MUZAFFARNAGAR-ईंट भट्टे के मुनीम से डॉक्टर ने कर ली ठगी

जानसठ सरकारी अस्पताल में बीस हजार ईंट खरीदने का सौदा कर मुनीम के खाते से उड़ा दिये 99 हजार रुपये, डॉक्टर सहित तीन के खिलाफ एफआईआर

Update: 2024-05-02 11:18 GMT

मुजफ्फरनगर। एक सरकारी अस्पताल में निर्माण कार्य कराये जाने की बात कहते हुए ईंट भट्टे के मुनीम के साथ ठगी कर ली गई। मामले में मुनीम ने एक डॉक्टर के साथ ही तीन आरोपियों के खिलाफ पुलिस से शिकायत की तो पुलिस ने एसएसपी के आदेश पर तीनों आरोपियों पर धोखाधड़ी के आरोप में मुकदमा दर्ज कर कार्यवाही शुरू कर दी है।

थाना जानसठ क्षेत्र के गांव भलेडी निवासी अंकुर कुमार पुत्र नरेन्द्र सैनी ने 29 अप्रैल को एसएसपी अभिषेक सिंह से मिलकर प्रार्थना पत्र दिया था। इसमें अंकुर ने आरोप लगाया था कि उसके साथ ठगी करते हुए बैंक खाते से रकम उड़ा ली गई। अंकुर ने बताया कि वो गांव मीमला खेडी स्थित महादेव ब्रिक्स फील्ड ईंट भट्टे पर मुनीम के रूप में कार्य करता है। उसका बैंक खाता एचडीएफसी बैंक शाखा जानसठ में है। 24 अपै्रल को उसके मोबाइल फोन पर एक व्यक्ति की कॉल आई, जिसमें उसने अपना नाम डॉक्टर मुकेश शर्मा बताकर परिचय देते हुए बताया कि उसको सतीश कुमार पुत्र जय सिंह निवासी ग्राम ढांसरी ककरौली ने मुनीम का नम्बर दिया है।

डॉक्टर मुकेश ने अंकुर से कहा कि उसको सरकारी अस्पताल जानसठ में निर्माण कार्य के लिए बीस हजार ईंट की आवश्यकता है। इसके बाद सतीश का फोन आया और उसने भी डॉक्टर मुकेश की सिफारिश करते हुए ईंट देने के लिए कहा। ईंटों के लिए 1.17 लाख में सौदा डॉक्टर मुकेश से तय हुआ, पैमेंट मांगने पर डॉक्टर ने मुनीम से कहा कि वो अपने लड़के को नम्बर दे रहा है, वो फोन कर ऑनलाइन पेमेंट कर देगा। कुछ द ेर बाद अमित कुमार नामक युवक का फोन मुनीम पर गया और उसने खाते में रुपये भेजने की बात कहते हुए खाते की डिटेल मांगी और पहले ट्रांजक्शन में चैक करने के लिए दो रुपये का भुगतान किया। इसके बाद उसने बहानेबाजी बनाकर जानकारी ली और कुछ देर बाद ही मुनीम के खाते से 99,052 रुपये की रकम साफ कर दी गई। मुनीम ने तीनों आरोपियों पर मिलकर उसके साथ धोखाधड़ी करने का आरोप लगाते हुए कार्यवाही की मांग की। एसएसपी अभिषेक सिंह के निर्देश पर ककरौली थाना पुलिस ने तीनों के खिलाफ आईपीसी की धारा 420 और आईटी एक्ट 66डी के अन्तर्गत मुकदमा दर्ज कर कार्यवाही शुरू कर दी है।

भाई ने ट्रक कर दिया गायब, सीएनजी पम्प से हुआ बरामद

मुजफ्फरनगर। भाई द्वारा अपनी जमापंूजी लगाकर दस टायरा ट्रक बनाया गया और उसको चलाने के लिए अपने भाई को सौंप दिया, लेकिन भाई ने ही भाई के साथ विश्वासघात करते हुए ट्रक को गायब कर दिया। करीब साल भर बाद ट्रक बरामद हुआ तो भाई ने आरोपी भाई के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है। पुलिस ने ट्रक को अपने कब्जे में ले लिया। जांच पड़ताल की जा रही है।

थाना शाहपुर के गांव कसेरवा निवासी शकील पुत्र जमीर ने थाना छपार में अपने सगे भाई नदीम के खिलाफ धोखाधड़ी करने के मामले में रिपोर्ट दर्ज कराई है। शकील ने पुलिस से की गई शिकायत में बताया कि उसका एक दस टायरा ट्रक संख्या यूके17 सीए 4490 है। उसने अपने भाई नदीम के साथ मिलकर यह ट्रक खरीदा था और उसको चलाने के लिए ट्रक नदीम को सौंप दिया। नदीम ही अपने स्तर से ट्रांसपोर्ट पर यह ट्रक चलवा रहा था और उससे प्राप्त किराया भी नदीम ही रखता आ रहा था। जब हिसाब मांगा तो कोई हिसाब नहीं दिया गया। उसको बाद में नदीम ने बताया कि ट्रक चोरी हो गया है और मिल नहीं रहा है। कई बार पूछने पर भी वो बहानेबाजी करता रहा। साल भर से शकील अपने ट्रक की तलाश में था। शकील ने पुलिस को बताया कि 30 अपै्रल को जब वो ट्रक की तलाश में था तो उसको अपना ट्रक मुजफ्फरनगर सहारनपुर स्टेट हाइवे पर मलीरे के पास स्थित सीएनजी पम्प पर खड़ा हुआ मिला। इस पर रजिस्ट्रेशन नम्बर की प्लेट दूसरी थी और प्लेट पर यूपी20टी 6930 लिखा हुआ था। यह देखकर शकील ने डायल 112 पर सूचना दी। पुलिस ने मौके पर आकर ट्रक को जब्त कर लिया। शकील ने बताया कि उसका भाई उसके साथ करीब साल भर से धोखाधड़ी करता आ रहा था। उसने दूसरी शादी की और गांव छोड़कर पत्नी के साथ मुजफ्फरनगर शहर में रह रहा है। शकील की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी नदीम के खिलाफ आईपीसी की धारा 420 और आईटी एक्ट 66डी में मुकदमा दर्ज कर लिया। ट्रक को पुलिस कब्जे में लेकर छपार थाने पहुंच गई। थाना प्रभारी का कहना है कि मामले में जांच पड़ताल की जा रही है। 

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