MUZAFFARNAGAR-कूड़े से बिजली बनाने के सपने को लगे पंख, एक सप्ताह में लगने लगेंगी मशीन

नीदरलैंड की कंपनी के अधिकारियों ने ईओ डॉ. प्रज्ञा के साथ साझा किया ले आउट प्लान, लीगेसी वेस्ट पर भी हुई चर्चा, चेयरमैन मीनाक्षी स्वरूप के कार्यकाल की सबसे बड़ी उपलब्धि होगा वेस्ट टू एनर्जी प्लांट

Update: 2024-11-07 10:53 GMT

मुजफ्फरनगर। नगरपालिका परिषद् का करीब एक दशक पुराना वेस्ट टू एनर्जी प्लांट स्थापित किये जाने का सपना अब चेयरपर्सन मीनाक्षी स्वरूप के कार्यकाल में पूर्ण होने जा रहा है। इसके लिए पालिका की अधिशासी अधिकारी डॉ. प्रज्ञा सिंह नीदरलैंड और यूपी सरकार के बीच हुए एमओयू को धरातल पर लाने के लिए जी तोड़ प्रयास कर रही हैं। इस प्लांट के लिए सबसे बड़ी सड़क निर्माण की बाधा को दूर करने के बाद अब प्लांट में मशीनरी सेक्शन को खड़ा करने के लिए एक सप्ताह के भीतर ही निर्माण कार्य प्रारम्भ करा दिया जायेगा। इसके साथ ही पालिका प्रशासन का प्रयास है कि मार्च 2025 से पहले ही प्लांट का शुभारंभ करा दिया जायेगा। इस प्लांट पर नीदरलैंड की कंपनी 18 अरब रुपये खर्च करने जा रही है। कंपनी के अधिकारियों ने गुरूवार को पालिका मुख्यालय पहुंचकर ईओ डॉ. प्रज्ञा सिंह के साथ ले आउट प्लान पर विस्तृत चर्चा की।

करीब एक दशक पहले नगरपालिका परिषद् में कूड़े से बिजली बनाने का सपना संजोकर कदम आगे बढ़ाया गया था। इसके लिए तत्कालीन पालिका अध्यक्ष पंकज अग्रवाल ने नीदरलैंड की कंपनी के साथ काम शुरू किया था, लेकिन समय समय पर बाधा पैदा होती रही और यह परवान नहीं चढ़ पाया। बीच में नीदरलैंड और यूपी सरकार के बीच प्रदेश के विभिन्न शहरों में वेस्ट टू एनर्जी प्लांट लगाने के लिए करार हुआ तो इसमें मुजफ्फरनगर को भी शामिल किया गया, इसके लिए पालिका से कंपनी ने करीब 20 हेक्टेयर भूमि की मांग की थी, जो उपलब्ध करा दी गई। तो एक बार फिर से बोतल में बंद ये जिन्न बाहर आया और अब इस सपने के साकार होने के लिए उम्मीदों के पंख लग चुके हैं।


गुरूवार को वेस्ट टू एनर्जी प्लांट स्थापित करने के लिए एमओयू के तहत काम कर रही नीदरलैंड की जीसी इंटरनेशनल की इंडियन सिस्टर कर्न्सन कंपनी जीसी आईएनटी सॉल्यूशंस प्रा. लि. नई दिल्ली के सीईओ/डायरेक्टर थेरूस जिएलिंग, डायरेक्टर सि(ार्थ शिवारमण और ऑपरेशनल मैनेजर जेस्सी स्केपर्स पालिका मुख्यालय टाउनहाल पहुंचे। उन्होंने यहां ईओ डॉ. प्रज्ञा सिंह के साथ मुलाकात करते हुए वेस्ट टू एनर्जी प्लांट के लिए मशीनरी सेक्शन बनाने के लिए निर्माण कार्य प्रारम्भ करने को लेकर बिन्दुवार चर्चा की। कंपनी सीईओ थेरूस जिएलिंग ने ईओ को बताया कि किदवईनगर स्थित एटूजेड सोलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट वाली भूमि पर बने मशीनरी कम्पाउंड में ही वेस्ट टू एनर्जी प्लांट का मशीनरी सेक्शन बनाया जायेगा। इसके लिए वहां पर लगी पूरानी मशीनरी को हटवाने के साथ ही एक सप्ताह में ही आवश्यक निर्माण कार्य, फाउंडेशन आदि को शुरू कराया जायेगा।

