्होंने बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती के द्वारा केन्द्र सरकार द्वारा जनगणना नहीं कराने और आरक्षण विरोधी साजिश रचने के सम्बंध में दिये गये बयान के सवाल पर सांसद त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि सारी दुनिया जानती है कि देश में जिस साल जनगणना कराई जानी थी, उसी दौरान दुनिया पर कोरोना महामारी का संकट आ गया था। पूरे देश भी इससे पीड़ित रहा। ऐसे में सबसे पहले लोगों के जीवन को सुरक्षित करना ही सरकार का ध्येय था। पीएम मोदी ने पहले वो ही फर्ज निभाया है। सांसद ने कहा कि जनगणना एक प्रक्रिया है, सरकार जनगणना को टाल नहीं रही है, वो अपने समय पर जरूर कराई जायेगी। आरक्षण विरोधी नीति के आरोप पर उन्होंने बसपा मुखिया मायावती के बयान को चुनावी मुद्दा बताते हुए कहा कि यूपी में उपचुनाव को देखते हुए वो दलित समाज की सहानुभूति हासिल करने के लिए एक झूठ के सहारे भ्रम फैलाने का काम कर रही है। भाजपा की नीति आरक्षण के खिलाफ नहीं रही है। इस समय उपचुनाव होने हैं तो मायावती इसको लेकर मुखरता से बयानबाजी कर रही हैं, लेकिन समाज सभी कुछ जानता है। भाजपा आरक्षण को खत्म नहीं कर रही है, बल्कि संवैधानिक अधिकारों को मजबूत बनाने का काम किया जा रहा है।

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