MUZAFFARNAGAR-अब गरीब भक्त के दो लड्डुओं का भी भोग स्वीकारेंगे बाला जी

श्री बालाजी मंदिर भरतिया कालोनी में नई व्यवस्था लागू, गर्भगृह में केवल ब्राह्मणों को ही मिलेगा प्रवेश, दूसरे प्रतिबंधित, विवाद के बाद निर्विरोध निर्वाचित नई कार्यकारिणी ने संभाला कार्यभार, श्री घाटा मेहन्दीपुर बालाजी धाम के आधार पर व्यवस्था तय

Update: 2024-05-25 11:44 GMT

मुजफ्फरनगर। श्री बालाजी धाम मंदिर सेवा समिति भरतिया कालोनी नई मण्डी में स्वामित्व को लेकर चल रहे विवाद पर शनिवार को पूर्ण विराम लग गया। नई कमेटी का निर्विरोध निर्वाचन और इसके बाद मंदिर परिसर में ही शपथ ग्रहण समारोह होने के बाद अब भक्तों और मंदिर के हित में नई व्यवस्थाओं को लागू किया गया है। जिन मुद्दों को लेकर बीते दिनों विवाद सार्वजनिक हुआ, उन सभी मामलों में श्री घाटा मेहन्दीपुर बालाजी धाम में अपनाई जा रही व्यवस्थाओं को यहां पर भी लागू करने का निर्णय लिया गया है, इसमें गरीब भक्तों का दो लड्डुओं का भोग भी श्री बालाजी के लिए मंदिर में स्वीकार किया जायेगा तो वहीं मंदिर के गर्भगृह में विराजमान श्री बालाजी के समक्ष केवल ब्राह्मणों को ही प्रवेश की अनुमति दी गई है, अन्यों पर प्रतिबंध लगाया गया है। इसके साथ ही अन्य व्यवस्थाओं को लेकर भी कमेटी में एकजुटता जाहिर हुई है।

नई मंडी स्थित श्री बालाजी धाम मंदिर में शनिवार को पत्रकार वार्ता के दौरान श्री बालाजी धाम मंदिर सेवा समिति के नवनिर्वाचित पदाधिकारियों और अन्य सेवादारों ने उपस्थित रहकर अपनी बात जाहिर की। मंदिर सेवा समिति के संरक्षक चन्द्रकिरण गर्ग गुरूजी भी उपस्थित रहे। उन्होंने कहा कि पिछले दिनों जो कुछ भी हुआ, उसको भूलकर अब आगे बढ़ने का समय है। यहां पर बड़ों का सम्मान बना रहे, इस बात पर ज्यादा ध्यान देने की आवश्यकता है। हम सभी मंदिर और भक्तों के साथ ही धर्म की रक्षा के लिए मिलकर काम करें, यही श्री बालाजी का आदेश है। मंदिर समिति में नवनिर्वाचित अध्यक्ष हरिशंकर तायल ने कहां की वर्ष 2024 का चुनाव निर्विरोध संपन्न हो गया है। इसके साथ ही गत दिवस शपथ ग्रहण समारोह भी किया गया।

शपथ ग्रहण समारोह में समाजसेवी भीमसेन कंसल, व्यापारी नेता संजय मित्तल ने नवनिर्वाचित कार्यकारिणी को शपथ ग्रहण कराई। इसके बाद मंदिर समिति की एक बैठक चंद्र किरण गर्ग गुरूजी की अध्यक्षता में हुई, जिसमें मंदिर के संचालन के लिए व्यवस्था बनाने पर विचार विमर्श किया गया। इसमें सभी ने अपने सुझाव भी दिये। जिनके आधार पर श्री बालाजी धाम मंदिर भरतिया कालोनी में कुछ नये नियमों को लागू किया जा रहा है। ताकि यहां पर प्रत्येक भक्त का सम्मान बना रहे और मंदिर की भी सुरक्षा रहे। उन्होंने बताया कि प्रमुख तौर पर चार नई व्यवस्था यहां पर अब लागू की गई हैं। इनमें तय हुआ कि यहां पर भी श्री घाटा मेहन्दीपुर बालाजी धाम की तमाम व्यवस्था लागू रहेंगी। मन्दिर के गर्भगृह में केवल विशेष पर्वों को छोड़कर भोग आदि सेवा के लिए केवल मंदिर के पुजारियों के द्वारा ही दी जायेगी। ब्राह्मणों के अलावा यहां पर अन्यों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया गया है। मंदिर के नवीनीकरण का कार्य अतिशीघ्र शुरू किया जायेगा, इसके लिए भक्त दान दे सकते हैं। बाबा का भोग भक्तजन अपने घर से बनाकर ला सकेंगे और बाबा के चरणों में अर्पण करेंगे। यहां तक की यदि कोई दो लड्डुओं का भोग लायेगा, वो भी चढ़ाया जायेगा, पहले ऐसा नहीं था। नकली घी वाली व्यवस्था को बन्द किया गया है।

