कोल्ड-डे पर ठिठुराया मुजफ्फरनगर, ठंड से कांपे हाड़
कोहरे और शीतलहर की चपेट में आया पूरा पश्चिमी उत्तर प्रदेश, मौसम विभाग ने जारी की भीषण सर्दी की चेतावनी
मुजफ्फरनगर। नये साल की आमद से पहले ही अब पूरे प्रदेश को भयंकर शीतलहर ने अपनी चपेट में ले लिया है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भी इसका गहरा असर दिखाई दे रहा है और मंगलवार को मुजफ्फरनगर में कोल्ड-डे जैसे हालातों के कारण लोगों को बुरी तरह से ठिठुरते हुए देखा गया। दिन निकलने के साथ ही बाजारों में और गली चौराहों पर लोग अलाव जलाकर बैठ गये थे। घरों में भी अंगीठी, चूल्हा और रूम हीटर पूरे यौवन पर नजर आने लगे। कोहरे के कारण जहां यातायात व्यवस्था ठप होने लगी है, वहीं शीतलहर के भयंकर प्रकोप के कारण जनजीवन भी बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। बाजारों में भी भीड़ केवल जूतों और गरम कपड़ों की दुकानों पर ही नजर आ रही है। मुजफ्फरनगर के साथ ही सहारनपुर और शामिल सहित प्रदेश के 51 जिलों में मौसम विभाग ने भयंकर सर्दी पड़ने और कोल्ड डे रहने की चेतावनी जारी कर दी है। इससे आगामी दिनों में जिले में भी सर्दी का पूरा सितम नजर आने वाला है।
अब उत्तर प्रदेश में कड़ाके की ठंड पड़नी शुरू हो गई है। पूरा प्रदेश में शीतलहर और कोहरे की चपेट में है। मौसम विभाग ने इसको लेकर चेतावनी जारी की है। पहाड़ों पर हुई बर्फबारी और पछुआ हवाओं के असर से उत्तर प्रदेश में कड़ाके की सर्दी शुरू हो गई है। मौसम विभाग का कहना है अगले दो से तीन दिन में अधिकतम तापमान में 4 से 5 डिग्री सेल्सियस की गिरावट आएगी। वहीं, मंगलवार को सहारनपुर मंडल के तीनों जनपदों सहित 50 से ज्यादा जिलों में शीत दिवस यानि कोल्ड डे जैसी स्थितियां बनने और घने कोहरे के बीच ही शीतलहर का प्रकोप बन जाने से लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। शीतलहर के कारण लोगों के हाड़ भी इस सर्दी ने कंपकंपाकर रख दिये। सोमवार के बाद मंगलवार की सुबह को भी प्रदेश में पूरब से पश्चिम तक घने कोहरे की चादर देखने को मिली। इससे ठंड में इजाफा हुआ। कई जिलों में कोल्ड डे जैसी गलन व ठिठुरन की स्थितियां रहीं। ज्यादातर जगहों पर रात के पारे में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट से ठंड और भी ज्यादा बढ़ गई है। कोहरे की वजह से मुजफ्फरनगर से गुजरतने हाईवे और मुख्य मार्गों पर दृश्यता 50 मीटर तक सिमट गई। मौसम विभाग के विशेषज्ञों का कहना है कि पहाड़ों से आ रही उत्तरी पछुआ हवाओं से ठंड और गलन में अभी और इजाफा होगा। दिन में कोहरे से दिन और रात के तापमान में भी लगातार गिरावट देखने को मिलेगी। इसके साथ ही शीतलहर का प्रकोप भी बढ़ने के कारण लोगों को इस बार सर्दी का ज्यादा सितम झेलना पड़ेगा।
मुजफ्फरनगर जनपद में भी दो दिनों से ग्रामीण अंचलों के जंगल में पाला पूरा असर दिखा रहा है। इस पाले के कारण फसलों को भी नुकसान की प्रबल संभावना बन गई है। वहीं शहरी क्षेत्रों में भी सर्दी के असर के कारण जनजीवन प्रभावित हो रहा है। मंगलवार को शहर में बाजारों का साप्ताहिक अवकाश रहने के कारण मंगल बाजार और शिव चौक के आसपास सड़क पर गरम कपड़ों के ठिये लगे नजर आये, यहां पर गरम कपड़ों की खरीदारी के लिए भारी भीड़ भी उमड़ी। दो दिन की शीतलहर ने ही गरम कपड़ों का बाजार पूरी तरह से गुलजार कर दिया है। वहीं कुछ व्यापारियों ने मंगलवार को भी अपनी दुकानों को खोलकर सर्दी के इस अवसर को भुनाने का प्रयास किया। दिन में ही शहर में कई स्थानों और चौराहों पर लोगों को अलाव जलाकर हाथ सेंकते हुए देखा गया। वहीं नये साल पर भी सर्दी का यह सितम और गहराने की संभावना है।
बंद कमरे में अंगीठी जलाकर सोना हो सकता है जानलेवाः सीएमओ
मुजफ्फरनगर। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुनील तेवतिया आम जनमानस को जानकारी देते हुए बताया कि ठंड से बचाव के लिए बंद कमरे में अंगीठी ना जलाएं क्योंकि बंद कमरे में अंगीठी जलाने से कार्बन मोनोऑक्साइड गैस के साथ कई जहरीली गैसों का स्तर बढ़ जाता है, जो सीधे दिमाग पर असर डालती है, जिससे बेहोशी आ सकती है और शरीर में ऑक्सीजन की कमी के कारण मौत भी हो सकती है। बंद कमरे में अंगीठी की गैस से आंखों में संक्रमण, सांस की बीमारी, फेफड़ों की बीमारी और हृदय के फेल होने का खतरा बढ़ जाता है, अंगीठी जलाने से निकलने वाली गैस से अस्थमा, साइनस, ब्रोंकाइटिस और स्किन एलर्जी से पीड़ित लोगों को अधिक खतरा होता है।
उन्होंने बताया कि बंद कमरे में अंगीठी, हीटर व गैस गीजर का प्रयोग ना करें, अगर प्रयोग कर रहे हैं तो कमरा पूरी तरह से बंद ना हो, उसकी खिड़की और दरवाजे खुले होने चाहिए। सीएमओ डॉ. सुनील तेवतिया ने जानकारी देते हुए बताया कि सर्दी के मौसम में विशेष लोगों का अधिक ध्यान रखने की आवश्यकता होती है जैसे निराश्रित व्यक्तियों, बुजुर्गों, आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के व्यक्तियों, दिव्यांगजनों, गर्भवती एवं स्तनपान करने वाली महिलाओं, खुले वातावरण में कार्यरत कर्मी एवं किसानों की अधिक देखभाल करनी चाहिए। उन्होंने आम जनमानस से अपील करते हुए कहा कि सर्दियों के मौसम में ऐसे लोगों का विशेष सहयोग करें ताकि हर कोई स्वस्थ और निरोग रह सके। शीतलहर के प्रभाव से बचने के लिए खुद को गर्म और सुरक्षित स्थान पर रखें, ठंड से बचाव के लिए गर्म कपडे पहनंे, अनावश्यक रूप से घर से बाहर न निकलें, यदि बाहर निकालना जरूरी हो तो, हाथ और पैर को ढककर निकलें तथा अनेक परतांे में सूखे कपड़ों को पहने, ठंडे पदार्थों का सेवन न करें, गर्म पदार्थ का ही सेवन करें तथा ठंड से प्रभावित व्यक्ति को शीघ्र ही चिकित्सकीय परामर्श दिलाएं।