मीरापुर-दूसरे दिन भी कोई नामांकन नहीं, रविवार की छुट्टी
सपा प्रत्याशी सुम्बुल राणा के नाम से पर्चा ले गये पूर्व सांसद कादिर राणा के पीआरओ, निर्दलयों ने की दावेदारी की तैयारी
मुजफ्फरनगर। मीरापुर सीट पर होने जा रहे उपचुनाव में सियासी मैदान तो सज चुका है, लेकिन अखाड़े में उतरने की रणभेरी बजने के बावजूद कोई भी सियासी पहलवान मुकाबले की दावेदारी लेकर सामने नहीं आया है। नामांकन प्रक्रिया के दूसरे दिन भी कलेक्ट्रेट परिसर पूरी तरह से छावनी में तब्दील रहा और नामांकन स्थल पर भी नेताओं के आवागमन से हलचल मची रही, लेकिन किसी भी दावेदार ने अपना पर्चा पेश करते हुए दावेदारी नहीं जताई है। दो दिनों में 35 लोगों ने विधानसभा चुनाव की जंग में उतरने के लिए अपनी तैयारियों के मद्देनजर रिटर्निंग ऑफीसर से पर्चे खरीदे हैं।
मीरापुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव 13 नवम्बर को होने जा रहा है। इसके लिए अधिसूचना के साथ ही आदर्श आचार संहिता लागू हो चुकी है। 18 अक्टूबर से नामांकन प्रक्रिया भी शुरू है। शनिवार को नामांकन प्रक्रिया का दूसरा दिन रहा, लेकिन किसी भी दावेदार ने नामांकन पत्र पेश करते हुए अपनी दावेदारी नहीं की है। रिटर्निंग ऑफीसर एसडीएम जानसठ सुबोध कुमार ने बताया कि शनिवार को नामांकन प्रक्रिया के दूसरे दिन भी कोई नामांकन नहीं हो पाया। आज निर्धारित समयावधि में 11 लोगों ने नामांकन स्थल पहुंचकर नामांकन पत्र प्राप्त किये हैं। मुख्य रूप से सपा प्रत्याशी सुम्बुल राणा पत्नी शाह मौहम्मद निवासी सूजडू के नाम से नामांकन पत्र लिया गया है। इसके अतिरिक्त छोटे दलों व निर्दल प्रत्याशियों ने नामांकन पत्र प्राप्त किये हैं। बताया कि नामांकन पत्र निःशुल्क है। उन्होंने बताया कि शुक्रवार को पहले दिन 24 नामांकन पत्र लिये गये थे। दो दिनों में 35 नामांकन पत्र उनसे चुनाव लड़ने के इच्छुक लोगों के द्वारा प्राप्त किये जा चुके हैं। आरओ एसडीएम जानसठ ने बताया कि रविवार को अवकाश होने के कारण नामांकन प्रक्रिया को विराम दिया गया है। सोमवार को फिर प्रातः 11 बजे से अपराहन तीन बजे तक नामांकन दाखिल किये जा सकेंगे।
निर्वाचन आयोग की अधिसूचना के अनुसार 25 अक्टूबर नामांकन पत्र दाखिल करने की अंतिम तिथि है। मीरापुर सीट पर अभी तक केवल समाजवादी पार्टी द्वारा ही अपने प्रत्याशी की अधिकृत घोषणा की गई है। सपा यहां पर कांग्रेस गठबंधन में चुनाव लड़ रही है। जबकि भाजपा और रालोद का गठबंधन है। बसपा के द्वारा यहां पर शाहनजर को तो वहीं सांसद चन्द्रशेखर आजाद की आसपा की ओर से जाहिद हुसैन को प्रभारी घोषित किया गया है। बसपा का टिकट यहां पर बदले जाने की चर्चा राजनीतिक गलियारों में जोर शोर से चल रही है। भाजपा और रालोद में भी प्रत्याशी को लेकर आम सहमति का अभाव होने के कारण शनिवार को भी इंतजार बाकी रह गया। यहां पर माना जा रहा है कि भाजपा अपना चेहरा चाहती है और निशान रालोद का रहेगा। रविवार को भाजपा-रालोद गठबंधन में प्रत्याशी के नाम की घोषणा होने की प्रबल संभावना है। इसके बाद ही बसपा की ओर से अपना अधिकृत प्रत्याशी घोषित करने की संभावना है।