बता दें कि मंदिर समिति में विवाद के कारण दो गुट हो गये थे। रजिस्ट्रार फर्म एवं सोसायटी सहारनपुर के समक्ष नवीन कार्यकारिणी का चुनाव सम्पन्न हुआ, जिसमें श्री बालाजी धाम मंदिर सेवा समिति में चंद्र किरण गर्ग और सुरेश चंद बंसल संरक्षक बने हैं। हरिशंकर तायल प्रधान, राकेश अरोरा एवं अश्वनी कुमार उपप्रधान प्रधान, कुलदीप मंत्री, विजय बंसल उप मंत्री, सुनील तायल कोषाध्यक्ष, अमित कुमार प्रचार मंत्री, संजीव कुमार उप प्रचार मंत्री, आदेश कुमार कानूनी सलाहकार निर्वाचित हुए हैं। इसके अलावा कार्यकारिणी सदस्य के रूप में हरिशंकर मून्धडा, राम निवास मित्तल, जयप्रकाश गोयल, सुरेन्द्र बंसल, अशोक शर्मा, श्याम सुन्दर, मुकेश कुमार, पियूष बंसल, दिव्य बंसल, रविन्द्र कुमार, सुनील अरोरा और चन्द्र किशोर को शामिल किया गया है।

मान-मनौवल के बाद भी नहीं आये दो पदाधिकारी, कमेटी बोली-हम सभी एक

मुजफ्फरनगर। श्री बालाजी धाम मंदिर सेवा समिति की नवीन कार्यकारिणी का निर्वाचन, शपथ और नई व्यवस्था सभी कुछ होने के बाद भी कुछ खटास सी बाकी रह ही गयी है। शनिवार को प्रेस वार्ता के दौरान अंदरूनी विवाद को जाहिर करने का काम करने वाले सुरेश बंसल और अशोक शर्मा दोनों ही नदारद रहे। हालांकि दावा किया गया कि सभी एक हैं और शपथ ग्रहण व बैठक में दोनों मौजूद थे, लेकिन मान मनौवल के बाद भी ये दोनों प्रेस वार्ता में नहीं आ पाये।

समिति के मंत्री कुलदीप कुमार ने उनके न आने के सवाल पर कहा कि वो कार्य में व्यस्त रहने के कारण नहीं आ पाये। उनका कहना था कि वो सभी को मनाने के लिए तैयार है, पैर छूकर और सिर पर रखकर भी नाराजगी दूर करनी पड़ी तो मंदिर और भक्तों के हित में वो ये भी करने को तैयार हैं। उन्होंने कहा कि ये भक्तों का मंदिर है और समिति को एक कराने के लिए समझौता श्री बालाजी ने ही हम सभी के सिर पर बैठकर कराया है। उन्होंने कहा कि मंदिर सभी का है, हम पूर्ण सम्मान के साथ सभी को मनाएंगे, बुलाएंगे और सभी के हित में मिलकर श्री बालाजी को रिछाएंगे। उन्होंने बताया कि मंदिर में जिस कम्पनी के देसी घी को लेकर नकली होने के संदेह में विवाद था उसे हटा दिया गया है। भक्त भी भोग लाने के दौरान शु(ी का पूर्ण ध्यान रखें। ये भक्ति का स्थान है, अब इसे राजनीतिक अड्डा नहीं बनने दिया जायेगा। विचारों को लेकर मतभेद था, जो अब दूर हो चुका है। प्रेस वार्ता में मुख्य रूप से संजय मित्तल, चन्द्र किरण गर्ग, हरिशंकर तायल, कुलदीप कुमार, अशोक गर्ग, अनिल गोयल, अम्बरीश सिंघल, बिजेन्द्र कुमार सिंघल, तुषान्त सिंघल, सुभाष गोयल, जय प्रकाश गोयल, सोहनलाल वर्मा, विनोद राठी, विशाल गोयल, नितिन सिंघल, अमित कुमार, रजत गोयल, नवनीत गुप्ता, अभिषेक अग्रवाल, श्रवण गुप्ता, विभोर तायल, शिवम तायल आदि मौजूद रहे। 

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