मंदिर में नमाज और मस्जिद में हनुमान चालीसा पढ़ना ढोंगः देवबंदी उलमा
कासमी ने कहा मंदिर में नमाज और मस्जिद में हनुमान चालीसा पढ़ने के मामले किसी बड़ी साजिश का हिस्सा हो सकते हैं। पुलिस प्रशासन को चाहिए कि वे दोनों मामलों में गंभीरता से जांच करें।
सहारनपुर। मथुरा के मंदिर में नमाज पढ़ने और बागपत में मस्जिद और ईदगाह में हनुमान चालीसा के पाठ को लेकर देवबंदी उलेमा ने ढोंग और दिखावा बताया है। उनका कहना है कि इससे नफरत का माहौल बन रहा है। ज्ञात रहे कि बागपत में हनुमान चालीसा पाठ के मामले में ग्रामीणों ने मस्जिद के इमाम को हटा दिया है।
मामले को लेकर जमीयत दावतुल मुसलीमीन के संरक्षक और प्रसिद्ध आलिम-ए-दीन मौलाना कारी इस्हाक गोरा ने कहा कि इस तरह की हरकतें ढोंग और दिखावा हैं, क्योंकि इससे एकता के बजाय नफरत का माहौल बन रहा है। उन्होंने कहा कि लोगों को चाहिए वे अपनी इबादतगाह में इबादत करें और हम अपनी इबादतगाह में इबादत करें और इस प्रकार के दिखावों से दूर रहें। कासमी ने कहा मंदिर में नमाज और मस्जिद में हनुमान चालीसा पढ़ने के मामले किसी बड़ी साजिश का हिस्सा हो सकते हैं। पुलिस प्रशासन को चाहिए कि वे दोनों मामलों में गंभीरता से जांच करें। देवबंदी उलेमा मुफ्ती तारिक़ कासमी ने कहा कि बागपत और मथुरा की मस्जिद के अंदर हनुमान चालीसा का पाठ पढ़ना एक प्लानिंग के तहत हो रहा है।