प्लांट छोड़कर सड़क पर रात को कूड़ा फेंक रहे एमआईटूसी के कर्मचारी

उन्होंने ईओ से शिकायत की है कि प्लांट पर बने डम्पिंग ग्राउंड में शहर से निकल रहे अपशिष्ट को डालने के बजाये कूड़ा निस्तारण में लगी एमआईटूसी कंपनी के लोग प्लांट के बाहर ही रात्रि में सड़क किनारे कूड़ा डाल रहे हैं, जिससे आवागमन के लिए मार्ग भी अवरु( हो रहा है। वहीं प्लांट के पास तीव्र मोड पर बना एक सीवर भी पूरी तरह से क्षतिग्रस्त है, उसके निर्माण की आवश्यकता है। ईओ डॉ. प्रज्ञा सिंह ने एमआईटूसी कंपनी के परियोजना प्रबंधक पुष्पराज सिंह व सेकेंड्री प्वाइंट इंचार्ज कुलदीप सिंह को सड़क किनारे कूड़ा डालने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए इसको तत्काल रुकवाने और अपशिष्ट प्लांट के अंदर निर्धारित डम्पिंग ग्राउंड पर करने के निर्देश के साथ चेतावनी भी दी, वहीं एई निर्माण अखण्ड प्रताप सिंह को क्षतिग्रस्त सीवर का निर्माण सड़क बनने से पहले ही कराये जाने के लिए कहा है। जीसी आईएनटी कंपनी के डायरेक्टर सि(ार्थ शिवारमन ने बताया कि कंपनी वेस्ट टू एनर्जी प्लांट के निर्माण पर 18 अरब रुपये का बजट खर्च करेगी। यहां पर 30-40 मेगावाट विद्युत प्रतिदिन पैदा करने की क्षमता वाली मशीनों को लगाने का काम एक सप्ताह में शुरू करा दिया जायेगा। इसके लिए प्लांट को प्रतिदिन एक हजार टन कूड़ा-करकट की आवश्यकता होगी, इसमें 750 टन अपशिष्ट और 250 टन प्लास्टिक कचरा शामिल है। कंपनी का प्रयास है कि समयावधि में हम यह प्लांट स्थापित करते हुए कूड़े से विद्युत उत्पादन का काम शुरू करा दें।


ईओ डॉ. प्रज्ञा सिंह ने बताया कि नीदरलैंड की कंपनी जीसी इंटरनेशनल द्वारा यूपी सरकार के साथ वेस्ट टू एनर्जी प्लांट स्थापित करने के लिए एमओयू किया गया है। इसके लिए लगातार कार्य किया जा रहा है। कंपनी ने 20 हेक्टेयर भूमि की मांग की थी। इसमें किदवईनगर स्थित प्लांट से 19.46 हेक्टेयर भूमि पालिका द्वारा कंपनी को 30 साल की लीज डीड के आधार पर प्रदान की है। प्लांट का पूरा खर्च कंपनी ही वहन करेगी। वेस्ट टू एनर्जी प्लांट स्थापित करने के लिए एमओयू के अनुसार समयावधि मार्च 2025 रखी गई है। हमारा प्रयास है कि हम इससे पहले ही प्लांट का शुभारंभ करा दें। आज कंपनी के अधिकारियों के साथ हुई मीटिंग सुखद रही है और एक सप्ताह में प्लांट के लिए मशीनरी सेक्शन बनाने का कार्य प्रारम्भ कर दिया जायेगा। 

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