MUZAFFARNAGAR-पेयजल पुनर्गठन योजना में जल निगम को भूमि नहीं दे रही पालिका
सीमा विस्ताररित क्षेत्र में 11 स्थानों पर प्रस्तावित है ओवर हैड टैंक और नलकूप का निर्माण, ईओ से मिलकर जल निगम नगरीय के एई ने की शिकायत, जलकल के अवर अभियंता को भूमि चिन्हित कराने के दिए निर्देश
मुजफ्फरनगर। नगरीय क्षेत्र में सीमा विस्तार के बाद शामिल हुए 11 गांवों में पेयजलापूर्ति के लिए सरकार ने नये ओवरहैड टैंक और नलकूपों के निर्माण के लिए बजट जारी करते हुए कार्यदायी संस्था जल निगम नगरीय को दायित्व दिया है, लेकिन जल निगम द्वारा स्थान चिन्हित कर पालिका को दिये जाने के बाद भी पालिका के स्तर से ओवरहैड टैंक और नलकूपों के निर्माण के लिए भूमि ही उपलब्ध नहीं कराई जा रही है। पालिका के विभागीय अफसरों ने इसके लिए चेयरपर्सन और अधिशासी अधिकारी को भी अंधेरे में रखते हुए चिट्ठी को इधर से उधर घुमाया हुआ है। लगातार प्रयासों के बावजूद समाधान नहीं निकलने पर कार्यदायी संस्था के सहायक अभियंता ने अधिशासी अधिकारी से मिलकर समस्या बताई तो उन्होंने जलकल निगम के अधिकारियों के रवैये के प्रति नाराजगी प्रकट करते हुए तत्काल ही भूमि का चिन्हिकरण करते हुए जमीन उपलब्ध कराने के निर्देश दिये हैं।
साल 2023 में उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा नगर पालिका परिषद् का सीमा विस्तार करते हुए आसपास के 11 गांवों को पालिका क्षेत्र में शामिल किया गया था। इसके साथ ही सरकार ने चुनाव बाद इस क्षेत्र के विकास के लिए बजट भी जारी किया और अनेक योजनाओं के सहारे यहां पर विकास की गति को बढ़ाने के लिए काम किया जा रहा है। इसी कड़ी में केन्द्र सरकार की अमृत 2.0 कार्यक्रम के तहत पयेजल पुनर्गठन योजना के तहत सीमा विस्तारित क्षेत्र में नौ स्थानों पर नये ओवरहैड टैंक और नलकूपों का निर्माण कराने के लिए सरकार ने बजट जारी किया है। इसके लिए कार्यदायी संस्था उत्तर प्रदेश जल निगम नगरीय ने नगरपालिका परिषद् के साथ मिलकर समन्वय बनाकर नौ स्थानों का चयन किया है, लेकिन स्थान चयनित होने के बाद पालिका प्रशासन के द्वारा जल निगम को भूमि उपलब्ध कराने के लिए हीला हवाली करने के कारण यह परियोजना अधर में लटकी हुई है।
जल निगम नगरीय के सहायक अभियंता सचिन कुमार ने अधिशासी अधिकारी डॉ. प्रज्ञा सिंह से मुलाकात करते हुए मामले की जानकारी दी। ईओ ने जलकल विभाग के अवर अभियंता धर्मवीर सिंह को तलब करते हुए पेयजल पुनगर्ठन योजना में भूमि उपलब्ध नहीं कराये जाने को लेकर नाराजगी जताई और तत्काल ही भूमि का चयन करते हुए वो जल निगम को उपलब्ध कराने के निर्देश दिये हैं। वहीं जल निगम नगरीय के एई सचिन कुमार ने बताया कि विभाग के द्वारा सीमा विस्तार में पालिका को मिले क्षेत्र में ऐसे स्थानों का चयन किया गया है, जहां पर पूर्व से ओवरहैड टैंक और नलकूप का निर्माण नहीं है। इसमें विभाग के द्वारा वहलना, मीरापुर, खांजापुर, सहावली, अलमासपुर, कुकड़ा के साथ ही वार्ड 31 में शिवपुरी सुभाष नगर में पेयजल पुनगर्ठन योजना के लिए जलकल परिसर और नलकूप का निर्माण कराया जाना प्रस्तावित है। इन्हीं नौ स्थानों के लिए पालिका से भूमि मांगी गयी है। कई बार पत्राचार करने के उपरांत भी इस मामले में सम्बंधित विभाग ने कोई सकारात्मक कदम नहीं उठाया है। वहीं जलकल विभाग के जेई धर्मवीर सिंह का कहना है कि उनको जल निगम से भूमि उपलब्ध कराने के लिए कहा गया था, इसके लिए विभागीय स्तर पर पालिका के मानचित्रकार राजेश्वर शर्मा को भूमि चिन्हित कराने के लिए कहा गया था। जल्द ही जल निगम को भूमि उपलब्ध करा दी जायेगी।