टोल प्लाजा से पकडी जाएगी अब यूपी में ओवरलोडिंग

नई व्यवस्था के तहत एनएचएआई परिवहन विभाग को माल वाहनों का डेटा आॅनलाइन भेजेगा, इस पर वाहन में स्वीकृत वजन से अधिक वजन पाया गया तो इ-चालान वाहन स्वामी को भेज दिया जाएगा।

Update: 2020-11-12 07:49 GMT

लखनऊ। ओवरलोडिंग के खिलाफ अभियान चलाया जाएगा। नेशनल हाइवे और स्टेट हाइवे पर अब टोल प्लाजा पर माल वाहनों की ओवरलोडिंग की जांच की जाएगी। मौके पर इ-चालान भी काटा जाएगा।

ओवरलोडिंग रोकने के लिए प्रदेश का परिवहन विभाग हाईवे पर टोल प्लाजा में लगे कांटे के डेटा का इस्तेमाल कर ओवर लोडिंग रोकने का अभियान चलाने की तैयारी कर रहा है। विभाग के पास प्रवर्तन दलों की संख्या कम है, ऐसे में सघन रूप से जांच नहीं हो पा रही थी। यही कारण है कि अब तकनीक का सहारा लिया जा रहा है। बता दें यूपी में राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के 35 टोल प्लाजा हैं। इसके अलावा स्टेट हाइवे की बात करें तो इसके 5 और यूपी एक्सप्रेस वे विकास प्राधिकरण के 4 टोल प्लाजा पर वे-इन-मोशन ब्रिज लगे हुए हैं। विभाग के अनुसार इस कवायद से सड़क पर दुर्घटनाओं में कमी आएगी। वहीं ओवरलोडिंग से खराब होने वाली सड़कों की समस्या में भी कमी आएगी।

नई व्यवस्था के तहत एनएचएआई परिवहन विभाग को माल वाहनों का डेटा आॅनलाइन भेजेगा, इस पर वाहन में स्वीकृत वजन से अधिक वजन पाया गया तो इ-चालान वाहन स्वामी को भेज दिया जाएगा। शासन ने प्रदेश के सभी डीएम को इस बारे में निर्देश जारी कर दिए गए हैं। ओवरलोडिंग के कारण चालान होने पर 20 हजार रुपए और हर टन पर 2 हजार रुपए का अतिरिक्त जुर्माना देना होगा। एनएचएआई के पूर्व और पश्चिमी महाप्रबंधकों के साथ ही सभी परियोजना निदेशकों को इस संबंध में निर्देश भेज दिए गए हैं।

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